देश के ''अनमोल रत्न'' का 12 साल पुराना सपना हुआ पूरा, जानवरों के लिए खोला अनोखा अस्पताल
punjabkesari.in Thursday, Feb 08, 2024 - 05:25 PM (IST)
बिजनस वर्ल्ड में बड़ा नाम कमाने वाले रतन टाटा अपने सहज-सरल स्वभाव के कारण लोगों के दिलों में राज करते हैं। वह अपनी दरियादिली के साथ- साथ जानवरों से प्रेम के लिए भी जाने जाते हैं। उनका जानवरों के प्रति इस कदर लगाव है कि उन्होंने टाटा ग्रुप के वैश्विक हेडक्वार्टर यानि बॉम्बे हाउस का कुछ हिस्सा स्ट्रीट डॉग्स के लिए बनवाया था, अब वह अपना एक और बड़ा सपना पूरा करने जा रहे हैं।
86 साल की उम्र में रतन टाटा का वो सपना पूरा होने जा रहा है, जिसकी शुरुआत उन्होंने टाटासंस के चेयरमैन की कुर्सी छोड़ते वक्त की थी। हाल ही में भारत में अपने व्यापक परोपकारी कार्यों के लिए प्रसिद्ध टाटा ट्रस्ट्स ने मुंबई के महालक्ष्मी में टाटा ट्रस्ट्स स्मॉल एनिमल हॉस्पिटल खोला है, जिसमें कुत्तों, बिल्लियों, खरगोशों और अन्य छोटे जानवरों के लिए 24x7 की सुविधा रहेगी। रतन टाटा लंबे समय से इस पसंदीदा प्रोजेक्ट को पूरा करने का इंतजार कर रहे थे, आखिरकार उनका सपना पूरा हो ही गया।
बताया जा रहा है कि 2.2 एकड़ में फैला ये अस्पताल करीब 165 करोड़ रुपयों की लागत से तैयार हुआ है। यह हॉस्पिटल मार्च के पहले हफ्ते से काम करना शुरू कर देगा। इस अस्पताल को लेकर रतन टाटा ने अपने एक इंटरव्यू में कहा- “आज एक पालतू जानवर किसी के परिवार के सदस्य से अलग नहीं है। अपने पूरे जीवन में कई पालतू जानवरों के संरक्षक के रूप में, मैं इस अस्पताल की जरूरत को समझता हूं। उन्होंने कहा कि शहर में एक हाईटेक पशु स्वास्थ्य केंद्र होना चाहिए। इसे साकार होते देखकर मुझे खुशी हो रही है।"
रतन टाटा कुत्तों से इस कदर प्यार करते हैं कि 2018 में जब उन्हें बकिंघम पैलेस में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड मिलनने वाला था तो वह अपने कुत्ते की बीमारी के चलते पुरस्कार तक लेने नहीं गए। इतना ही नहीं एक बार उनके डॉग डॉग को ज्वाइंट में समस्या आई और उसके रिप्लेसमेंट के लिए उन्हें अमेरिका ले जाना उनके लिए चुनौतीपूर्ण हो गया था। मिनेसोटा यूनिवर्सिटी तक जाने और उसके इलाज के लिए रतन टाटा को कई परेशानियों का सामना करना पड़ा, जिसके बाद उन्होंने वर्ल्ड क्लास एनिमल हॉस्पिटल खोलने का फैसला लिया था।
रतन टाटा ने उस वक्त भी लाखों लोगों का दिल जीत लिया था जब उन्होंने ट्वीट कर मुंबई में बारिश के महीने में सड़क पर रहने वाले कुत्तों और बिल्लियों का ध्यान रखने की अपील की थी। उन्होंने लोगों से आवारा पशुओं के लिए भी मानवता दिखाने के लिए कहा था। उन्होंने लोगों को नसीहत देते हुए कहा था कि कार को स्टार्ट करने से पहले और उसकी स्पीड बढ़ाने से पहले एक बार जरूर देख लें कि कहीं गाड़ी के नीचे कोई जानवर तो नहीं है।