अलसी खाने से कौन-सी बीमारियां ठीक होती हैं?
punjabkesari.in Sunday, Dec 07, 2025 - 12:53 PM (IST)
नारी डेस्क : सेहत को बनाए रखना हमारे लिए बेहद जरूरी है, क्योंकि जब शरीर स्वस्थ और ताकतवर रहेगा, तभी हमारी जिंदगी का लाइफस्टाइल भी बेहतर होगा। खाने-पीने का सही ध्यान रखना इसका सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। ऐसे में छोटे-छोटे लेकिन पोषक तत्वों से भरपूर बीज, जैसे कि अलसी के बीज, हमारे लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकते हैं। अलसी के बीज दिखने में छोटे हैं, लेकिन इनके अंदर ओमेगा-3 फैटी एसिड, फाइबर और लिग्निन जैसे तत्व मौजूद हैं, जो दिल, दिमाग, पाचन, त्वचा और बालों के लिए बेहद उपयोगी हैं। अगर इन्हें सही तरीके से रोज़मर्रा की डाइट में शामिल किया जाए, तो यह कई सेहत संबंधी समस्याओं से राहत दिला सकते हैं।
अलसी खाने से किन बीमारियों में फायदा होता है?
पाचन से जुड़ी समस्याएं (कब्ज, गैस, अपच)
अलसी के बीजों में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है, जो पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में मदद करता है। अगर आपको कब्ज, गैस, अपच या पेट भारी रहने जैसी समस्याएं रहती हैं, तो अलसी का नियमित सेवन आंतों की सफाई कर पाचन को बेहतर बना सकता है।

बढ़ता वजन और मोटापा (Increasing weight and obesity)
अलसी में मौजूद फाइबर पेट को लंबे समय तक भरा रखता है, जिससे बार-बार भूख नहीं लगती और ओवरईटिंग से बचाव होता है। यही कारण है कि वजन घटाने या कंट्रोल में रखने वालों के लिए अलसी बेहद फायदेमंद मानी जाती है।
हाई कोलेस्ट्रॉल और दिल की बीमारियां (High cholesterol and heart disease)
अलसी के बीज खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने में मदद करते हैं और ब्लड प्रेशर को संतुलित रखने में सहायक होते हैं। इसका नियमित सेवन दिल से जुड़ी बीमारियों, हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे को कम कर सकता है।
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स्किन से जुड़ी समस्याएं
अलसी में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को अंदर से पोषण देते हैं। इससे स्किन हेल्दी, चमकदार बनती है और ड्रायनेस, मुंहासे व समय से पहले एजिंग जैसी समस्याओं में भी राहत मिल सकती है।

अलसी खाने का सबसे अच्छा तरीका क्या है?
अलसी के बीजों को आप कई तरीकों से अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। सुबह खाली पेट अलसी को पानी में भिगोकर या पिसे हुए बीज गुनगुने पानी के साथ लेना फायदेमंद होता है। इसके अलावा, हल्का रोस्ट करके सलाद, दही या ब्रेकफास्ट में मिलाकर भी इसका सेवन किया जा सकता है। ध्यान रखें कि अलसी को हमेशा सीमित मात्रा में ही लें।
अलसी की तासीर कैसी होती है ठंडी या गर्म?
अलसी के बीजों की तासीर गर्म होती है। इसलिए इन्हें सर्दियों में अधिक फायदेमंद माना जाता है। हालांकि गर्म तासीर होने के कारण ज्यादा मात्रा में सेवन करने से कुछ लोगों को गर्मी, एसिडिटी या पेट से जुड़ी परेशानी हो सकती है, इसलिए संतुलन बेहद जरूरी है।
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अलसी किन लोगों को नहीं खानी चाहिए?
थायरॉयड की समस्या वाले लोग: कच्ची अलसी में ऐसे तत्व हो सकते हैं जो थायरॉयड हार्मोन के काम में दखल डालते हैं। अगर थायरॉयड है तो बिना डॉक्टर की सलाह अलसी न खाएं।
प्रेग्नेंट और स्तनपान कराने वाली महिलाएं: अलसी में मौजूद फाइटोएस्ट्रोजन हार्मोनल बैलेंस को प्रभावित कर सकते हैं, इसलिए गर्भावस्था और ब्रेस्टफीडिंग के दौरान अलसी का सेवन सीमित रखें या डॉक्टर से सलाह लें।

लो ब्लड प्रेशर वाले लोग: अलसी ब्लड प्रेशर को और कम कर सकती है। जिन लोगों का बीपी पहले से लो रहता है, उन्हें अलसी से चक्कर या कमजोरी महसूस हो सकती है।
ब्लड पतला करने की दवा लेने वाले लोग: अलसी में खून को पतला करने वाला असर होता है। अगर आप ब्लड थिनर दवाएं लेते हैं, तो अलसी खाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूरी है।
आंतों की गंभीर समस्या या IBS से पीड़ित लोग: ज्यादा फाइबर होने की वजह से अलसी कुछ लोगों में गैस, दर्द या डायरिया बढ़ा सकती है।
एलर्जी वाले लोग: कुछ लोगों को अलसी से एलर्जिक रिएक्शन (खुजली, सूजन, उल्टी) हो सकता है, ऐसे में सेवन से बचें।
अलसी एक साधारण-सी दिखने वाली चीज़ है, लेकिन इसके फायदे बेहद खास हैं। सही मात्रा और सही तरीके से ली गई अलसी पाचन, वजन, दिल और स्किन से जुड़ी कई समस्याओं में नेचुरल राहत दे सकती है। अगर आप पहली बार अलसी खाना शुरू कर रहे हैं, तो कम मात्रा (1–2 चम्मच) से शुरुआत करें और शरीर की प्रतिक्रिया जरूर देखें।
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