बच्चों को सर्दी में राहत दिलाएंगे ये असरदार टिप्स, अब नहीं होगा नाक बंद

punjabkesari.in Tuesday, Feb 11, 2025 - 03:52 PM (IST)

नारी डेस्क: सर्दियों में बच्चों की देखभाल करना बेहद जरूरी होता है क्योंकि उनकी इम्यूनिटी बड़ों के मुकाबले कमजोर होती है। इस मौसम में बच्चों को सर्दी-जुकाम और नाक बंद जैसी समस्याएं अक्सर होती हैं। ऐसे में सही देखभाल से आप इन समस्याओं को कम कर सकते हैं और बच्चों को राहत दिला सकते हैं। आइए जानते हैं कि बच्चों को सर्दी से कैसे सुरक्षित रखें और उनकी देखभाल कैसे करें। 

तेल से मालिश करें

सर्दी के मौसम में बच्चों की नाजुक त्वचा और शारीरिक स्थिति के हिसाब से तेल से मालिश करना बहुत फायदेमंद होता है। सरसों का तेल, नारियल का तेल या बादाम तेल इस काम के लिए उत्तम होते हैं। नियमित रूप से बच्चों की मालिश करने से उनका रक्त संचार बेहतर होता है और उनके शरीर में गर्माहट बनी रहती है। विशेष रूप से, आप उनके माथे, नाक के पास और छाती पर तेल लगाकर मालिश करें, जिससे श्वसन नलिका खुल जाए और सांस लेने में राहत मिले। इस तेल से मालिश करने से बलगम की समस्या भी कम होती है, जो सर्दियों में बहुत आम होती है। इसके अलावा, मालिश से बच्चे का मन भी शांत रहता है और उन्हें आराम मिलता है।

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हल्दी वाला गर्म दूध पिलाएं

हल्दी का दूध सर्दियों में किसी औषधि से कम नहीं है। हल्दी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो बच्चों की इम्यूनिटी को बूस्ट करते हैं। सर्दी-जुकाम की समस्या में हल्दी वाला गर्म दूध बच्चों के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। यह दूध उनके शरीर में गर्मी बनाए रखता है और इन्फेक्शन से लड़ने में मदद करता है। अगर आपका बच्चा बहुत छोटा है और दूध नहीं पी सकता, तो उसे मां का दूध पिलाने से भी उसका इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और वह सर्दी से जल्दी उबर सकता है। हल्दी के दूध में आप थोड़ी सी गुड़ भी मिला सकते हैं, जो शरीर को गर्म रखता है और जुकाम को दूर करता है।

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नीलगिरी का तेल उपयोग करें

नीलगिरी का तेल सर्दी और नाक बंद की समस्या से राहत दिलाने में सहायक होता है। यह तेल एंटीसेप्टिक और एंटीवायरल गुणों से भरपूर होता है, जो बच्चों के श्वसन तंत्र को साफ करता है और नाक के अंदर जमा बलगम को बाहर निकालने में मदद करता है। आप नीलगिरी के तेल की 2-3 बूंदें बच्चे के तकिए पर डाल सकते हैं, ताकि रात भर उनकी नाक खुली रहे और वे आसानी से सांस ले सकें। अगर बच्चा थोड़ा बड़ा है तो आप नीलगिरी के तेल की कुछ बूंदें उसकी नाक में भी डाल सकते हैं, लेकिन इसके लिए डॉक्टर से सलाह लेना बेहतर होता है। नीलगिरी का तेल बच्चों को प्राकृतिक रूप से राहत देने का एक शानदार तरीका है।

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गर्म कपड़े पहनाएं

सर्दियों में बच्चों के शरीर को गर्म रखना बहुत महत्वपूर्ण है। जब तापमान बहुत नीचे गिर जाता है तो बच्चों के शरीर में ठंड का असर अधिक होता है, जो सर्दी और जुकाम का कारण बन सकता है। इसलिए, बच्चों को गर्म कपड़े पहनाना बेहद जरूरी है। गर्म ऊनी कपड़े, सॉक्स, और दस्ताने बच्चों के शरीर को ठंड से बचाते हैं। बच्चों को छाती, हाथ-पैर और नाक की गर्मी बनाए रखने के लिए इन्हें अच्छे से लपेट कर रखें। इससे न केवल बच्चे को गर्मी मिलेगी, बल्कि उनका शरीर भी ठंडी से सुरक्षित रहेगा और बलगम की समस्या कम होगी। शरीर का संपर्क बनाए रखने से बच्चों को शारीरिक गर्मी मिलती है, जो उनके लिए फायदेमंद है।

स्टीम दें

सर्दी और जुकाम की समस्याओं से राहत दिलाने के लिए स्टीम लेना बहुत फायदेमंद हो सकता है। जब बच्चों के नाक में बलगम जमा हो जाता है तो उनकी सांस में रुकावट आती है और उन्हें काफी परेशानी होती है। स्टीम लेने से बलगम को बाहर निकालने में मदद मिलती है और बच्चे को राहत मिलती है। आप बच्चों को गुनगुने पानी में स्टीम दे सकते हैं या फिर बच्चे को स्टीम रूम में कुछ समय के लिए ले जा सकते हैं। स्टीम लेने से उनके श्वसन तंत्र को आराम मिलता है और सांस लेने में आसानी होती है। इसके साथ ही गुनगुने पानी से नहलाना भी एक अच्छा तरीका है, जिससे बच्चे को सर्दी-जुकाम में राहत मिलेगी और उनकी त्वचा भी नर्म रहेगी।

सर्दियों में बच्चों को इन आसान और प्रभावी तरीकों से देखभाल करके आप उनकी सेहत को सुरक्षित रख सकते हैं और सर्दी-जुकाम जैसी समस्याओं से बचा सकते हैं।
 
 

 


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Content Editor

Priya Yadav

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