बच्चों के पेट में हो गई है Infection तो खिलाएं ये 5 चीजें
punjabkesari.in Monday, Jan 29, 2024 - 01:34 PM (IST)
बच्चे अक्सर बाहर का खाना खाने की जिद करते हैं। घर की बनाई हुई दाल, रोटी उन्हें पसंद नहीं आती। बाहर का गलत खाने-पीने के कारण उनके पेट में इंफेक्शन होने लगता है। इंफेक्शन के कारण ही बच्चों को उल्टी व दस्त जैसी समस्याएं होने लगती हैं। पेट में इंफेक्शन होने पर वैसे तो बच्चों के लिए आप डॉक्टर से पूछकर ही दवाई दें लेकिन आज आपको इस आर्टिकल के जरिए कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे बताते हैं जिनके जरिए आप बच्चों के पेट में होने वाली इंफेक्शन दूर कर सकते हैं। आइए जानते हैं...
उबली हुई सब्जियां
बच्चे को पेट में यदि इंफेक्शन हो गया है तो आप उन्हें उबली हुई सब्जियां खिला सकते हैं। यह सब्जियां आपके बच्चों को पर्याप्त मात्रा में पोषण देगी। इसके अलावा इसमें तेल या घी अधिक न होने के कारण बच्चे इन्हें आसानी से पचा भी पाएंगे। यदि बच्चे उबली हुई सब्जियां नहीं खाते तो आप इसमें थोड़ा सा चाट मिलाकर स्वाद बढ़ा भी सकते हैं।
खिचड़ी
पेट में इंफेक्शन होने पर आप बच्चे को ऐसी डाइट दें जिससे उनके पाचन तंत्र पर दबाव न पड़े। ऐसे में आप अपने उन्हें खिचड़ी खिला सकते हैं। यह पचाने में भी आसान होती है और इससे पेट की मांसपेशियों को भी आराम मिलेगा। खिचड़ी खाने से बच्चे का पेट भी भर जाएगा।
नारियल पानी
यदि आपके बच्चे को पेट में इंफेक्शन के कारण बार-बार दस्त या उल्टी हो रही है तो आप उसको पर्याप्त मात्रा में पानी दें। इसके अलावा आप उन्हें नारियल पानी भी पीला सकते हैं। इसमें पाए जाने वाले गुण पेट के इंफेक्शन को कम करने में मदद करेंगे। साथ ही इसमें पौष्टिक गुण मौजूद होते हैं जो शरीर को डिहाईड्रेशन से बचाने में मदद करते हैं।
दही
पेट में इंफेक्शन होने पर आप बच्चों को दही खिला सकते हैं। इसमें मौजूद हैल्दी बैक्टीरिया पेट के लिए बेहद ही फायदेमंद माने जाते हैं। इसका सेवन करने से बच्चे का पेट जल्दी ठीक होगा। दही में केला मिलाकर आप बच्चों को दे सकते हैं।
सूप
यदि बच्चे को इंफेक्शन के कारण किसी भी चीज को खाने का मन नहीं करता तो आप उसको सूप भी दे सकते हैं। पेट में इंफेक्शन के कारण बच्चों को जब उल्टी होती है तो वह अक्सर खाना नहीं खाते। ऐसे में आप उन्हें उनकी मनपसंदीदा सब्जी का सूप बनाकर दे सकते हैं।
नोट: यदि पेट में इंफेक्शन होने के कारण बच्चे को फिर भी उल्टी या दस्त होती है तो आप तुरंत डॉक्टर से मिलें। ऐसी परिस्थिति में कोई भी घरेलू नुस्खे का इस्तेमाल बच्चों के लिए न करें।