बाप और बेटी की जोड़ी ने रचा इतिहास, लड़ाकू विमान IAF में भरी एक साथ उड़ान
punjabkesari.in Wednesday, Jul 06, 2022 - 11:07 AM (IST)
भारतीय वायुसेना के स्वर्णिम इतिहास में एक बार दोबारा नई उपलब्धि दर्ज हो गई है। वायु सेना ने एक नए इतिहास का निर्माण किया है। एयर कमोडोर संजय शर्मा ने अपनी बेटी फ्लाइंग ऑफिसर अनन्या शर्मा के साथ इन-फार्मेशन में पहली बार उड़ान भरी। भारतीय वायु सेना में ऐसा करने वाली यह दोनों पहली बाप और बेटी की जोड़ी बनी हैं। सोशल मीडिया पर दोनों बाप-बेटी की तस्वीरें काफी वायरल हो रही हैं। आपको बता दें कि यह उड़ान 30 मई को भरी गई थी, परंतु दोनों की फोटो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।
Father-daughter duo, Flying Officer Ananya & Air Commodore Sanjay Sharma,created history on May 30 when they flew in same formation of Hawk-132 aircraft at IAF Station Bidar,where Flying Officer Ananya is undergoing her training before she graduates onto superior fighter aircraft pic.twitter.com/dUW4zCmc9V
— ANI (@ANI) July 5, 2022
ऑफिसर अनन्या ने भरी पिता संग उड़ान
फ्लाइंग ऑफिसर अनन्या ने भारतीय वायुसेना के स्टेशन बीदर में हॉक-132 विमान के इन फॉर्मेशन में उड़ान भरी थी। आपको बता दें कि यहीं पर अनन्या लड़ाकू विमान में ग्रेजुएट होने से पहले अपना प्रशिक्षण ले रही हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो भारतीय वायु सेना में ऐसा कोई भी पिछला उदाहरण नहीं हैं, जहां पर एक पिता और बेटी किसी मिशन के लिए एक ही लड़ाकू फॉर्मेशन का हिस्सा थे।
सुपीरियर एयरक्राफ्ट की ले रही हैं ट्रेनिंग
मिली जानकारी के अनुसार, फ्लाइंग अफसर अनन्या सुपीरियर एयरक्राफ्ट उड़ाने की ट्रेनिंग ले रही हैं। भारतीय वायुसेना ने कहा- पिता और पुत्री ने यहां एक इतिहास बना दिया है, जब दोनों ने हॉक-132 एयरक्राफ्ट के एक ही फॉर्मेशन का हिस्सा बने हैं। इससे पहले कभी भी ऐसा अवसर कभी भी नहीं आया, जब एक पिता और बेटी एक ही फाइटर फॉर्मेशन का हिस्सा बने हो।
दोनों मिशन पर थे
आपको बता दें कि यह एक मिशन था, जिसमें कोमोडर संजय शर्मा और उनकी बेटी अनन्या का संबंध पिता और बेटी से कहीं अधिक ज्यादा था। वह कामरेड थे, जिन्हें साथी विंगमैन के रुप में एक-दूसरे पर पूरा भरोसा था। ऐसे ही दोनों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, जिसमें कोमोडर संजय शर्मा और उनकी बेटी फ्लाइंग अफसर अनन्या एक फाइटर प्लेन के आगे फोटो खिंचवाते नजर आ रहे हैं।
1989 से रहे संजय कोमेडोर विंग का हिस्सा
संजय 1989 में वायु सेना में शामिल हुए थे। उन्हें मिग-21 समेत कई लड़ाकू विमान उड़ाने का बड़ा अनुभव है। पिता पुत्री ने ब्रिटेन मूल के हॉक-132 अत्याधुनिक प्रशिक्षु ट्रेनर (AJTs) विमान उड़ाए हैं। ऐसा वायुसेना में फायटर जेट पायलट के रुप में महिलाओं को शामिल किए जाने के फैसले के सात साल बाद घटी है। 2016 में वायुसेना में ट्रेनर के तौर पर आने के बाद अनन्या ने समझ लिया था कि वह अपने जीवन का सपना पूरा करने जा रही हैं।
अनन्या की पढ़ाई
ट्रेनिंग लेने से पहले कमाडोर शर्मा की बेटी ने इलेक्ट्रॉनिक्स व कम्यूनिकेशन में बीटेक किया है। इसके बाद उन्हें वायुसेना में ट्रेनर पायलट के रुप में चुना गया था। जिसके बाद अनन्या साल 2021 में एक लड़ाकू पायलट के रुप में भारतीय वायुसेना के रुप में शामिल हुए थी।
अभी ले रही हैं ट्रेनिंग
अनन्या अभी हॉक ऐजेटी विमान की ट्रेनिंग ले रही हैं। वह ग्रेजुएट होने के बाद जल्दी ही अगली पंक्ति के लड़ाकू विमानों की उड़ान भरेंगी। वह शुरु से ही वायुसेना अधिकारी के परिवार में पली बढ़ी हैं, इसलिए वायुसेना की खूबियों से भलीभांति अवगत हैं।