बारिश में जरा सी लापरवाही  शुगर पेशेंट पर पड़ सकती है भारी, पैरों का रखें खास ख्याल

punjabkesari.in Tuesday, Jul 01, 2025 - 10:51 AM (IST)

नारी डेस्क: मानसून का मौसम डायबिटीज मरीजों के लिए एक गंभीर चुनौती बन  सकता है । मानसून का मौसम फ्लू और पानी से होने वाली बीमारियों जैसे इंफेक्शन का कारण बन सकता है। यह स्थिति डायबिटीज मरीजों के लिए गंभीर समस्या बन सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर इस मौसम में ब्लड शुगर को कंट्रोल  नहीं किया जाए तो डायबिटीज न्यूरोपैथी का खतरा तेजी से बढ़ने लगता है, जो पैरों में इंफेक्शन का खतरा बढ़ा सकता है।
 

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 फुट अल्सर का भी खतरा

डायबिटीज की सबसे खतरनाक स्थिति में से एक है न्यूरोपैथी, जो पैरों को सुन्न कर देती है। इस स्थिति में मरीजों को पैरों में चोट या घाव का पता ही नहीं चलता। डॉक्टरों का कहना है कि न्यूरोपैथी और खराब ब्लड सर्कुलेशन के कारण पैरों में अल्सर हो सकता है। फुट अल्सर खुले घाव होते हैं जो बेहद धीमी गति से ठीक होते हैं। खराब blood circulation के कारण इन घावों तक ऑक्सीजन और न्यूट्रिशन नहीं पहुंच पाते, जिससे healing process में काफी देरी होती है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि इन अल्सर से संक्रमण का खतरा अत्यधिक बढ़ जाता है। बरसात के मौसम में नमी और गंदगी के कारण यह स्थिति और भी गंभीर हो जाती है।


बारिश के पानी से होने वाले संक्रमण के चार मुख्य कारण

बरसात के मौसम में डायबिटीज मरीजों के पैरों में infection के लिए चार प्रमुख कारण जिम्मेदार हैं। पहला कारण है बारिश के गंदे पानी में मौजूद  बैक्टीरिया जो खुले घावों के संपर्क में आकर तुरंत इंफैक्शन फैला देते हैं। दूसरा कारण है लगातार नमी, जो पैरों की स्किन को नाजुक बना देती है और छोटी-सी चोट भी बड़े घाव में बदल जाती है। तीसरा कारण है जूतों में पानी भरना, जिससे पैरों में fungal infections का खतरा बढ़ जाता है। चौथा और सबसे गंभीर कारण है इम्यून सिस्टम  का कमजोर होना। हाई ब्लड प्रेशर  के कारण डायबिटीज मरीजों की इम्यूनिटी पहले से ही कम होती है, जिससे छोटा-सा इंफैक्शन भी बड़ा खतरा पैदा कर सकता है। 


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डॉक्टर द्वारा सुझाए गए बचाव के तरीके

डॉक्टरों के अनुसार बरसात में डायबिटीज मरीजों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। बरसात में पैरों की देखभाल करना और ब्लड शुगर को कंट्रोल करना जरूरी है। सबसे पहले, वाटरप्रूफ फुटवियर का इस्तेमाल करें और बारिश के पानी से पैरों को बचाकर रखें। दूसरा, पैरों को रोजाना साफ करके अच्छी तरह सुखाएं। तीसरा, daily foot inspection करें और किसी भी छोटी चोट या रंग बदलाव को नजरअंदाज न करें। डॉक्टर सलाह देते हैं कि शरीर को एक्टिव रखना और डाइट में nutritious elements शामिल करना बेहद जरूरी है। ब्लड शुगर को नॉर्मल रखने के लिए दवाइयों का ख्याल रखें, अगर कोई इंफेक्शन के साइन दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। ।


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vasudha

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