सावधान ! Pregnancy में ज्यादा चाय पीने से महिलाएं हो सकती हैं मिसकैरेज का शिकार
punjabkesari.in Monday, Feb 20, 2023 - 01:58 PM (IST)
प्रेग्नेंसी हर महिला के लिए एक बहुत ही नाजुक समय होता है। इस दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिसका सीधा असर उनके गर्भ में पल रहे बच्चे पर पड़ता है। यही कारण है कि प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के खानपान पर बहुत ज्यादा असर पड़ता है। कहा जाता है कि प्रेगनेंसी में महिला को चाय से दूरी ही बना कर रखनी चाहिए। क्या सच में प्रेगनेंसी में चाय पीना हानिकारक हो सकती है। एक्सपर्ट्स की मानें तो वैसे तो चाय सिर्फ मन ही खुश नहीं करती बल्कि दिमाग भी शांत करती है, लेकिन इसका ज्यादा मात्रा में सेवन सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। प्रेग्नेंसी में ये दुष्प्रभाव और ज्यादा स्पष्ट हो जाते हैं और प्रेग्नेंट महिला और उनके गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए हानिकारक हो सकता है...
प्रेगनेंसी में चाय पीने के नुकसान
चाय पीने के कारण हो सकती है एसिडिटी
एक्सपर्ट्स का कहना है कि चाय की कैफीन की मात्रा ज्यादा पाई जाती है। प्रेगनेंसी में ज्यादा कैफीन का सेवन किया जाए तो ये एसिडिटी का कारण और पाचन संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है। डॉक्टर का कहना है कि प्रेगनेंसी में ज्यादा मात्रा में चाय पीने से अपच, सूजन. डिहाइड्रेशन, एसिड रिफ्लक्स जैसी समस्याएं होना भी आम बात है।
एनीमिया का कारण
चाय में टैनिन नामक तत्व पाया जाता है, जो शरीर में आयरन की अवशोषित कर लेता है। प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में आयरन की कमी होने की वजह से एनीमिया जैसी बीमारी का खतरा कई गुणा बढ़ जाता है।
गर्भ में पलने वाले बच्चे का वजन हो सकता है कम
डॉक्टर के अनुसार प्रेगनेंसी के दौरान चाय पीने से मतली, सीने में जलन, हाइपरमेसिस, हाई ब्लड प्रेशर, मिसकैरेज जैसी समस्या हो सकती है। इसके अलावा प्रेगनेंसी के दौरान चाय का सेवन जन्म के समय नवजात शिशु के कम वजन का कारण बन सकता है।
नींद न आने का कारण
चाय में मौजूद कैफीन के कारण नींद की गुणवत्ता खराब हो सकती है। कई बार चाय का सेवन नींद न आने का कारण भी बन सकता है। नींद न आने या नींद सही तरीके से न आने की वजह से थकावट, चिड़चिड़ापन और मोटापा जैसी समस्या हो सकती है।
चिंता और तनाव का कारण
एक कप चाय में 20 से 40 मिलीग्राम कैफीन पाया जाता है। प्रेगनेंसी के दौरान ज्यादा मात्रा में कैफीन का सेवन करने से घबराहट, तनाव, चिंता और बेचैनी का कारण बन सकता है।