डिलीवरी के बाद ज्यादा ब्रेस्टफीडिंग करने वाली महिलाओं को देर से क्यों आते हैं पीरियड्स?
punjabkesari.in Thursday, Jul 31, 2025 - 12:11 PM (IST)

नारी डेस्क: डिलीवरी के बाद महिलाओं के शरीर में कई बदलाव होते हैं। इनमें से एक आम बात है कि पीरियड्स समय पर नहीं आते। बहुत सी महिलाएं इसे हार्मोन की समस्या या बीमारी समझने लगती हैं, लेकिन असल में यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, खासकर उन महिलाओं में जो ज्यादा ब्रेस्टफीडिंग करती हैं।
ब्रेस्टफीडिंग और पीरियड्स का कनेक्शन
डिलीवरी के बाद शरीर रिकवरी मोड में चला जाता है। इस दौरान शरीर में एक हार्मोन ‘प्रोलैक्टिन’ की मात्रा बढ़ जाती है। यह हार्मोन दूध बनाने के लिए जिम्मेदार होता है। ज्यादा ब्रेस्टफीडिंग करने पर इस हार्मोन का स्तर ऊंचा रहता है, जो आपके अंडाणु (एग) के निकलने की प्रक्रिया (ओव्यूलेशन) को रोकता है। चूंकि ओव्यूलेशन नहीं होगा, इसलिए पीरियड्स भी नहीं आएंगे या देर से आएंगे।
पीरियड्स कितने समय तक रुक सकते हैं?
अमेरिकन कॉलेज ऑफ ओब्सटेट्रिशियन्स एंड गायनेकोलॉजिस्ट्स (ACOG) की गाइडलाइन के अनुसार, अगर महिला पूरी तरह से ब्रेस्टफीडिंग कर रही है तो पीरियड्स 6 महीने या उससे ज्यादा देर तक नहीं रुकते। कुछ मामलों में यह एक साल तक भी डिले हो सकता है। अगर महिला कम ब्रेस्टफीडिंग करती है या फॉर्मूला मिल्क भी देती है, तो पीरियड्स जल्दी लौट सकते हैं।
क्या यह देरी खतरनाक होती है?
नहीं, यह सामान्य और प्राकृतिक है। ब्रेस्टफीडिंग के दौरान हार्मोनल बदलाव के कारण ओव्यूलेशन और पीरियड्स दोनों में देरी होती है। लेकिन अगर डिलीवरी के एक साल बाद भी पीरियड्स नहीं आते, या पेट में तेज दर्द, ज्यादा ब्लीडिंग जैसी समस्याएं हों, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
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क्या इस दौरान प्रेग्नेंसी हो सकती है?
बहुत लोग सोचते हैं कि जब तक पीरियड्स नहीं आते, तब तक प्रेग्नेंसी नहीं हो सकती। यह पूरी तरह सही नहीं है। ओव्यूलेशन पीरियड्स से पहले भी हो सकता है, इसलिए बिना किसी सुरक्षा के यौन संबंध बनाने पर गर्भधारण का खतरा बना रहता है। इसलिए अगर आप प्रेग्नेंसी नहीं चाहतीं, तो डॉक्टर से कंसल्ट करके सही बर्थ कंट्रोल का इस्तेमाल करें।
ब्रेस्टफीडिंग के फायदे
ब्रेस्टफीडिंग सिर्फ बच्चे के लिए ही नहीं, बल्कि मां के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है। यह बच्चे की इम्यूनिटी मजबूत करती है, साथ ही मां के यूटेरस (गर्भाशय) को सिकुड़ने में मदद करती है। यह एक प्राकृतिक तरीका है जिससे पीरियड्स में देरी होती है, और मां के शरीर को ठीक होने का वक्त मिलता है।
डिलीवरी के बाद ज्यादा ब्रेस्टफीडिंग करने वाली महिलाओं को पीरियड्स देर से आना आम बात है। यह हार्मोनल बदलाव के कारण होता है और इसे खतरनाक नहीं माना जाता। फिर भी, अगर बहुत लंबे समय तक पीरियड्स नहीं आते या कोई अन्य समस्या महसूस हो, तो डॉक्टर से जरूर जांच कराएं।
नोट: यह जानकारी विभिन्न मेडिकल रिपोर्ट्स और एक्सपर्ट्स के सुझावों पर आधारित है। अपनी सेहत से जुड़ी कोई भी सलाह लेने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।