माता- पिता और फैंस की दुआएं लाई रंग, खतरे से बाहर हैं क्रिकेटर श्रेयस अय्यर
punjabkesari.in Tuesday, Oct 28, 2025 - 10:22 AM (IST)

नारी डेस्क: टीम इंडिया के मध्यक्रम के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर को सिडनी के सेंट विंसेंट अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे सिडनी वनडे के दौरान कैच लेते समय उनकी बाईं निचली पसली में "इम्पैक्ट इंजरी" आ गई थी। स्कैन में घाव की चोट का पता चला है। अय्यर ने तीसरे वनडे में हर्षित राणा की गेंद पर बैकवर्ड पॉइंट से दौड़ते हुए एक शानदार डाइविंग कैच लेकर एलेक्स कैरी को आउट किया। लेकिन जब उन्होंने डाइव लगाई, तो उनकी पसलियों और कोहनी पर अजीब तरह से चोट लग गई।
स्प्लीन में लगी चोट
कैच लेने के बाद, उन्हें बहुत दर्द हो रहा था और जब मेडिकल स्टाफ उन्हें वापस पवेलियन ले गया, तो उन्होंने अपनी पसलियों को जकड़ लिया। बीसीसीआई के सचिव देवजीत सैकिया ने कहा- "25 अक्टूबर को सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे के दौरान फील्डिंग करते समय उन्हें बाईं निचली पसली में चोट लग गई। उन्हें आगे की जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया। स्कैन से पता चला है कि उनकी स्प्लीन में चोट लगी है। उनका इलाज चल रहा है, उनकी हालत स्थिर है और वे अच्छी तरह से ठीक हो रहे हैं।"
खतरे से बाहर हैं क्रिकेटर
बीसीसीआई की मेडिकल टीम सिडनी और भारत के विशेषज्ञों के परामर्श से उनकी चोट की स्थिति पर कड़ी नज़र रख रही है। भारतीय टीम के डॉक्टर श्रेयस के साथ सिडनी में रहेंगे और उनकी दैनिक प्रगति का आकलन करेंगे। इससे पहले खबर आई थी कि क्रिकेटर आईसीयू में भर्ती हैं औ उनके माता- पिता को इंडिया से ऑस्ट्रेलिया बुलाया जा सकता है। पर उनके परिवार और फैंस की दुआएं रंग लाई अब अय्यर खतरे से बाहर हैं।
फैंस कर रहे दुआएं
ऑस्ट्रेलिया में एकदिवसीय श्रृंखला के दौरान, श्रेयस ने दो मैचों में 72 रन बनाए, जिसमें दूसरे एडिलेड एकदिवसीय मैच में 77 गेंदों में 61 रनों की पारी भी शामिल है, जिसमें उन्होंने रोहित शर्मा के साथ शतकीय साझेदारी की थी। प्रशंसकों को उम्मीद होगी कि अय्यर जल्दी ठीक हो जाएंगे, क्योंकि वह केएल राहुल और अक्षर पटेल के साथ भारतीय मध्यक्रम की रीढ़ हैं। इस साल, 11 मैचों और 10 पारियों में, उन्होंने 49.60 की औसत से 496 रन बनाए हैं, जिसमें 89.53 की स्ट्राइक रेट, पाँच अर्धशतक और 79 का सर्वश्रेष्ठ स्कोर शामिल है। इसमें आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीतने का अभियान भी शामिल है, जिसके दौरान उन्होंने पांच पारियों में 48.60 की औसत से 243 रन बनाए, जिसमें दो अर्धशतक शामिल हैं, और भारत के लिए सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले और कुल मिलाकर दूसरे सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे।