Mommy Alert: क्या बच्चे को काजल लगाना सही है ?
punjabkesari.in Sunday, Oct 18, 2020 - 10:51 AM (IST)
शिशु की आंखों में काजल लगाने की प्रथा काफी पुरानी चली आ रही है। भारतीय संस्कृति के अनुसार बच्चे को बुरी नजर से बचाने के लिए उसी आंखों में काजल लगाया जाता है। भारत के सभी गांव, शहरों और यहां तक कि महानगरों में आज भी यह रिवाज पूरे शौंक के साथ निभाया जाता है लेकिन स्वाल यह उठता है कि क्या ऐसा करना सही है ? आंखें शरीर का सबसे कोमल अंग होती हैं, ऐसे में नन्हें बच्चे की आंखों में काजल लगाना क्या ठीक रहेगा ?
काजल लगाने से होने वाला असर
बेशक दादी-नानी की सलाह मानें तों काजल ही वह रामबाण औषधि है जो आपके शिशु को सारी बिमारियों और तकलीफ से बचाता है इसलिए आखों में जितना ज्यादा काजल होगा शिशु की आंखे उतनी ही तेज तरार और सुंदर दिखेंगी। मगर डाक्टरों की राय इसके बिल्कुल उलट है और आंखों में काजल लगाना शिशु के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है।
डॉक्टरों की राय
काजल के इस्तेमाल से नवजात शिशु की आंखों से लगातान पानी आने की शिकायत हो सकती है। आखों में खुजली के साथ-साथ एलर्जी भी हो सकती है। शिशु की आंखो में काजल लगाने पर उसकी आखों के किनारे यदि ठीक से न साफ किए जाएं तो यह उन किनारों पर जमा हो जाता है जिससे संक्रमण होने का खतरा रहता है। हमारी आखों के बीच का हिस्सा नाजुक होता है इसलिए आखों में धूल-मिट्टी और गंदगी जाने यह चीजें बड़ी जल्दी आखों पर असर करती हैं और यह शिशु की आंखों की रोशनी को भी प्रभावित कर सकता है।
इस तरह लगाएं काजल
यदि आप डॉक्टरों की इन बातों से सहमत हैं और फिर भी अपने बच्चे की आंखे काजल से सजाना चाहती हैं तो ऑरगेनिक काजल का इस्तेमाल करें। बाजार में मिलने वाले काजल के बजाय घर में बने काजल का इस्तेमाल करें। बाजार से काजल खरीदने पर ध्यान रहे कि यह किसी अच्छी कंपनी द्वारा बना हुआ हो जिससे इस बनाने में इस्तेमाल चीजों की जानकारी रहे। रोजाना रात के समय शिशु की आंखो से काजल को पोछकर और हल्के हाथ से धोकर निकाल दें।