इस विटामिन की कमी बना सकती है आपको भूलक्कड़, रोजाना करें इस एक चीज़ का सेवन
punjabkesari.in Monday, Dec 09, 2024 - 11:18 AM (IST)
नारी डेस्क: हमारे शरीर को ऊर्जा, याददाश्त और नर्वस सिस्टम को सही तरीके से काम करने के लिए विभिन्न पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। इन्हीं में से एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है विटामिन B12। इसकी कमी न केवल याददाश्त को कमजोर कर सकती है, बल्कि कई गंभीर बीमारियों का कारण भी बन सकती है। आइए, विस्तार से समझते हैं कि विटामिन B12 की कमी क्यों होती है, इसके लक्षण क्या हैं, और इसे कैसे पूरा किया जा सकता है।
विटामिन B12 क्यों है महत्वपूर्ण?। VITAMIN B12 KYU HAIN MAHTAVPURN
विटामिन B12 शरीर में रेड ब्लड सेल्स बनाने, नर्वस सिस्टम को ठीक रखने, और डीएनए निर्माण में मदद करता है। यह दिमागी स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है और मेमोरी पावर को तेज करने में सहायक होता है। उम्र बढ़ने के साथ विटामिन B12 की कमी होने का खतरा बढ़ जाता है। सही मात्रा में इसका सेवन अल्जाइमर और अन्य याददाश्त से जुड़ी बीमारियों को रोकने में मदद करता है।
विटामिन B12 की कमी के कारण। VITAMIN B12 KI KAMI KE KARAN
बेड बैक्टीरिया का असर
शरीर में बैक्टीरिया का बैलेंस बहुत जरूरी होता है, लेकिन जब खराब बैक्टीरिया (बेड बैक्टीरिया) की मात्रा बढ़ जाती है, तो यह विटामिन B12 के अवशोषण को प्रभावित करता है। खराब बैक्टीरिया हमारे पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचाते हैं और शरीर के जरूरी पोषक तत्वों को ठीक से पचाने में रुकावट पैदा करते हैं। यह समस्या अक्सर असंतुलित आहार, अधिक तेल-मसाले वाला खाना या बार-बार संक्रमण की वजह से होती है।
एंटीबायोटिक्स का ज्यादा इस्तेमाल। ANTIBIOTICS KA JAYDA ISTEMAL
एंटीबायोटिक दवाएं संक्रमण को रोकने में मदद करती हैं, लेकिन इनका बार-बार या अनावश्यक उपयोग शरीर के अच्छे बैक्टीरिया को भी खत्म कर देता है। इससे न केवल पाचन तंत्र कमजोर होता है, बल्कि विटामिन B12 जैसे आवश्यक पोषक तत्वों का स्तर भी गिरने लगता है। लंबे समय तक एंटीबायोटिक दवाओं का सेवन करने से शरीर में विटामिन B12 का उत्पादन और अवशोषण दोनों बाधित हो सकते हैं।
सर्जरी का प्रभाव। SURGERY KA PRABHAV
पेट या आंतों से जुड़ी सर्जरी (जैसे गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी या आंतों की बीमारी के इलाज के लिए की गई सर्जरी) विटामिन B12 को पचाने की क्षमता को प्रभावित कर सकती है। इन प्रक्रियाओं के दौरान शरीर का वह हिस्सा प्रभावित हो सकता है, जो विटामिन B12 को अवशोषित करता है। सर्जरी के बाद, पेट का एसिड लेवल बदल सकता है, जिससे शरीर को विटामिन B12 पचाने में परेशानी होती है।
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डाइट में कमी। DIET MEIN KAMI
शाकाहारी लोग और ऐसे लोग जो संतुलित आहार नहीं लेते, उनमें विटामिन B12 की कमी का खतरा अधिक होता है। इसका कारण यह है कि विटामिन B12 मुख्य रूप से नॉन-वेजिटेरियन खाद्य पदार्थों जैसे मांस, मछली, अंडा और डेयरी उत्पादों में पाया जाता है। जिन लोगों की डाइट में ये खाद्य पदार्थ शामिल नहीं होते, वे इसकी कमी का शिकार हो सकते हैं। इसके अलावा, खराब डाइट, फास्ट फूड का ज्यादा सेवन, और पौष्टिक आहार की अनदेखी भी इस समस्या को बढ़ा देती है।
अन्य कारण जो विटामिन B12 की कमी को बढ़ाते हैं
1. पेट के एसिड का कम स्तर: पेट का एसिड विटामिन B12 को अवशोषित करने में मदद करता है। अगर पेट का एसिड कम हो जाए, तो यह प्रक्रिया बाधित हो जाती है।
2. एल्कोहल का अधिक सेवन: शराब पीने से पाचन तंत्र प्रभावित होता है और यह विटामिन B12 के अवशोषण को भी कम कर देता है।
3. बढ़ती उम्र: उम्र बढ़ने के साथ शरीर की पोषक तत्वों को पचाने और अवशोषित करने की क्षमता कम हो जाती है।
4. ऑटोइम्यून बीमारियां: कुछ ऑटोइम्यून बीमारियां (जैसे पर्निशियस एनीमिया) भी विटामिन B12 की कमी का कारण बन सकती हैं। इन सभी कारणों से यह स्पष्ट है कि शरीर में विटामिन B12 की कमी को रोकने के लिए संतुलित आहार और स्वस्थ जीवनशैली बहुत जरूरी है।
कमी के सामान्य लक्षण। VITAMIN B12- KAMI KE LAKSHAN
विटामिन B12 की कमी के लक्षण शुरुआत में सामान्य लग सकते हैं, लेकिन धीरे-धीरे गंभीर हो सकते हैं।
याददाश्त कमजोर होना । MEMORY KA KAMZOR HONA
विटामिन B12 की कमी का सबसे शुरुआती और आम लक्षण है याददाश्त कमजोर होना। इस कमी के कारण दिमाग में सही मात्रा में ऑक्सीजन और पोषक तत्व नहीं पहुंचते, जिससे व्यक्ति छोटी-छोटी बातें भूलने लगता है। जैसे चाबियां कहां रखीं, कोई अपॉइंटमेंट, या दैनिक जीवन से जुड़ी अन्य छोटी चीजें। लंबे समय तक यह समस्या बनी रहे तो व्यक्ति के दिमागी स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ सकता है और वह बड़ी बातें भी भूलने लगेगा।
शारीरिक कमजोरी । KAMZORI KA HONA
थकान महसूस होना और मांसपेशियों में कमजोरी विटामिन B12 की कमी के सामान्य लक्षण हैं। यह इसलिए होता है क्योंकि विटामिन B12 की कमी से शरीर में रेड ब्लड सेल्स की संख्या घट जाती है, जिससे शरीर के अंगों तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती। इसके कारण व्यक्ति को हर समय कमजोरी और थकावट महसूस होती है, यहां तक कि थोड़ी सी मेहनत करने पर भी ऊर्जा खत्म हो जाती है।
त्वचा और रंग में बदलाव । SKIN AUR RANG MEIN CHANGES
त्वचा का पीला पड़ना और शरीर का रंग फीका लगना विटामिन B12 की कमी का एक और प्रमुख संकेत है। यह एनीमिया का लक्षण हो सकता है, जो विटामिन B12 की कमी के कारण होता है। रेड ब्लड सेल्स के उत्पादन में बाधा आने से त्वचा में पीलेपन का असर दिखता है। इसके अलावा, कुछ मामलों में आंखों का सफेद हिस्सा भी हल्का पीला दिखने लगता है।
मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव । MANSIK TANAV BADNA
विटामिन B12 की कमी व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर भी गंभीर असर डाल सकती है। मूड स्विंग, तनाव, और चिड़चिड़ापन इसके प्रमुख लक्षण हैं। यह कमी दिमाग में सेरोटोनिन और डोपामिन जैसे न्यूरोट्रांसमिटर्स को प्रभावित करती है, जिससे व्यक्ति डिप्रेशन और चिंता का शिकार हो सकता है। लंबे समय तक यह स्थिति बनी रहने पर व्यक्ति को मानसिक रोगों का खतरा भी हो सकता है।
नर्वस सिस्टम के लक्षण। NERVOUS SYSTEM KE LAKSHAN
विटामिन B12 की कमी का नर्वस सिस्टम पर भी गहरा प्रभाव पड़ता है। हाथ-पैर में झुनझुनी महसूस होना, चक्कर आना, और शरीर के अंगों का सुन्न हो जाना इसके आम लक्षण हैं। यह कमी नर्व्स को कमजोर बना देती है, जिससे व्यक्ति को चलने-फिरने में असुविधा हो सकती है। लंबे समय तक यह समस्या बनी रहने पर यह स्थायी नर्व डैमेज का कारण बन सकती है।
इन लक्षणों को नजरअंदाज करना गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है। विटामिन B12 की कमी को समय पर पहचानकर सही डाइट और इलाज से दूर किया जा सकता है।
लंबे समय तक कमी के गंभीर परिणाम
अगर विटामिन B12 की कमी लंबे समय तक बनी रहे, तो यह गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है। इनमें नर्वस सिस्टम का डैमेज, हड्डियों में दर्द, और एचआईवी जैसी बीमारियां शामिल हैं। इसके अलावा, यह शरीर के अन्य अंगों तक खून पहुंचाने में बाधा डाल सकता है।
कमी को पूरा करने के उपाय
डाइट में सुधार करें । DIET MEIN SUDHAR KARE
विटामिन B12 की कमी को दूर करने के लिए सबसे पहले अपनी डाइट में बदलाव करें। विटामिन B12 से भरपूर खाद्य पदार्थों को नियमित रूप से अपने आहार में शामिल करें। नॉन-वेजिटेरियन खाद्य पदार्थ जैसे अंडा, मछली, और रेड मीट विटामिन B12 के सबसे अच्छे स्रोत हैं। मछली में खासतौर पर सैल्मन और टूना को अपने भोजन में शामिल करें। इसके अलावा, डेयरी प्रोडक्ट्स जैसे दूध, दही, और पनीर भी विटामिन B12 की कमी को दूर करने में मदद करते हैं। शाकाहारियों के लिए फोर्टिफाइड अनाज, सोया उत्पाद, और प्लांट-बेस्ड दूध (जैसे सोया और बादाम दूध) एक अच्छा विकल्प हैं। हरी पत्तेदार सब्जियां और फ्लैक्ससीड्स जैसे बीज भी शरीर को जरूरी पोषण प्रदान करते हैं।
सप्लीमेंट्स का सेवन करें । SUPPLEMENTS KA SEVAN KARE
यदि केवल आहार से विटामिन B12 की कमी पूरी नहीं हो पा रही है, तो डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट्स का सेवन शुरू करें। विटामिन B12 कैप्सूल या टैबलेट लेना सुरक्षित और प्रभावी होता है, और इसे नियमित रूप से लेने से कमी को जल्दी दूर किया जा सकता है। गंभीर कमी के मामलों में डॉक्टर विटामिन B12 के इंजेक्शन की सलाह देते हैं, जो तुरंत असर करते हैं और शरीर में विटामिन B12 का स्तर बढ़ाते हैं। इसके अलावा, अगर शरीर में अन्य पोषक तत्वों की भी कमी है, तो मल्टीविटामिन सप्लीमेंट्स का सेवन एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।
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हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं । HEALTHY LIFESTYLE APNAYE
विटामिन B12 के स्तर को बनाए रखने और शरीर को स्वस्थ रखने के लिए एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाना बेहद जरूरी है। संतुलित आहार लेना न केवल विटामिन B12 की कमी को दूर करता है, बल्कि शरीर के अन्य पोषण संबंधी जरूरतों को भी पूरा करता है। फास्ट फूड और जंक फूड से परहेज करें और प्राकृतिक व पौष्टिक खाद्य पदार्थों को प्राथमिकता दें। नियमित रूप से व्यायाम करें, जो शरीर को सक्रिय और फिट रखता है। मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और तनाव से बचने के लिए ध्यान और योग जैसी गतिविधियां शामिल करें। एक संतुलित और स्वस्थ जीवनशैली न केवल विटामिन B12 की कमी से बचाती है, बल्कि शरीर और दिमाग दोनों को मजबूत और ऊर्जावान बनाती है।
कौन लोग अधिक खतरे में हैं?
1. शाकाहारी और वे लोग जो केवल पौधों पर आधारित आहार लेते हैं।
2. बुजुर्ग, जिनकी पाचन शक्ति कमजोर होती है।
3. वे लोग जिन्हें डायजेस्टिव प्रॉब्लम्स (जैसे गैस्ट्रिक या अल्सर) होती हैं।
4. शराब का अधिक सेवन करने वाले।
डॉक्टर से कब संपर्क करें? । DOCTOR SE KAB SAMPARK KARE?
अगर आप लगातार थकान, चक्कर, हाथ-पैर में झुनझुनी, या याददाश्त कमजोर होने जैसी समस्याएं महसूस कर रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। सही समय पर जांच और इलाज से बड़ी समस्याओं को टाला जा सकता है।
विटामिन B12 का हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण योगदान है। इसे नज़रअंदाज करना बड़ी बीमारियों को दावत देने जैसा है। अपनी डाइट में विटामिन B12 से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल करें और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह लें। स्वस्थ डाइट और जीवनशैली अपनाकर आप अपने शरीर और दिमाग को लंबे समय तक फिट रख सकते हैं।