छोटा पैकेट बड़ा धमाका हैं Heman Bekele! महज 14 साल की उम्र में खोज डाला Skin Cancer का इलाज
punjabkesari.in Wednesday, Oct 25, 2023 - 11:15 AM (IST)
कैंसर एक खतरनाक जानलेवा बीमारी है। इस बीमारी से पीड़ित लाखों लोग अपनी जान गंवाते हैं। डॉक्टर से लेकर वैज्ञानिक तक इस बीमारी का इलाज ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं। इसी बीच अमेरिका के 14 साल के युवा वैज्ञानिक ने कमाल कर दिखाया है। उन्होंने स्किन कैंसर के इलाज के लिए एक साबुन का आविष्कार किया है। वर्जीनिया के एनांडेल में डब्ल्यू टी.वुडसन हाई स्कूल में 9 वीं कक्षा के छात्र, हेमन बेकेल ने 2023 में यंग साइंटिस्ट चैलेंज में ये अविष्कार करके जीत हासिल की। इनके लिए उन्हें $25,000 की प्राइज मनी भी मिली।
रिपोर्ट्स की मानें तो बेकेले ने सिर्फ 3 चीजों को मिलाकर स्किन कैंसर के लिए मेडिकल सोप तैयार किया है। ये साबुन काफी किफायती भी है, एक साबुन की कीमत मात्र $0.50 है। इस साबुन में मौजूद गुण dendritic cells को reactive करता है जो इस जानलेवा बीमारी से लड़ने में मददगार हैं।
बेकेले के लिंक्डइन बायो में लिखा है, “फ्रेशमैन वुडसन हाई स्कूल में पढ़ रहा है। स्व-सिखाया गया प्रोग्रामर- पायथन, लुआ, जावास्क्रिप्ट और सी में पारंगत। चिकित्सा, प्रोग्रामिंग और प्रभाव डालने का जुनून। एसटीईएम और कंप्यूटर विज्ञान में अनुसंधान और इंटर्नशिप के अवसरों के लिए उत्सुक हूं।”
बेकेले ने फेयरफैक्स काउंटी पब्लिक स्कूल को बताया, "त्वचा कैंसर ज्यादातर विकासशील देशों में रहने वाले लोगों में पाया जाता है।" "लेकिन एक ऑपरेशन की औसत कीमत $40,000 है।"
उन्होंने आगे कहा, “मैं लोगों के इलाज और अपने परिवार के लिए मेज पर खाना रखने के बीच चयन करने के विचार से तबाह हो गया था। बहुत सारी ऐसी मौतें हैं जिन्हें रोका जा सकता है।”
बेकेले की लिंक्डइन बायो से पता चलता है साइंस को लेकर इनका जुनून
बेकेले के लिंक्डइन बायो में लिखा है, “फ्रेशमैन वुडसन हाई स्कूल में पढ़ रहा हूं। self taught प्रोग्रामर, लुआ, जावास्क्रिप्ट और सी में पारंगत। चिकित्सा, प्रोग्रामिंग और प्रभाव डालने का जुनून। एसटीईएम और कंप्यूटर विज्ञान में अनुसंधान और इंटर्नशिप के अवसरों के लिए उत्सुक हूं।”
बेकेले ने फेयरफैक्स काउंटी पब्लिक स्कूल को बताया, " स्किन कैंसर ज्यादातर बड़े देशों में रहने वाले लोगों में पाया जाता है।" "लेकिन एक ऑपरेशन की औसत कीमत $40,000 है। मैं लोगों के इलाज और अपने परिवार के लिए मेज पर खाना रखने के बीच चयन करने के विचार से तबाह हो गया था। बहुत सारी ऐसी मौतें हैं जिन्हें रोका जा सकता है।”
ऐसे किया बेकेल ने स्किन कैंसर वाले सोप का अविष्कार
बेकेले ने स्किन कैंसर का अध्ययन किया और dendritic cells के बारे में सीखा। प्रतियोगिता के लिए उन्होंने जो वीडियो सबमिट किया था, उसमें बताया गया है कि तीन तत्व - सैलिसिलिक एसिड, ग्लाइकोलिक एसिड और ट्रेटीनोइन - केराटोलिटिक एजेंट के रूप में जाने जाते हैं जो त्वचा की बाहरी परतों को तोड़ते हैं।
बेकेले ने अपने इस प्रोडक्ट को स्किन कैंसर के इलाज करने वाला साबुन या एससीटीएस कहते हैं। उनका कहना है कि इस साबुन को हर दो दिन में त्वचा पर लगाया जा सकता है। बेकेले ने पुरस्कार राशि को अपने प्रोडक्ट को पेटेंट करने के लिए इस्तेमाल करने की योजना बनाई है। बेकेले भविष्य में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बनना चाहती हैं।