Holi 2023: हर रंग में छुपा है मन का संदेश, इस्तेमाल करने से पहले जान लें इनके मायने
punjabkesari.in Saturday, Feb 25, 2023 - 03:16 PM (IST)
होली का त्योहार रंगों का त्योहार है। यहां रंग हमारे भीतर उल्लास लाते हैं और जीवन का मर्म समझाते हैं। इन रंगों के कारण ही जीवन में जीवंतता आती है। इस त्योहार नवचेतना का प्रतीक है जो हमारे भीतर समाई हुई है। इसलिए इस दिन रंगों का विशेष महत्व है। होली के रंगों के महत्व को भी समझना जरुरी है। तभी तो इसका अर्थ समझा जा सकेगा।
करीबी का प्रतीक है पीला रंग
पीला रंग हमेशा दोस्ती और संबंधों में प्रगाढ़ता का प्रतीक माना गया है। पीला रंग सखा भाव को दर्शाता है। पीले रंग को आरोग्य, शांति और एश्वर्या का प्रतीक माना गया है। इस रंग का प्रभाव मानव मस्तिष्क पर पड़ता है। देवी-देवताओं का भी पीला रंग सबसे प्रिय होता है। इसलिए पीले रंग में जमकर होली खलिए।
रक्षक की भूमिका निभाता है लाल रंग
हमारे देश में आध्यात्मिकता और सौभग्य का रंग लाल रंग ही होता है। यह रंग शुभता का प्रतीक माना जाता है और आशा की किरण जगाता है। लाल रंग को ऊर्जा, उत्साह, महत्वाकांक्षा, उग्रता, उत्साह और पराक्रम का प्रतीक माना जाता है। लाल रंग से ही शुभ कार्यों में इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन सही मायने में लाल रंग रक्षक की भूमिका निभाता है।
मानसिक शक्ति का प्रतिका है भगवा रंग
भगवा रंग खुशमिजाजी और सामाजिक सरोकार का प्रतीक है। इस रंग से मानसिक शक्ति काफी मजबूत होती है और सामाजिक संबंध भी मजबूत होते हैं। अग्नि का शुद्ध रूप भगवा ही है। गीता के अनुसार अग्नि हर किसी को पवित्र कर देती है। इस रंग के प्रयोग से व्यक्ति ज्ञानवान और विचारवान होता है। भगवा रंग में हल्की सी पीली झलक दिखाई देती है।
वीरता का प्रतीक है नीला रंग
नीले रंग जिंदगी में कोमलता और स्नेह के साथ वीरता, पौरुषता का प्रतीका माना जाता है। मनोविज्ञान के अनुसार नीला रंग बल, और वीर भाव का प्रतीक है। ऐसा बल जिसमें मर्यादा है और अहंकार बिल्कुल नहीं है। धार्मिक दृष्टिकोण से भी इस रंग का काफी महत्व है। इस होली अपनों के साथ नीले रंग से जरूर खेंले।
शीतलता को दर्शाता है हरा रंग
हरा रंग हरियाली, शीतलता, ताजगी, और सकारात्मकता का प्रतीक होता है। हरें रंग में हरे-भरे मैदान, पर्वत, और नदियों के किनारे शामिल हैं। हरा मधुर रंग है। यह मन को शांति देता है। हरे रंग से आत्मविश्वास, प्रसन्नता और शीतलता मिलती है। यह रंग संपन्नता और गतिशीलता दर्शाता है। इस होली जी भरकर अपने आसपास के लोगों को हरे रंग से रंग दें।
केसरिया रंग है निरोगी तन और मन का प्रतीक
केसरिया रंग निरोगी तन और मन का प्रतीक है। यह धार्मिक ज्ञान, तप, संयम और वैराग्य का रंग है। शुभ संकल्प का सूचक है। केसरिया रंग को बलिदान का प्रतीक माना जाता है। यह रंग राष्ट्र के प्रति हिम्मत और निस्वार्थ भावनाओं को दर्शाता है। इसलिए होली खेलें और केसरिया रंग में रंग जाएं।