पैगंबर मुहम्मद के जन्मदिन के रुप में मनाई जाती है ईद-ए-मिलाद, जानिए त्योहार की खासियत
punjabkesari.in Wednesday, Sep 27, 2023 - 05:34 PM (IST)
इस्लामिक धर्म के खास त्योहारों में से एक ईद-ए-मिलाद भी है। मुस्लिम धर्म के लोग इस त्योहार को पूरे धूमधाम से मनाते हैं। इस दिन मुस्लिम धर्म के अनुयायी पैगंबर मुहम्मद के जन्मदिन के तौर पर मनाया जाता है। यह इस्लामी साल के तीसरे महीने के 11वें और 12वें दिन मनाया जाती है। इस दिन मस्जिदों को सजाया जाता है और लोग पूरे धूमधाम के साथ इस पर्व को मनाते हैं। कुरान पड़कर अल्लाह की इबादत के साथ इस दिन को और खास बनाते हैं। इस बार ईद-ए-मिलाद कल मनाई जाएगी। तो चलिए आपको बताते हैं कि इसकी खासियत क्या है.....
क्यों मनाई जाती है ईद-ए-मिलाद
ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के नाम से मशहूर इस पर्व का खास महत्व है। अरबी भाषा में इस शब्द का अर्थ है ईद-ए का अर्थ है जन्म, मिलाद उन नबी का अर्थ है हजरत मुहम्मद साहब का जन्म। ऐसे में माना जाता हि इस दिन पैंगबर हजरत मुहम्मह का जन्म हुआ था। ऐसे में मुस्लिम धर्म के लोगों के लिए यह त्योहार बहुत ही खास होता है। इस दिन को वह बहुत ही धूमधाम, खुशी और उल्लास के साथ मनाते हैं।
कौन है पैगंबर मुहम्मद?
इस्लाम धर्म को बढ़ाने के लिए पैगंबर मुहम्मद का खास योगदान है। उनके माता-पिता का नाम अबदुल्ला बिन अब्दुल और आमेना था। मान्यताओं के अनुसार, अल्लाह की ओर से भेजे जाने वाले वह आखिरी पैगंबर थे। इस दिन मौलाना इस्लामी लोगों को अल्लाह के रास्ते पर चलने के लिए कहते हैं। इसलिए यह दिन बहुत ही खास माना जाता है।
कैसे मनाई जाती है ईद-ए-मिलाद
इस दिन घरों में तरह-तरह के स्वादिष्ट पकवान बनाए जाते हैं। यह खाना गरीबों और जरुरतमंद व्यक्तियों को बांटा जाता है। इस दिन पैगंबर मुहम्मद के द्वारा दी गई शिक्षाओं को याद किया जाता है। मुस्लिम धर्म के लोग पैगम्बर मुहम्मद का एक प्रतीक शीशे के ताबुत में रखकर जुलूस निकालते हैं और उनकी जीवन की अच्छी बातों को बताते हुए शांति का संदेश लोगों में देते हैं। इस दिन शहद का खास तौर पर महत्व बताया गया है। क्योंकि यह मोहम्मद पैगंबर को बहुत ही पसंद था। इस दिन विशेष रुप से लोग मस्जिद में जाकर नमाज पढ़ते हैं। ऐसा माना जाता है कि जो भी अनुयायी इस दिन सारे नियमों का पालन करता है उसे अल्लाह की कृपा जरुर मिलती है।