लॉकडाउन में अदिति राव हैदरी हुई एंग्जाइटी का शिकार, खुद को ऐसे निकाला बाहर
punjabkesari.in Friday, Jul 03, 2020 - 02:59 PM (IST)
कोरोना वायरस की महामारी के कारण लगे लाॅकडाउन ने रोजमर्रा की जीवनशैली को प्रभावित किया। ये ही नहीं कुछ लोग तो एंग्जाइटी, तनाव जैसी मानसिक समस्याओं की चपेट में आ गए थे। सिर्फ आम लोग ही नहीं ब्लकि सेलेब्रिटिज भी लाॅकडाउन के दौरान डिप्रेशन जैसी बीमारी से जूझ चुके हैं। हाल ही में बाॅलीवुड एक्ट्रेस अदिति राॅव हैदरी ने बताया कि वह भी इस दौरान एंग्जाइटी का शिकार हो गई थी।
एंग्जाइटी का शिकार हुई अदिति
अदिति राव हैदरी ने लॉकडाउन के दिनों का अपना अवुभव शेयर करते हुए बताया कि वह एंग्जाइटी का शिकार हो गई थी। बेशक वह अपने परिवार के सदस्यों के साथ थी लेकिन वह हर रोज निराश रहती थी। इसके साथ ही वह एंग्जाइटी का सामना भी कर रही थी। एक वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में अदिति ने बताया कि वह बहुत ज्यादा चिंतित थी और रोया करती थी। वह सेट और शूटिंग को याद किया करती थी। उन्होंने कहा कि वह लोगों की मदद नहीं कर सकती थी, जिस तरह से वो चाहती थी।
लाॅकडाउन में बहुत कुछ अच्छा सीखा
अदिति ने आगे बताया कि उनके सामने कूड़ा पड़ा रहता था और वो उसमें से कुछ सुंदर चीजें ढूंढा करती थी। उन्होंने अपने करीबी लोगों को बुलाया जो तनाव में थे जिनकी मदद करने से उन्हें बेहतर महसूस हुआ। वह कहती हैं कि लॉकडाउन ने हर किसी को मुश्किल समय देखने के लिए मजबूर कर दिया। हालांकि इस दौरान अदिति ने वो सभी काम किए जो जिन्हें वह बिजी रहने के कारण नहीं कर पा रहीं थी।
घर के काम करने में हुई एक्सपर्ट
उन्होंने समय का सही इस्तेमाल करते हुए अपने चचेरे भाई के बैचेलर पैड के लिए फर्नीचर पेंट कर अपने पेंटिंग का हुनर दिखाया। इसके अलावा अदिति ने खाने में कुछ स्पैशल चीजें बनानी सीखीं।
एंग्जाइटी से बचने के उपाए:
मेडिटेशन है हल
तनाव को कम करने के लिए मेडिटेशन का सहारा लें। इसके अलावा हंसी-मजाक से जुड़ी चीजें देखें।
मेडिटेशन के अलावा ये करें...
. तनाव से बचने के लिए आर्ट-क्राफ्ट और म्यूजिक का सहारा भी ले सकते हैं।
. गार्डनिंग, कुकिंग, पेटिंग, वॉकिंग, स्वीमिंग आदि से भी तनाव से मुक्त रह सकते हैं।
. कभी भी अकेले न रहें। हो सके तो कम सोचें, नेगेटिव खबरों व लोगों से दूर रहें।
. भरपूर नींद लें क्योंकि आधी-अधूरी नींद भी इस बीमारी का कारण बन सकती है।
. नियमित समय पर भोजन करें। ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज और वसा को डाइट का हिस्सा बनाएं।