इस बसंत पंचमी करें बच्चों की पढ़ाई की शुरुआत, मिलेगी मां सरस्वती की कृपा

punjabkesari.in Saturday, Feb 01, 2025 - 04:51 PM (IST)

नारी डेस्क: हर माता-पिता की इच्छा होती है कि उनके बच्चे खूब पढ़ें-लिखें और सफल बनें। लेकिन कई बार बच्चों की पढ़ाई में रुचि कम हो जाती है, जिसके पीछे कई ज्योतिषीय कारण हो सकते हैं। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, यदि कुंडली में विद्या योग नहीं हो तो शिक्षा में बाधाएं आ सकती हैं। ऐसे में सही मुहूर्त में पढ़ाई की शुरुआत करना शुभ माना जाता है।

विद्या आरंभ के लिए शुभ दिन – बसंत पंचमी

मुहूर्त शास्त्र के अनुसार, किसी भी कार्य की शुरुआत यदि शुभ मुहूर्त में की जाए तो उसके अच्छे परिणाम मिलते हैं। बच्चों की शिक्षा आरंभ करने के लिए सबसे उत्तम तिथि माघ शुक्ल पंचमी, यानी बसंत पंचमी को माना जाता है। इस दिन ज्ञान और विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा की जाती है, जो शिक्षा, संगीत और बुद्धि की अधिष्ठात्री देवी हैं।

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सरस्वती पूजा का महत्व

वेदों और पुराणों के अनुसार, सृष्टि के आरंभ में माघ शुक्ल पंचमी के दिन ही माता सरस्वती प्रकट हुई थीं। उन्होंने अपनी वीणा बजाकर संसार में प्रथम स्वर और ध्वनि का संचार किया था। यही कारण है कि इस दिन विशेष रूप से शिक्षा, संगीत और कला से जुड़े लोग मां सरस्वती की पूजा करते हैं और विद्या का वरदान मांगते हैं।

विद्या आरंभ संस्कार की परंपरा

प्राचीन काल में इस दिन माता-पिता अपने बच्चों को गुरु के पास ले जाकर शिक्षा की शुरुआत करवाते थे। गुरु पहले दिन बच्चों से "ॐ" लिखवाते थे, क्योंकि यह ब्रह्मांड का प्रथम ध्वनि और सबसे पवित्र शब्द माना जाता है। मान्यता है कि जो बच्चा इस अक्षर को सुंदर लिखता है, उस पर मां सरस्वती की विशेष कृपा होती है।

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"ॐ" शब्द का महत्व

"ॐ" शब्द ब्रह्मांड की प्रथम ध्वनि है और इससे ही सृष्टि की शुरुआत मानी जाती है। इस एक अक्षर में त्रिदेव (ब्रह्मा, विष्णु और महेश) की शक्ति समाहित है।
"ॐ" अक्षर अ + उ + म से मिलकर बना है, जो संपूर्ण ब्रह्मांड की ऊर्जा को दर्शाता है। इसे लिखने और उच्चारण करने से मानसिक शक्ति बढ़ती है और ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है।

बसंत पंचमी पर बच्चों की शिक्षा शुरू करने के लाभ

मां सरस्वती की विशेष कृपा मिलती है, जिससे बच्चों की बुद्धि तेज होती है। विद्या में रुचि बढ़ती है, जिससे वे अधिक मन लगाकर पढ़ाई कर पाते हैं।
अच्छे संस्कारों का विकास होता है, क्योंकि इस दिन विद्या आरंभ करना शुभ माना जाता है। सकारात्मक ऊर्जा मिलती है, जिससे बच्चे आगे चलकर जीवन में सफलता प्राप्त करते हैं। बाधाओं से मुक्ति मिलती है, यदि कुंडली में विद्या योग कमजोर हो तो इस दिन शिक्षा की शुरुआत करने से सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

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इस दिन क्या करें?

सरस्वती पूजा करके बच्चों को पढ़ाई शुरू करवाएं। माता सरस्वती के समक्ष "ॐ" लिखवाएं और उसे पढ़ने के लिए प्रेरित करें। बच्चों को पुस्तक, पेंसिल और कॉपी भेंट करें और उन्हें पढ़ाई का महत्व समझाएं। शिक्षा से जुड़े कार्यों की शुरुआत इस दिन करना बेहद शुभ माना जाता है।
 
बसंत पंचमी सिर्फ त्योहार नहीं, बल्कि एक शुभ अवसर है जब बच्चों की शिक्षा की शुरुआत की जा सकती है। इस दिन मां सरस्वती की पूजा करने और "ॐ" लिखवाने से विद्या में प्रगति होती है और बच्चे जीवन में सफलता प्राप्त करते हैं।

 

 
 


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Content Editor

Priya Yadav

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