कैसे काम करता है भारत का S-400 ''सुदर्शन चक्र'', जिसने पाकिस्तानी मिसाइलों को दिया करारा जवाब
punjabkesari.in Friday, May 09, 2025 - 02:41 PM (IST)

नारी डेस्क: हाल ही में पहलगाम हमले और ऑपरेशन 'सिंदूर' के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया। इस तनाव का एक अहम मोड़ गुरुवार रात को आया जब पाकिस्तान की ओर से भारतीय शहरों, हवाई अड्डों और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की गई। लेकिन भारत ने इस हमले का करारा जवाब दिया और वो भी अपने एडवांस्ड एयर डिफेंस सिस्टम S-400 सुदर्शन चक्र से। इस एयर डिफेंस सिस्टम ने न केवल खतरे को टाला, बल्कि पाकिस्तान के एयर डिफेंस को भी भारी नुकसान पहुंचाया। अब देशभर में इसी S-400 सिस्टम की चर्चा हो रही है। आइए जानते हैं कि यह सिस्टम क्या है, कैसे काम करता है, और यह इतना खास क्यों माना जाता है।
क्या है S-400 सुदर्शन चक्र?
S-400 सुदर्शन चक्र एक बहुत ही ताकतवर मोबाइल सरफेस-टू-एयर मिसाइल सिस्टम है। मोबाइल का मतलब है कि इसे एक जगह से दूसरी जगह आसानी से ले जाया जा सकता है। इसे 1990 के दशक में रूस ने बनाया था, S-300 सिस्टम को अपग्रेड करके। साल 2007 में इसे रूस की सेना में शामिल किया गया। आज रूस इससे भी आगे बढ़कर S-500 सिस्टम पर काम कर रहा है। भारत ने इस सिस्टम को रूस से खरीदा है। रिपोर्टों के मुताबिक, देश में 3 S-400 सिस्टम पहले ही ऑपरेशनल हैं और 2026 तक दो और सिस्टम भारत को मिल जाएंगे।
कैसे काम करता है यह मोबाइल एयर डिफेंस सिस्टम?
S-400 एक ऐसा सिस्टम है जो हवा में आने वाले खतरों को पहचानता, ट्रैक करता और फिर खत्म करता है। इसमें रडार, इन्फ्रारेड कैमरे, और अन्य सेंसर लगे होते हैं जो दुश्मन की मिसाइलों और फाइटर जेट्स को पहचानते हैं। जैसे ही कोई खतरा सामने आता है यह सिस्टम तुरंत मिसाइल दागता है और हवा में ही दुश्मन के हथियारों को खत्म कर देता है। इसकी सबसे बड़ी ताकत यही है कि इसे तेजी से कहीं भी तैनात किया जा सकता है।
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S-400 की खासियतें क्या हैं?
S-400 सुदर्शन चक्र को दुनिया के सबसे एडवांस लॉन्ग रेंज एयर डिफेंस सिस्टम में से एक माना जाता है। यह एक समय में 300 टार्गेट्स पर नजर रख सकता है। एक साथ 36 टार्गेट्स पर हमला कर सकता है और उन्हें हवा में ही बर्बाद कर सकता है। इसमें चार तरह की मिसाइलें होती हैं, जो अलग-अलग दूरी तक काम करती हैं:
40N6 मिसाइल – 400 किलोमीटर तक फायर करती है।
48N6 मिसाइल – 250 किलोमीटर तक की रेंज।
9M96E मिसाइल – 120 किलोमीटर तक की रेंज।
9M96E2 मिसाइल – शॉर्ट रेंज के लिए, दुश्मन की मिसाइलों को तेजी से खत्म करती है। इन सभी मिसाइलों की स्पीड और टार्गेट पर अचूक निशाना, इसे और भी ताकतवर बनाता है।
क्या है फर्क S-400 और आयरन डोम में?
इस्राइल का आयरन डोम भी एक मशहूर एयर डिफेंस सिस्टम है, लेकिन इसकी तुलना में S-400 ज्यादा एडवांस्ड और ताकतवर है। S-400 मिसाइलों के साथ-साथ फाइटर जेट्स, ड्रोन, और लॉन्ग रेंज हमलों को रोकने में सक्षम है। वहीं आयरन डोम सिर्फ शॉर्ट रेंज मिसाइलों से रक्षा कर सकता है। इसलिए जब बात बड़े हमलों की हो, तो S-400 ज्यादा असरदार साबित होता है।
गुरुवार रात हुए घटनाक्रम ने एक बार फिर दिखा दिया कि भारत की सैन्य ताकत कितनी मजबूत हो चुकी है। S-400 सुदर्शन चक्र जैसे आधुनिक सिस्टम भारत की रक्षा में बड़ा रोल निभा रहे हैं। आज जब देश को हाईटेक सुरक्षा की जरूरत है, ऐसे में S-400 जैसे सिस्टम हमारी सेनाओं को और ज्यादा मजबूती देते हैं।