H3N2 वायरस के लक्षण कितने दिन में दिखते हैं? जानिए शुरुआती संकेत

punjabkesari.in Monday, Sep 29, 2025 - 12:38 PM (IST)

नारी डेस्क:  दिल्ली और उसके आसपास के शहरों में H3N2 वायरस (H3N2 Influenza) तेजी से फैल रहा है। नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद और गाजियाबाद में भी इसके मामले लगातार बढ़ रहे हैं। यह वायरस श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है और संक्रमित व्यक्ति की खांसी, छींक या किसी सतह को छूने से भी फैल सकता है। आइए जानते हैं इसके लक्षण, संक्रमण के खतरे, बचाव और उपचार के तरीके।

H3N2 वायरस क्या है?

H3N2 एक प्रकार का इंफ्लुएंजा वायरस है जो फ्लू जैसा संक्रमण फैलाता है। यह सामान्य फ्लू की तरह दिखता है लेकिन कई बार यह गंभीर रूप भी ले सकता है। यह वायरस मुख्य रूप से सांस के जरिए फैलता है, यानी संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से हवा में मौजूद बूंदों के जरिए। संक्रमित सतह जैसे दरवाज़े का हैंडल, मोबाइल, कपड़े या बर्तन छूने से भी संक्रमण हो सकता है।सबसे बड़ी चिंता यह है कि यह वायरस तेजी से एक से दूसरे व्यक्ति तक पहुंच जाता है।

H3N2 वायरस के लक्षण

H3N2 के लक्षण सामान्य फ्लू की तरह होते हैं, लेकिन ये ज्यादा लंबे समय तक बने रहते हैं। संक्रमण होने के 1 से 4 दिनों के भीतर शरीर में लक्षण दिखने लगते हैं। शुरुआत में ये हल्के लग सकते हैं लेकिन धीरे-धीरे गंभीर हो सकते हैं। तेज बुखार और ठंड लगना, गले में खराश और लगातार खांसी, नाक बहना या नाक का बंद होना, शरीर में दर्द और थकान, सिरदर्द और कमजोरी, सांस लेने में तकलीफ (गंभीर मामलों में) ये लक्षण 5 से 7 दिनों तक बने रहते हैं और मरीज को पूरी तरह थका देते हैं।

किन लोगों को खतरा ज्यादा है?

H3N2 वायरस सभी को प्रभावित कर सकता है, लेकिन कुछ लोग इसके ज्यादा शिकार बनते हैं।

बच्चे और बुजुर्ग: उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) कमजोर होने के कारण संक्रमण तेजी से फैलता है।

अस्थमा और डायबिटीज के मरीज: जिन लोगों को पहले से ही सांस या शुगर की समस्या है, उनके लिए यह वायरस खतरनाक साबित हो सकता है।

दिल के मरीज: कमजोर हृदय वाले लोगों पर वायरस ज्यादा असर डालता है।

गर्भवती महिलाएं: गर्भावस्था में शरीर की इम्यूनिटी कम हो जाती है, जिससे वायरस का खतरा और बढ़ जाता है।

इन लोगों को खासतौर पर सावधानी बरतने की जरूरत है।

H3N2 से संक्रमित होने पर क्या करें?

अगर शरीर पर फ्लू जैसे लक्षण दिखाई दें और 2-3 दिन में भी आराम न मिले, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।  5-7 दिन पूरी तरह आराम करना जरूरी है। हाइड्रेटेड रहें पर्याप्त पानी पिएं, साथ ही गर्म सूप और हर्बल टी का सेवन करें। दवाइयां लें बुखार और दर्द के लिए पैरासीटामोल ली जा सकती है। लेकिन हमेशा डॉक्टर की बताई दवाइयां ही लें। संतुलित आहार लें फल, सब्ज़ियां और प्रोटीन युक्त भोजन इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं। खुद को अलग रखें संक्रमण दूसरों तक न फैले, इसके लिए घर के बाकी लोगों से दूरी बनाए रखें।

H3N2 वायरस से बचाव कैसे करें?

संक्रमण से बचने के लिए कुछ आसान लेकिन जरूरी कदम उठाने चाहिए। किसी सतह को छूने के बाद हाथों को साबुन और पानी से धोएं। बाहर जाते समय हैंड सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करें। भीड़भाड़ वाली जगह पर मास्क पहनें। अपनी व्यक्तिगत चीजें जैसे तौलिया, बर्तन और कपड़े किसी से साझा न करें। मोबाइल और लैपटॉप की स्क्रीन नियमित रूप से साफ करें। खानपान का ख्याल रखें और इम्यूनिटी को मजबूत बनाएं।

H3N2 वायरस तेजी से फैलने वाला फ्लू है जो कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इसके लक्षण 1 से 4 दिन में सामने आते हैं और 5-7 दिन तक बने रहते हैं। संक्रमण से बचाव के लिए साफ-सफाई, मास्क, हैंड हाइजीन और संतुलित जीवनशैली बेहद जरूरी है। अगर लक्षण लंबे समय तक बने रहें, तो डॉक्टर से परामर्श लेना ही सबसे सुरक्षित कदम है।  


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Content Editor

Priya Yadav

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