फोन ने छीन लिया लाड प्यार, मां-बाप की जगह मोबाइल का साथ बच्चों को है ज्यादा पसंद
punjabkesari.in Wednesday, Aug 21, 2024 - 11:36 AM (IST)
वह जमाना और था जब बच्चों को सिर्फ मां के हाथ का खाना ही पसंद था। आज से 20 साल पहले बच्चे के पास घर का खाना खाने के अलावा और कोई विकप्ल भी नहीं था, पर अब हालात बिल्कुल बदल गए हैं। बच्चों के बाहर के खाने की ओर ज्यादा झुकाव बढ़ रहा है नतीजा यह है कि वह अब घर के खाने की तरफ देखना भी नहीं चाहते हैं। अब तो हालात यह हो गए हैं कि मां के हाथ से खाने के बजाय बच्चे गेम्स और रील्स देखते हुए खाने को अधिक तरजीह देते हैं।
बच्चे हो गए हैं जिद्दी
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के बाल मनोविज्ञान विभाग ने इसे लेकर एक रिपोर्ट जारी की है। 8 साल तक के 40 बच्चों की स्टडी करने पर निष्कर्ष निकला कि गेम्स और रील का चस्का मां-बाप का लाड प्यार तक छीन रहा है। कई बच्चे तो मोबाइल नहीं मिलने पर मां- बाप के दुश्मन बन जाते हैं वह तब तक खाना नहीं खाते जब तक उनकी बात ना मान ली जाए । इसके कई कारण हो सकते हैं, और इसे सुधारने के लिए कुछ उपाय भी अपनाए जा सकते हैं।
इस तरह बच्चे को करें फोन से दूर
बच्चों के बीच फोन देखते हुए खाना खाने की आदत एक बढ़ती हुई समस्या बन गई है। यह न केवल उनके खाने की आदतों पर असर डालता है बल्कि उनके संपूर्ण स्वास्थ्य और विकास पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। खाने के समय फोन, टैबलेट, और टीवी जैसी डिवाइसेज़ को बंद करने का नियम बनाएं। खाने का समय एक परिवारिक गतिविधि होनी चाहिए जिसमें सब लोग एक साथ बैठकर खाना खाएं। एक विशेष जगह निर्धारित करें जहां सिर्फ खाना खाया जाएगा, और वहां इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की अनुमति न हो।
रोल मॉडल बनें
बच्चे अपने माता-पिता की नकल करते हैं। इसलिए, अगर माता-पिता खुद खाना खाते समय फोन का इस्तेमाल करते हैं, तो बच्चों पर भी इसका असर होगा। खाने के दौरान खुद भी फोन और अन्य गैजेट्स से दूरी बनाएं। बच्चों के लिए खाने को मजेदार और आकर्षक बनाने की कोशिश करें। रंगीन सब्जियां, फल और अन्य हेल्दी ऑप्शन का इस्तेमाल करें। आप खाने को रोचक बनाते हुए बच्चों को नए खाद्य पदार्थों से परिचित करवा सकते हैं। प्लेट को आकर्षक ढंग से सजाएं या कुछ नए और क्रिएटिव रेसिपीज़ ट्राई करें, जिससे बच्चे खाने में रुचि लें।
सकारात्मक माहौल बनाएं
खाने के दौरान परिवार के बीच अच्छी बातचीत और मस्ती का माहौल बनाएं। आप बच्चों से उनके दिन के बारे में पूछ सकते हैं, कहानियां सुना सकते हैं, जिससे उनकी दिलचस्पी फोन की बजाय परिवार की ओर होगी। यदि आपका बच्चा हर बार फोन देखकर ही खाना खाता है, तो एकदम से यह आदत बदलने की कोशिश न करें। धीरे-धीरे समय सीमा तय करें, जैसे शुरू में केवल कुछ मिनट के लिए फोन का इस्तेमाल करने दें और फिर धीरे-धीरे समय को कम करते जाएं।
पुरस्कार और प्रोत्साहन दें
बच्चों को बिना फोन के खाना खाने के लिए पुरस्कृत करें। उन्हें बताएं कि बिना फोन के खाना खाने पर उन्हें विशेष रूप से कोई पसंदीदा गतिविधि या स्नैक दिया जाएगा। बच्चों को यह समझाएं कि बिना फोन के खाना खाने से उनका खाना बेहतर तरीके से पचता है, और यह उनके स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। उन्हें सिखाएं कि खाना खाते समय ध्यान देना कितना महत्वपूर्ण है।
खाने का समय निर्धारित करें
बच्चों के खाने का समय नियमित करें, ताकि वे जानते हों कि खाने का समय अलग होता है और इसे अन्य गतिविधियों के साथ नहीं मिलाया जाना चाहिए। शुरुआत में खाने के समय के लिए एक अलार्म सेट करें जो इंगित करता है कि फोन को बंद करने और खाना खाने का समय हो गया है। इससे बच्चों को खाना खाने की समय सीमा और अनुशासन समझ में आएगा।
इन बातों का भी रखें ध्यान
फोन देखते हुए खाना खाने की आदत को सुधारने में समय और धैर्य की आवश्यकता होती है। धीरे-धीरे बच्चों को इस आदत से दूर करने की कोशिश करें, और उन्हें यह समझाने की कोशिश करें कि खाना एक महत्वपूर्ण गतिविधि है जिसे पूरी तन्मयता के साथ करना चाहिए। खाने को एक सुखद और परिवारिक अनुभव बनाएं, और यह सुनिश्चित करें कि आपका बच्चा इस दौरान तकनीकी उपकरणों से दूर रहे।