जरा संभल कर जाना हिमाचल! यहां मानसून ने मचा दी है तबाही, ब्यास नदी भी दिखा रही है रौद्र रूप
punjabkesari.in Tuesday, Jul 01, 2025 - 11:45 AM (IST)

नारी डेस्क: हिमाचल प्रदेश में इस समय संकट के बादल मंडरा रहे हैं। यहां कई जगह बादल फटने और भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ के चलते लोगों को भारी नुकसान हुआ है। पिछले 24 घंटों में लगातार बारिश के कारण राज्य भर में कुल 259 सड़कें अवरुद्ध रहीं, जबकि 614 बिजली वितरण ट्रांसफार्मर (DTR) और 130 जलापूर्ति योजनाएं बाधित रहीं। राज्य में सड़कें, बिजली की लाइनें और पानी की व्यवस्थाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं।

ब्यास नदी उफान पर
भारी बारिश के चलते ब्यास नदी उफना गई है, नदी का पानी किनारों को तोड़ने को आमादा दिख रहा है। इसे लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। वहीं मंडी में भारी बारिश के बाद बादल फटने और अचानक आई बाढ़ से जिले में कई जगहों पर भारी नुकसान हुआ है, जिसके चलते कई लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। घरों और कृषि भूमि को नुकसान पहुंचने की सूचना है।

मंडी में मची भारी तबाही
एसईओसी के एक अधिकारी ने कहा- "मानसून अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है और इसका असर कई जिलों में दिख रहा है। मंडी जिला सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ, जहां 139 सड़कें अवरुद्ध हो गईं और 314 बिजली ट्रांसफार्मर बाधित हो गए, जिनमें से ज्यादातर गोहर (199), मंडी II (79) और जे नगर (18) में हैं। सिरमौर में 92 जलापूर्ति योजनाएं बाधित होने की सूचना मिली, जिनमें नोहराधार में 19 और पच्छाद में 16 शामिल हैं। कुल्लू में 20 सड़कें अवरुद्ध होने और 47 जल योजनाएं बाधित होने की सूचना मिली, खासकर उप-मंडल कुल्लू, लार्गी और अन्नी में। लाहौल और स्पीति में सबसे ज्यादा एकल-बिंदु ट्रांसफार्मर बाधित हुए- अकेले स्पीति में 139 डीटीआर।
यहां अलर्ट जारी
मंडी जिले की सभी नदियां और नाले उफान पर हैं और ब्यास नदी पर बने पंडोह बांध से डेढ़ लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया है। पंडोह बांध का जलस्तर खतरे के निशान 2,922 फुट के मुकाबले 2,941 फुट तक पहुंच गया है। चंडीगढ़-मनाली चार लेन मार्ग वर्तमान में द्वाडा, झलोगी और बनाला सहित कई स्थानों पर अवरुद्ध है, जबकि कमांद-कटौला-बजौरा मार्ग केवल हल्के मोटर वाहनों (एलएमवी) के लिए खुला है। भारी बारिश के बाद मंडी और हमीरपुर के जिला प्रशासन ने मंगलवार को स्कूल बंद करने के आदेश दिए हैं। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में छह जिलों - चंबा, हमीरपुर, मंडी, शिमला, सिरमौर और सोलन के कुछ हिस्सों में हल्के से मध्यम स्तर की बाढ़ के खतरे की चेतावनी दी है।