खराब Mental Health ही नहीं कमर दर्द से भी होता है डिप्रेशन, तकलीफ होते ही पहुंच जाइए डॉक्टर के पास

punjabkesari.in Monday, Jun 02, 2025 - 07:09 PM (IST)

नारी डेस्क: कमर दर्द (Back Pain) आजकल एक बहुत आम लेकिन परेशान करने वाली समस्या बन चुकी है। खासकर जब ये लंबे समय तक बना रहता है, तो व्यक्ति के काम, मूड और जीवन की गुणवत्ता पर बुरा असर डालता है। एक हालिया अध्ययन  के अनुसार, यदि शारीरिक थेरेपी (Physical Therapy)और मानसिक/मनोवैज्ञानिक थेरेपी (Psychological Therapy)को साथ में अपनाया जाए, तो लंबे समय तक राहत मिल सकती है। चलिए जानते हैं कैसे 
 

 क्यों ज़रूरी है शारीरिक और मानसिक इलाज एक साथ?

कमर दर्द सिर्फ शरीर की नहीं, दिमाग की भी समस्या बन जाती है। लंबे समय तक चलने वाला दर्द केवल मांसपेशियों या हड्डियों से जुड़ा नहीं रहता – इसका असर मानसिक स्थिति पर भी पड़ता है जैसे: तनाव (Stress), चिंता (Anxiety), डर कि कहीं फिर से दर्द न हो जाए।  अगर केवल शारीरिक इलाज करें (जैसे फिजियोथेरेपी), तो शरीर की मजबूती तो बढ़ती है, लेकिन दर्द का डर और मानसिक तनाव बना रहता है। अगर केवल मनोवैज्ञानिक थेरेपी करें, तो सोच में सुधार होता है, लेकिन मांसपेशियों की जकड़न ठीक नहीं होती। इसलिए जब दोनों प्रकार की थेरेपी को मिलाकर किया जाए, तो:  शरीर की ताकत और लचीलापन बढ़ता है, मानसिक दृष्टिकोण सकारात्मक होता है इसके साथ ही दर्द की भावना और डर दोनों कम होते हैं। 

 

अध्ययन में क्या पाया गया?

शोध में पाया गया कि जिन मरीजों ने कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी (CBT)+ फिजियोथेरेपी एक साथ ली, उन्हें:

- कमर दर्द में लंबे समय तक राहत मिली
-रोज़मर्रा के काम करने में आसानी हुई
-मानसिक रूप से ज्यादा सकारात्मक और निडर महसूस हुआ
-दर्द दोबारा होने की संभावना भी कम रही


 कौन-कौन सी थेरेपी उपयोगी मानी गई?

शारीरिक थेरेपी

-स्ट्रेचिंग और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग
-फिजियोथेरेपिस्ट द्वारा गाइडेड मूवमेंट
-पोस्चर सुधारने की तकनीक

मानसिक/मनोवैज्ञानिक थेरेपी:

-Cognitive Behavioral Therapy (CBT)
-Relaxation Techniques (जैसे मेडिटेशन, गहरी सांसें लेना)
-दर्द से जुड़ी सोच और डर को बदलना


नोट: अगर आप या आपके किसी जानने वाले को लंबे समय से कमर दर्द है, तो सिर्फ दवा या एक्सरसाइज से काम नहीं चलेगा। बेहतर और लंबे समय तक राहत पाने के लिए जरूरी है कि आप शारीरिक और मानसिक दोनों स्तरों पर इलाज लें। यह संयुक्त इलाज तरीका आज वैज्ञानिक रूप से सिद्ध हो चुका है।


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Content Writer

vasudha

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