शिव नगरी वाराणसी में डूबे घाट-मंदिर भी हुए जलमग्न, गंगा नदी हुई खतरे के निशान से पार
punjabkesari.in Wednesday, Jul 09, 2025 - 10:41 AM (IST)

नारी डस्क: वाराणसी में लगातार भारी बारिश के बाद, बुधवार को गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच जाने से घाट जलमग्न हो गए। इससे कई मंदिरों भी प्रभावित हुए हैं और घाटों का आपस में सम्पर्क भी टूट गया है। निवासियों ने बताया कि जलस्तर बढ़ रहा है और घाट की एक सीढ़ी हर दिन जलमग्न हो रही है।
एक निवासी ने बताया-, "जलस्तर हर दिन एक सीढ़ी बढ़ रहा है। यहां 84 घाट थे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नमो घाट बनाए जाने के बाद, अब यहां 85 घाट हैं। सभी घाटों पर पानी भर गया है, जबकि कुछ सड़कें अवरुद्ध हैं। ऐसा हर साल होता है, जब भी बारिश होती है, तो जनता को परेशानी होती है क्योंकि वे फंस जाते हैं।" एक अन्य स्थानीय निवासी ने बताया- "पानी रोज़ाना एक-दो कदम बढ़ रहा है। गंगा आरती देखने और नाव चलाने में कठिनाई हो रही है।"
इससे पहले मंगलवार को, वाराणसी का मणिकर्णिका घाट पूरी तरह से जलमग्न हो गया था और पास का एक मंदिर जलमग्न हो गया था। इसी तरह, प्रयागराज का रामघाट भी नदी के लगातार बढ़ते जलस्तर के कारण पानी में डूब गया। एक अन्य निवासी ने कहा- "नदी का जलस्तर बढ़ गया है और यह स्थिति अगले दो महीनों तक बनी रहेगी। ऐसा हर साल होता है।" उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो रही है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 8 से 11 जुलाई तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है।