प्रदूषण से घुट रहा है दम, बच्चों को बचाने के लिए दिल्ली के स्कूलों के लिए नया आदेश जारी

punjabkesari.in Tuesday, Nov 11, 2025 - 02:38 PM (IST)

नारी डेस्क: दिल्ली सरकार ने मंगलवार को शहर में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए स्कूलों को कक्षा 5 तक हाइब्रिड मोड में कक्षाएं संचालित करने का निर्देश दिया। इसका मतलब यह है कि क्लास ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में चलेगी। जो मां-बाप बच्चों को स्कूल भेजना चाहते हैं वे भेज सकते हैं। इसके अलावा बच्चे ऑनलाइन भी पढ़ सकेंगे।


शिक्षा निदेशालय ने जारी किया आदेश

शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया - "शिक्षा निदेशालय, एनडीएमसी, एमसीडी और दिल्ली छावनी बोर्ड के सभी सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त, गैर-सहायता प्राप्त मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों के प्रमुखों को निर्देश दिया जाता है कि वे कक्षा 5 तक के बच्चों के लिए तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक हाइब्रिड मोड, यानी भौतिक और ऑनलाइन (जहां भी ऑनलाइन मोड संभव हो) दोनों में कक्षाएं संचालित करें।" 


दिल्ली की हवा हो रही है खराब 

यह कदम केंद्र द्वारा ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तीसरे चरण के तहत प्रदूषण-रोधी उपायों को लागू करने के बाद उठाया गया है। निर्देश तुरंत प्रभाव से लागू किए गए हैं। दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) सोमवार को 362 से मंगलवार सुबह 425 तक बढ़ जाने के बाद GRAP चरण 3 प्रतिबंध लागू करने का निर्णय लिया गया। इसका कारण शांत हवाएं, स्थिर वातावरण और प्रतिकूल मौसम की स्थिति थी, जिससे प्रदूषक सतह के पास जमा हो गए।


जहरीला हवा से बचाएं बच्चों को

दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई हिस्सों में सर्दियों के दौरान हवा बेहद जहरीली (polluted) हो जाती है, जिससे खासकर बच्चों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है क्योंकि उनके फेफड़े अभी विकसित हो रहे होते हैं। ऐसे में ध्यान रखें सुबह 6 से 10 बजे और शाम 5 से 8 बजे के बीच हवा में PM2.5 कण सबसे ज्यादा होते हैं। इस समय बच्चों को बाहर खेलने या टहलाने से बचाएं। बच्चों को बाहर जाते समय N95 या KN95 मास्क पहनाएं। कपड़े के मास्क प्रदूषण से पर्याप्त सुरक्षा नहीं देते।


पोषण और डिटॉक्स फूड दें

 बच्चों के आहार में विटामिन C, ओमेगा-3 फैटी एसिड, एंटीऑक्सिडेंट्स भरपूर मात्रा में रखें। जैसे -आंवला, संतरा, नींबू, टमाटर अखरोट, अलसी के बीज, हल्दी वाला दूध, तुलसी का पानी ये शरीर को प्रदूषण के असर से लड़ने में मदद करते हैं। रात में सोने से पहले हल्की भाप दिलाने से बच्चों के फेफड़े साफ रहते हैं। यह सांस की नली में जमे प्रदूषण के कणों को निकालने में मदद करती है।


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Content Writer

vasudha

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