कार्तिक पूर्णिमा की शाम इन स्थानों पर जलाएं आटे का दीपक, मां लक्ष्मी की कृपा से धन-धान्य में होगी वृद्धि!
punjabkesari.in Wednesday, Nov 05, 2025 - 04:18 PM (IST)
नारी डेस्क: कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र और शुभ मानी जाती है। इस दिन भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी और भगवान शिव की विशेष पूजा का विधान होता है। इसे देव दिवाली भी कहा जाता है यानी वह दिन जब देवता स्वयं पृथ्वी पर आकर दीप जलाते हैं। शास्त्रों में कहा गया है कि इस दिन आटे के दीपक जलाना अत्यंत फलदायी होता है। अगर व्यक्ति श्रद्धा से कुछ खास स्थानों पर दीपक जलाए तो न केवल मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है बल्कि जीवन की दरिद्रता, दुख और बाधाएं भी दूर हो जाती हैं। आइए जानते हैं कार्तिक पूर्णिमा की शाम किन 5 स्थानों पर दीपक जलाना चाहिए और इसका आध्यात्मिक महत्व क्या है
तुलसी के नीचे दीपक जलाएं मां लक्ष्मी का वास होता है यहां
हिंदू मान्यता के अनुसार, तुलसी के पौधे में स्वयं मां लक्ष्मी का वास होता है। इसलिए कार्तिक पूर्णिमा के दिन शाम के समय तुलसी के नीचे एक आटे का दीपक जलाना बेहद शुभ माना गया है। जब आप दीपक जलाएं तो ध्यान रखें कि पहले तुलसी को गंगाजल से सिंचित करें और फिर दीपक जलाकर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का ध्यान करें। ऐसा करने से घर में धन-धान्य की वृद्धि होती है और जीवन में दरिद्रता दूर होती है। कहा जाता है कि तुलसी के नीचे दीपक जलाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है और सुख-शांति का वास होता है।

मुख्य द्वार पर दीपक जलाएं समृद्धि के द्वार खुलेंगे
मुख्य द्वार घर की ऊर्जा का प्रवेश द्वार होता है। इसलिए इस दिन शाम के समय अपने घर के मुख्य द्वार पर एक आटे का दीपक अवश्य जलाएं। इससे पहले मुख्य द्वार को अच्छे से साफ करें, क्योंकि गंदगी या कूड़ा वहां दरिद्रता का कारण बनता है। मान्यता है कि मुख्य दरवाजे पर दीपक जलाने से मां लक्ष्मी का आगमन होता है और घर में धन का स्थायी वास होता है। यह दीपक आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है और हर सदस्य के जीवन में सुख और सफलता लाता है।
रसोईघर में दीपक रखें माता अन्नपूर्णा का आशीर्वाद मिलेगा
कार्तिक पूर्णिमा की शाम पूजा और आरती के बाद एक दीपक अपने रसोईघर में जलाना न भूलें। रसोई को हमेशा अन्न की देवी माता अन्नपूर्णा का स्थान माना गया है। आटे का दीपक रसोईघर में जलाने से घर में अन्न और धन की कभी कमी नहीं होती। आप दीपक को पानी के बर्तन के पास या चूल्हे के कोने में रख सकते हैं। ऐसा करने से माना जाता है कि घर का अन्न भंडार हमेशा भरा रहता है और परिवार में संतोष और समृद्धि बनी रहती है।
घर की छत पर दीपक रखें नकारात्मक ऊर्जा होगी दूर
कार्तिक पूर्णिमा की रात जब पूरा आकाश दीपों की रोशनी से जगमगाता है, तब अपने घर की छत पर एक आटे का दीपक रखना बहुत शुभ होता है। यह दीपक नकारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियों को दूर करता है। छत पर दीपक रखने से घर में सकारात्मकता और उजाला आता है, और वातावरण में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार होता है। यह उपाय आपके परिवार को हर प्रकार की बाधाओं से बचाता है और सुख-शांति का स्थायी निवास कराता है।

घर के आंगन में दीपक जलाएं प्रेम और समृद्धि बनी रहेगी
शाम के प्रदोष काल में पूजा के बाद अपने घर के आंगन में भी एक दीपक अवश्य जलाएं। यह दीपक घर के संपूर्ण परिवार के लिए मंगलकारी होता है।
इससे माता लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है और घर में प्रेम, अपनापन और खुशहाली बनी रहती है। अगर परिवार में अक्सर झगड़े या तनाव रहता है, तो यह उपाय आपसी प्रेम और सद्भाव बढ़ाने में मदद करता है। यह दीपक परिवार के लिए एक एकता और सौहार्द का प्रतीक बन जाता है।
समापन विचार: दीपों से जगमगाए जीवन
कार्तिक पूर्णिमा का दिन केवल दीप जलाने का नहीं, बल्कि मन के अंधकार को मिटाने का अवसर भी है। इन पांच स्थानों पर श्रद्धा से आटे का दीपक जलाने से न केवल घर में उजाला और समृद्धि आती है, बल्कि आत्मा भी शांति और सुकून का अनुभव करती है। मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा से आपका जीवन भी दीपों की तरह खुशियों से जगमगाता रहे यही इस पवित्र तिथि का संदेश है।

