Fatty Liver है खाना छोड़ दें ये 4 चीजें, हफ्ते में मिलेगा आराम

punjabkesari.in Wednesday, Oct 02, 2024 - 09:10 PM (IST)

नारी डेस्कः फैटी लिवर (Fatty Liver) ये समस्या तो अब बहुत ज्यादा ही सुनने को मिल रही है। कम उम्र के लोगों को यह समस्या अधिक हो रही है और इस समस्या का सीधा कनैक्शन आपके खान-पान व लाइफस्टाइल से हैं। फैटी लिवर (Fatty Liver) एक ऐसी स्थिति है जिसमें लिवर में अत्यधिक वसा जमा हो जाती है। अगर समस्या को सही समय पर ठीन ना किया जाए तो यह आगे लिवर सिरोसिस, लिवर कैंसर की वजह भी बन सकता है। इस समस्या को ठीक करने के लिए आपकी डाइट का अहम रोल है इसलिए सही आहार खाना बहुत जरूरी है। सही आहार लिवर की सेहत में सुधार करने, वसा कम करने और लिवर की कार्यक्षमता को बनाए रखने में मदद करता है। आपको हफ्ते में ही फर्क दिखना शुरू हो जाता है लेकिन उससे भी ज्यादा फायदा आपको तब मिलेगा जब आप कुछ आहार को डाइट रूटीन से आउट कर देंगे।

फैटी लिवर में ना खाएं ये आहार (Foods to Avoid for Fatty Liver)

सैचुरेटेड फैट (Saturated Fats): अगर बाहर के खाने के शौकीन है तो सबसे पहले इसे बंद करें। तली हुई चीजें, जंक फूड और फैट से भरपूर डेयरी उत्पाद लिवर में फैट को बढ़ा सकते हैं।रेड मीट, मक्खन, और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों से बचें।

चीनी और रिफाइंड कार्ब (Sugar and Refined Carbs): चीनी और कार्बोहाइड्रेट जैसेः सफेद ब्रेड, पास्ता, केक, और बेक्ड गुड्स यह बहुत नुकसानदेह हैं। ज्यादा शुगर, फैट के रूप में लिवर में जमा होती है।  सॉफ्ट ड्रिंक्स और शुगर ड्रिंक्स से बचें।

अल्कोहल (Alcohol): अल्कोहल फैटी लिवर की सबसे बड़ी वजहों में से एक हो सकता है। यह लिवर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है और लिवर की वसा को बढ़ा सकता है। फैटी लिवर के मामले में अल्कोहल का सेवन पूरी तरह से बंद करना सबसे अच्छा है।

ट्रांस फैट (Trans Fats): ट्रांस फैट, धमनियों में वसा के जमाव और सूजन का कारण बनता है जो लिवर के लिए हानिकारक होता है। ट्रांस फैट ज्यादातर प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों, बेक्ररी  आइटम्स और पैकेज्ड
स्नैक्स में पाया जाता है।

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फैटी लिवर के आयुर्वेदिक उपाय (Fatty Liver Ayurvedic Upay)

फैटी लिवर की समस्या को आयुर्वेदिक उपायों से ठीक किया जा सकता है। यहां कुछ आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां और घरेलू उपाय दिए गए हैं, जो फैटी लिवर के इलाज में मदद कर सकते हैं:
कालमेघ: कालमेघ की पत्तियों में हेपटोप्रोटेक्टिव गुण होते हैं, जो लिवर को डैमेज होने से बचाते हैं। इसका नियमित सेवन लिवर को स्वस्थ रखता है और फैटी लिवर की समस्या से राहत दिलाता है।
आंवला: आंवला विटामिन-C से भरपूर होता है, जो लिवर की कार्यक्षमता को बढ़ाता है और शरीर को डिटॉक्स करता है। यह फैटी लिवर की समस्या में बहुत लाभकारी होता है।
पुनर्नवा: पुनर्नवा एक औषधीय जड़ी-बूटी है, जो लिवर की सेहत को बनाए रखने में मदद करती है और फैटी लिवर की समस्या को ठीक करने में सहायक होती है।
गिलोय: गिलोय में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो लिवर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं और लिवर की कार्यक्षमता को सुधारते हैं।
एलोवेरा: एलोवेरा एक नैचुरल ब्लड प्यूरीफायर है और लिवर की कार्यक्षमता को बढ़ाता है। यह फैटी लिवर की समस्या को ठीक करने का एक बेहतरीन आयुर्वेदिक उपाय है।
त्रिफला: त्रिफला एक शक्तिशाली डिटॉक्सिफायर है, जो लिवर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है और लिवर की समस्याओं से राहत दिलाता है।
कुटकी: कुटकी लिवर को डिटॉक्स करने और सूजन को कम करने में मदद करती है। इसमें हेप्टाप्रोटेक्टिव गुण होते हैं, जो लिवर की सेहत को सुधारते हैं।
व्यायाम: फैटी लिवर की समस्या से निपटने के लिए व्यायाम और योग करना भी महत्वपूर्ण है। सुबह की सैर, दौड़ और योगासन आपके लिवर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।

नोटः इन आयुर्वेदिक उपायों का इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर करें, ताकि सही इलाज मिल सके और कोई दुष्प्रभाव न हो। आयुर्वेदिक उपचार धीरे-धीरे असर करते हैं, लेकिन वे लिवर को दीर्घकालिक रूप से स्वस्थ बनाए रखने में सहायक होते हैं।

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फैटी लिवर के लिए बेस्ट डाइट (Fatty Liver Ke Liye Best Diet)

साबुत अनाज (Whole Grains): ओट्स, ब्राउन राइस, जौ (Barley), और क्विनोआ जैसे साबुत अनाज फाइबर से भरपूर होते हैं, जो इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करते हैं और लिवर में वसा जमा होने से रोकते हैं। साबुत अनाज ब्लड शुगर को स्थिर रखने में मदद करते हैं, जिससे लिवर पर कम दबाव पड़ता है।

फल और सब्जियां (Fruits and Vegetables): हरी पत्तेदार सब्जियां (जैसे पालक, केल) और रंगीन सब्जियां (जैसे गाजर, शिमला मिर्च, टमाटर) एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती हैं, जो लिवर की सूजन को कम करने में मदद करती हैं। फल: विशेषकर कम शर्करा वाले फल, जैसे बेरीज (ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी), सेब, और संतरे, लिवर को विषाक्त पदार्थों से बचाते हैं और वसा की मात्रा कम करते हैं।

प्रोटीन स्रोत (Lean Proteins): दुबला प्रोटीन जैसे त्वचा रहित चिकन, टर्की, मछली (विशेषकर फैटी फिश जैसे सैल्मन, मैकेरल) और अंडे लिवर की मरम्मत और वसा को कम करने में सहायक होते हैं।
पौधे आधारित प्रोटीन: दालें, बीन्स, टोफू, और सोया उत्पाद फैटी लिवर के मरीजों के लिए आदर्श होते हैं, क्योंकि इनमें वसा की मात्रा कम होती है।

ओमेगा-3 फैटी एसिड (Omega-3 Fatty Acids): फैटी मछली जैसे सैल्मन, मैकेरल, और टूना ओमेगा-3 फैटी एसिड का बेहतरीन स्रोत हैं, जो लिवर में सूजन को कम करने और वसा को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। आप अलसी के बीज और चिया बीज से भी ओमेगा-3 प्राप्त कर सकते हैं।

फाइबर युक्त फूड (High Fiber Foods): फाइबर युक्त भोजन पाचन तंत्र को सुचारू रूप से काम करने में मदद करता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करता है। फलियां, साबुत अनाज, और ओट्स इस काम में सहायक होते हैं।

कम वसा वाले डेयरी उत्पाद (Low-Fat Dairy Products): वसा रहित दूध, दही और पनीर कैल्शियम और प्रोटीन से भरपूर होते हैं, जो लिवर के लिए अच्छे होते हैं। यह सुनिश्चित करें कि आप कम वसा या वसा रहित डेयरी उत्पादों का सेवन करें, ताकि शरीर में अतिरिक्त वसा न जमा हो।

ग्रीन टी (Green Tea): ग्रीन टी में कैटेचिन नामक एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो लिवर की कार्यक्षमता को सुधारने और फैटी लिवर को रोकने में मदद करते हैं। ग्रीन टी का नियमित सेवन लिवर में वसा को कम कर सकता है।

लहसुन (Garlic): लहसुन लिवर में फैट के जमाव को कम करने में मदद करता है। लहसुन में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो लिवर को विषाक्त पदार्थों से बचाते हैं और मेटाबोलिज्म को तेज करते हैं।

हैल्दी फैट्स (Healthy Fats): जैतून का तेल (Olive Oil) और एवोकाडो जैसे स्वस्थ वसा फैटी लिवर के इलाज में सहायक होते हैं। ये वसा शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाते हैं और लिवर में सूजन को कम करते हैं।

पानी और हाइड्रेट आहार (Water and Hydrating Foods): शरीर को हाइड्रेट रखना लिवर के लिए अत्यधिक आवश्यक है। पानी के साथ खीरा, तरबूज, और साइट्रस फल जैसे हाइड्रेटिंग खाद्य पदार्थों का सेवन करें।

इसके अलावा और क्या करें?

फिजिकल एक्टिविटी बहुत जरूरी है। हफ्ते में कम से कम 150 मिनट की एरोबिक गतिविधियां, जैसे कि चलना, दौड़ना या तैरना बेस्ट है।
वजन कंट्रोल में करें। वजन कम करने से लिवर की फैट भी कम हो सकती है। मीठे और तले-भुनी चीजें बिलकुल ना खाएं।

नोटः फैटी लिवर का इलाज और उसे नियंत्रित करने के लिए सही डाइट और जीवनशैली अपनाना बहुत जरूरी है। अगर आपको भी फैटी लिवर की समस्या है तो आप डॉक्टर से सलाह लेकर एक बैलेंस्ड डाइट प्लान बनाकर उसे फॉलो कर सकते हैं।


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Content Writer

Vandana

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