देश की पहली महिला अधिकारी डीजीपी कंचन चौधरी भट्टाचार्य का निधन
punjabkesari.in Tuesday, Aug 27, 2019 - 01:38 PM (IST)

देश की पहली महिला डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस ( डीजीपी ) कंचन चौधरी भट्टाचार्य ने सोमवार रात को मुंबई के अस्पताल में अपनी आखिरी सांस ली। डीजीपी कंपन काफी समय से बीमार चल रही थी। बतौर डीजीपी उन्होंने उत्तराखंड से यह पद संभाला था। उनके निधन की जानकारी उत्तराखंड पुलिस ने ट्वीट करके दी।
2004 में बनी थी देश की पहली महिला डीजीपी
कंचन चौधरी 2004 में उत्तराखंड की पहली डीजीपी व किरण बेदी के बाद देश की दूसरी महिला आईपीएस अधिकारी थी। उन्होंने 1973 बैच से आईपीएस की परीक्षा पास की थी। डीजीपी पद पर रहते हुए उन्होंने उत्तराखंड में अपनी सेवाएं दी थी। इससे पहले वह राज्य पुलिस के सतर्कता विभाग में तैनात थी। उत्तराखंड के साथ वह मुंबई में सीआईएसएफ में भी महानिरीक्षक की सेवाएं दे चुकी हैं।
जीवन से प्रेरित हो कर बन चुका है सीरियल
हिमाचल प्रदेश में मध्यवर्गीय परिवार में जन्मी कंचन चौधरी के जीवन से प्रेरित हो कर उन पर दूरदर्शन पर ' उड़ान ' सीरियल भी प्रसारित हो चुका है। यह सीरियल महिला सशक्तिकरण पर आधारित था। जिसमें दिखाया गया कि किस तरह से कल्याणी सिंह नाम की युवा लड़की हर लैंगिक भेदभाव को भूल कर आईपीएस अधिकारी बनी है। उन्होंने राजकीय महिला महाविद्यालय अमृतसर से अपनी पढ़ाई पूरी की थी। उसके बाद हाई एजुकेशन के लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी चली गई थी।
मिल चुका है ‘राष्ट्रपति पदक’
एक तरफ बतौर पुलिस अधिकार उनकी छवि काफी सख्त थी वहीं दूसरी तरह उन्हें उनके काम के लिए 1997 में ‘राष्ट्रपति पदक’ भी मिल चुका है। इसके बाद मेक्सिको में 2004 में हुई इंटरपोल की बैठक में भारत की प्रतिनिधि के तौर पर उन्हें चुना गया। 1997 में राजीव गांधी पुरस्कार व 2004 में उत्कृष्ट प्रदर्शन और उत्कृष्ट महिला सम्मान देकर सम्मानित किया गया था।
महिलाओं के लिए शुरु करवाई थी स्पेशल ट्रेनिंग
डीजीपी कंचन चौधरी 21 अक्टूबर 2007 को डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (DGP) के पद से रिटायर्ड हो गई थीं। एक महिला अधिकारी होने के नाते उन्होंने अपने कार्यकाल ही नही पूरे जीवन में कभी भी समझौता नही किया है। अगर किसी काम को लेकर किसी का इरादा नेक नही तो वह उसे सहन नही कर सकती थी। पुलिस में ड्यूटी देते हुए उन्होंने महिलाओं के लिए भी काम किया है। पहाड़ी राज्य में महिला पुलिस कर्मियों के मनोबल को ऊंचा रखने और उन्हें आधुनिक पुलिसिंग की ट्रेनिंग की शुरुआत इन्होंने ही करवाई थी। इसके साथ ही पुलिस अनुसंधान और विकास ब्यूरो की ओर से महिलाओं की पुलिस में भर्ती और प्रशिक्षण जैसे मुद्दों को भारत में पुलिस महानिदेशकों के वार्षिक सम्मेलन में उठाया।
राजनीति में भी अजमा चुकी है हाथ
सिस्टम में सुधार करने के सपने को लेकर 2014 में कंचन चौधरी ने हरिद्वार से लोकसभा की सीट के लिए लड़ी थी लेकिन इन चुनावों के दौरान वह जीत हासिल नही कर सकीं। राजनीति में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री को अपना आदर्श मानती थी।