ना लक्षण, ना दर्द - Fatty Liver धीरे-धीरे करता है लिवर को Damage!
punjabkesari.in Thursday, Apr 17, 2025 - 07:03 PM (IST)

नारी डेस्क: आज के समय में हमारी दिनचर्या, खानपान और शारीरिक सक्रियता में भारी बदलाव आया है। लोग देर रात तक जागते हैं, जंक फूड खाते हैं और व्यायाम से दूरी बनाए हुए हैं। इसी वजह से लिवर की बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। इनमें सबसे आम और चिंताजनक स्थिति है फैटी लिवर, जो अक्सर बिना लक्षण के धीरे-धीरे बढ़ती है और गंभीर रूप ले सकती है।
क्या है फैटी लिवर?
फैटी लिवर एक ऐसी स्थिति है जिसमें लिवर की कोशिकाओं में वसा जमा होने लगती है। जब लिवर के कुल वजन का 10 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा चर्बी में बदल जाता है, तो यह स्थिति चिंता का विषय बन जाती है। शुरुआत में कोई लक्षण नहीं होते, जिससे यह बीमारी लंबे समय तक छुपी रह सकती है।
लापरवाही बन सकती है जानलेवा
यदि फैटी लिवर की अनदेखी की जाए, तो यह धीरे-धीरे लिवर सिरोसिस या लिवर कैंसर जैसी घातक बीमारियों का रूप ले सकती है। लिवर की कार्यक्षमता कमजोर हो जाती है और शरीर के अन्य अंगों पर भी असर पड़ने लगता है। सही समय पर पहचान और इलाज न होने पर मरीज की जान को खतरा हो सकता है।
क्यों होता है फैटी लिवर?
इस बीमारी के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें सबसे प्रमुख है शराब का अत्यधिक सेवन। इसके अलावा तली-भुनी चीजों का ज़्यादा सेवन, मोटापा, डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल और शारीरिक निष्क्रियता भी इसके लिए जिम्मेदार माने जाते हैं। अधिकतर मामलों में यह खराब जीवनशैली और खानपान की वजह से होता है।
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लक्षण देर से आते हैं, लेकिन होते हैं गंभीर
फैटी लिवर के शुरूआती चरण में कोई खास लक्षण नजर नहीं आते, लेकिन जब यह रोग गंभीर हो जाता है, तब शरीर कुछ संकेत देने लगता है। थकान, पेट में भारीपन, भूख में कमी, पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द, गहरे रंग का पेशाब, त्वचा और आंखों का पीलापन जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। बीमारी और अधिक बढ़ने पर मल का रंग काला होना और खून की उल्टी जैसी स्थितियां सामने आ सकती हैं।
बचाव है आसान, जरूरत है सजगता की
इस बीमारी से बचाव पूरी तरह संभव है, अगर व्यक्ति समय रहते सजग हो जाए। वजन को नियंत्रित रखना, संतुलित और पौष्टिक भोजन लेना, शराब और धूम्रपान से दूरी बनाना जरूरी है। नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद और तनाव मुक्त जीवनशैली लिवर को स्वस्थ रखने में मदद करती है। साथ ही समय-समय पर लिवर फंक्शन टेस्ट, शुगर और कोलेस्ट्रॉल की जांच कराना भी फायदेमंद होता है।
समय पर लिया फैसला, बचा सकता है जीवन
फैटी लिवर की पहचान और इलाज जितनी जल्दी हो, उतना बेहतर है। यह रोग शुरुआत में काबू किया जा सकता है, लेकिन लापरवाही की स्थिति में यह जानलेवा हो सकता है। लिवर हमारे शरीर का एक बेहद अहम अंग है, इसलिए इसकी सेहत को नजरअंदाज करना भविष्य में भारी पड़ सकता है। एक सही जीवनशैली, संतुलित आहार और नियमित जांच से फैटी लिवर जैसी बीमारी को आसानी से रोका जा सकता है।