हत्या या हादसा? भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करने वाले पत्रकार की मौत पर SIT रिपोर्ट का खुलासा

punjabkesari.in Friday, Oct 03, 2025 - 12:28 PM (IST)

नारी डेस्क:  उत्तराखंड के उत्तरकाशी में पत्रकार राजीव प्रताप की मौत के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। एसआईटी की जांच में यह स्पष्ट हुआ कि यह हत्या नहीं बल्कि सड़क दुर्घटना थी। पुलिस उपाधीक्षक जनक पंवार ने मीडिया को बताया कि दुर्घटना के वक्त राजीव प्रताप शराब के नशे में थे। उन्होंने कहा "CCTV'' फुटेज से यह पुष्टि हुई है कि राजीव लड़खड़ाते हुए चल रहे थे और वाहन को गलत दिशा में चला रहे थे।" 18 सितंबर की शाम करीब 7 बजे राजीव अपने पूर्व विद्यार्थी और कैमरामैन मनबीर कलूड़ा के साथ पुलिस लाइन में नियुक्त मुख्य आरक्षी सोबन सिंह से मिलने गए थे। तीनों ने देर रात तक टैक्सी स्टैंड पर शराब पी। इसके बाद सोबन सिंह वहां से चले गए, लेकिन राजीव के कहने पर वापस आए।

सीसीटीवी फुटेज में सामने आया सच

राजीव और सोबन सिंह फिर बाजार गए और एक होटल में खाना खाया। रात 11 बजे के करीब सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि राजीव शराब के नशे में लड़खड़ा रहे थे। थोड़ी देर बाद सोबन सिंह बाहर आए और राजीव ड्राइविंग सीट पर बैठ गए। फुटेज में गाड़ी में कोई और व्यक्ति नहीं दिखा। राजीव की गाड़ी रात 11:38 बजे गंगोरी पुल के पास सीसीटीवी में दिखाई दी, इसके बाद वाहन कहीं नहीं मिला। सोबन सिंह ने पुलिस को बताया कि उन्होंने राजीव को बार-बार समझाया कि गाड़ी न चलाएं क्योंकि वह नशे में थे। लेकिन राजीव ने उनकी बात नहीं मानी और कहा कि थोड़ी दूर जाकर वापस आ जाएंगे। इसके बाद दुर्घटना हुई।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट

पुलिस और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार राजीव शराब के नशे में थे। गाड़ी गलत दिशा में चल रही थी। राजीव का वाहन चलाने का अनुभव बहुत कम था। इन कारणों से यह घटना एक सड़क दुर्घटना के रूप में दर्ज की गई। फिलहाल इस पूरे मामले की जांच एसआई दिलमोहन बिष्ट कर रहे हैं।

इस रिपोर्ट के आधार पर स्पष्ट है कि यह मामला हत्या नहीं बल्कि सड़क दुर्घटना था, और राजीव की मौत की वजह शराब के नशे में गाड़ी चलाना और अनुभव की कमी थी।  


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Content Editor

Priya Yadav

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