Pregnancy में मेहंदी लगाना कितना सुरक्षित?
punjabkesari.in Tuesday, Feb 22, 2022 - 01:39 PM (IST)
गर्भावस्था में महिलाओं को अपनी सेहत का खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। इसके साथ ही उसे स्किन व बालों की केयर के लिए खास चीजें चुननी चाहिए। असल में, गर्भवती महिला द्वारा खाई व इस्तेमाल की गई चीजों का असर गर्भ में पल रहे बच्चों पर आसानी से पड़ता है। ऐसे में महिलाओं के मन में इस बात का सवाल रहता है कि क्या वे इस अवस्था में बाल, हाथों-पैरों पर मेहंदी लगा सकता है या नहीं? चलिए आज हम आपको बताते हैं कि गर्भावस्था दौरान मेहंदी लगाने से जुड़ी कुछ खास बातें...
प्रेग्नेंसी में ऐसी मेहंदी करें इस्तेमाल
गर्भावस्था दौरान महिलाओं को नैचुरल मेहंदी ही लगानी चाहिए। बता दें, प्राकृतिक मेहंदी का रंग बालों पर लाल, नारंगी, भूरा, कॉफी या चॉकलेट चढ़ता है। मगर आपकी स्किन पर काला रंग दिखाई दे तो समझ जाए कि इसमें कैमिकल्स है। ऐसे में कैमिकल वाली मेहंदी लगाने से बचें। इससे स्किन एलर्जी होने के साथ गर्भ में पल रहे शिशु को नुकसान हो सकता है। इसके लिए आप चाहे तो घर पर मेहंदी की पत्तियों को पीसकर इसे तैयार करके इस्तेमाल कर सकती है।
क्या प्रेग्नेंसी में बालों में मेहंदी लगाना सुरक्षित?
कई महिलाएं बालों को कलर करने के लिए मेहंदी लगाती है। मगर गर्भावस्था दौरान बाहर से मिलने वाली मेहंदी लगाने की जगह इसकी पत्तियों को घर पर पीसकर लगाएं। इससे स्कैल्प पोषित होगा और इससे जुड़ी कई समस्याओं से आराम मिलेगा। इससे सिरदर्द की परेशानी दूर होकर ठंडक का एहसास होगा।
ऐसे करें इस्तेमाल
मेहंदी के पत्तों को पीसकर इसमें जरूरत अनुसार पानी मिलाएं। फिर इसमें नींबू के रस की कुछ बूंदें, 1 चम्मच नारियल तेल, 1-1 चम्मच आंवला व शिकाकाई पाउडर डालकर मिलाएं। इसके बाद इसे बालों पर लगाकर 30 से 60 मिनट तक रहने दें। बाद में माइल्ड शैंपू से धो लें।
क्या प्रेग्नेंसी में हाथों में मेहंदी लगाना सुरक्षित?
गर्भावस्था दौरान लोग कई तरह के रीति-रिवाजों को मानते हैं। इस दौरान महिलाओं के हाथों व पैरों पर मेहंदी भी लगाई जाती है। आजकल महिलाएं पेट पर भी मेहंदी लगाने लगे हैं। एक्सपर्ट अनुसार, इस दौरान मेहंदी लगाना अच्छा होता है। इससे शरीर का तापमान कम होता है। फटी एड़ियों, फंगल इंफेक्शन से आराम मिलता है और इससे नाखून पोषित होते हैं। मगर इस बात का ध्यान रखें कि बाहर से मिलने वाली मेहंदी की जगह पर घर पर इसके पत्तों को पीसकर तैयार करें।
ऐसे करें इस्तेमाल
इसके लिए मेहंदी के पत्तों को पीसकर इसमें नींबू का रस और गुड़हल के फूलों का पेस्ट मिलाएं। इसे हाथों पर लगाकर 2-3 घंटे रहने दें। सूखने के बाद मेहंदी को उतारकर हाथों पर सरसों या लौंग का तेल लगाएं। इससे मेहंदी का रंग गहरा और अच्छा आएगा।
काली मेहंदी के प्रयोग से होने वाले नुकसान
. काली मेहंदी में पीपीडी या पैराफेनिलेनेडियम पाया जाता है, इसका इस्तेमाल आमतौर पर केमिकल रंगों के लिए किया जाता है। ऐसे में काली मेहंदी लगाने से स्किन में जलन, एलर्जी, खुजली या फफोले हो सकते हैं। इससे गर्भ में पल रहे शिशु को भी नुकसान हो सकता है।
. काली मेहंदी लगाने से महिलाओं की इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है। ऐसे में इससे मां और बच्चे दोनों की सेहत को नुकसान हो सकता है।
इन बातों का रखें ध्यान
. मेहंदी लगाने से पहले हाथ पर एक बार पैच टेस्ट जरूर लें। इससे आपको स्किन एलर्जी व अन्य समस्या का पता च जाएगा।
. बालों पर मेहंदी खुद लगाने की जगह पर किसी की मदद लें। इससे आपको चक्कर आने या थकान की परेशानी से बचाव रहेगा।
. मेहंदी आराम से बैठकर लगवाएं ताकि आपको किसी तरह की परेशानी ना हो। आप सोफा पर बैठकर मेहंदी लगवा सकती है।
. बालों पर लगी मेहंदी सूखने के बाद इसे सावधानी से धोएं। आप घर के किसी सदस्य की मदद ले सकती है।
. मेहंदी लगा के दौरान या बाद में स्किन एलर्जी, जोड़ों में दर्द, खुजली या जलन की समस्या हो तो बिना देरी किए डॉक्टर की सलाह लें।