दिल्ली में प्रदूषण बेहद खतरनाक स्तर पर, 52 पर्सेंट लोग किसी न किसी तरह से बीमार

punjabkesari.in Wednesday, Dec 17, 2025 - 09:54 AM (IST)

 नारी डेस्क: दिल्ली और आसपास के इलाकों में वायु प्रदूषण इस समय बेहद गंभीर स्थिति में पहुंच गया है। राजधानी में हवा इतनी जहरीली हो चुकी है कि लोगों का सामान्य जीवन प्रभावित हो रहा है। सांस लेना मुश्किल हो गया है और लोग बाहर निकलने से पहले अपने मोबाइल पर AQI (एयर क्वालिटी इंडेक्स) चेक करने को मजबूर हैं।

AQI 450 के पार, हालात चिंताजनक

दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता सूचकांक 450 से ऊपर पहुंच गया है, जो “बेहद गंभीर” श्रेणी में आता है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) के मुताबिक AQI पहले 431 दर्ज किया गया था, जो कुछ ही घंटों में बढ़कर 441 तक पहुंच गया। इस तेजी से बिगड़ते हालात को देखते हुए सरकार ने GRAP-4 (ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान का चौथा और सबसे सख्त चरण) लागू कर दिया है।

GRAP-4 लागू, कई कड़े प्रतिबंध

GRAP-4 के तहत दिल्ली और पूरे NCR में कई सख्त पाबंदियां लगाई गई हैं दिल्ली में ट्रक, लोडर और भारी वाहनों की एंट्री बंद (जरूरी सामान लाने वाले वाहन इससे बाहर हैं) सभी निर्माण और तोड़फोड़ के काम पूरी तरह रोक दिए गए हैं। सरकारी और निजी दफ्तरों में सिर्फ 50% कर्मचारी ही ऑफिस आएंगे, बाकी लोग वर्क फ्रॉम होम करेंगे।कक्षा 9 और 11 तक के स्कूल हाइब्रिड मोड (ऑनलाइन + ऑफलाइन) में चलेंगे। NCR के जिलाधिकारी अपने इलाकों में अतिरिक्त सख्ती लागू कर सकते हैं। ये आदेश पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986 के तहत जारी किए गए हैं।

सर्वे में खुलासा: 52% लोग प्रदूषण से बीमार

कम्युनिटी प्लेटफॉर्म लोकलसर्कल्स के एक बड़े सर्वे में प्रदूषण के गंभीर असर सामने आए हैं। 52% लोगों ने बताया कि वे खुद या उनके परिवार का कोई सदस्य प्रदूषण की वजह से बीमार है। 82% लोगों ने कहा कि उनके परिवार, दोस्त या सहकर्मी किसी न किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। 28% लोगों ने बताया कि उनके जानने वालों में 4 या उससे ज्यादा लोग प्रदूषण से बीमार पड़े हैं। डॉक्टरों के अनुसार प्रदूषण की वजह से अस्थमा, सांस की गंभीर बीमारी (COPD), फेफड़ों को नुकसान, हार्ट फेल्योर और स्ट्रोक जैसी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। इसका सबसे ज्यादा असर बच्चों और बुजुर्गों पर पड़ रहा है।

8% लोग दिल्ली छोड़ने की योजना में

सर्वे में यह भी सामने आया है कि 8% लोग दिल्ली-एनसीआर छोड़ने की योजना बना रहे हैं, जबकि कई लोग पहले ही दूसरे शहरों में जा चुके हैं। लोग अब पहाड़ी और छोटे शहरों को ज्यादा पसंद कर रहे हैं, जहां हवा साफ हो और सांस लेने के लिए हर समय मोबाइल पर AQI देखने की जरूरत न पड़े।

साफ हवा अब सबसे बड़ी जरूरत

दिल्ली-एनसीआर में रहना अब सिर्फ ट्रैफिक या महंगाई की वजह से मुश्किल नहीं है, बल्कि साफ हवा की कमी लोगों की सबसे बड़ी चिंता बन चुकी है। हर साल सर्दियों  


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Content Editor

Priya Yadav

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