पंगा गर्ल कंगना के खिलाफ कई शहरों में केस दर्ज, क्या वापस ले लिया जाएगा पद्मश्री पुरस्कार ?

punjabkesari.in Saturday, Nov 13, 2021 - 10:45 AM (IST)

भारत को 1947 में मिली आजादी को ‘‘भीख’’ बताने वाली टिप्पणी को लेकर अभिनेत्री कंगना रनौत की चारों तरफ आलोचना हो रही है।  महिला कांग्रेस की ओर से  उनके खिलाफ  राजस्थान के चार शहरों जोधपुर, जयपुर, उदयपुर और चूरू में  शिकायत दर्ज कराई गई है। वहीं कई जगह उनके  पुतले भी फूंके गए। इतना ही नहीं रनौत से पद्मश्री वापस लेने की मांग भी तेज हो गई है। 

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पहले भी विवादों में रह चुकी है कंगना 

राजनीति या अन्य विषयों पर अपने बयानों से आए दिन चर्चा में रहने वाली कंगना ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि भारत को ‘वास्तविक आजादी’ 2014 में मिली थी। उनका परोक्ष तौर पर इशारा नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार के सत्ता में आने की ओर था। रनौत ने इसके साथ ही वर्ष 1947 में देश को मिली आजादी को ‘भीख’ करार दिया था। अभिनेत्री ने पद्मश्री पुरस्कार दिए जाने के एक दिन बाद ही यह विवादित बयान दिया।

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कंगना के बयान का हुआ विरोध

महात्मा गांधी के पड़पौत्र तुषार गांधी ने इस बयान को  नफरत का एक एजेंट बताया। उन्होंने ट्वीट किया कि पद्मश्री कंगना रनौत नफरत, असहिष्णुता और अनर्गल उत्साह की एजेंट है। यह हैरानी की बात नहीं है कि उन्हें लगता है कि भारत को आजादी 2014 में मिली। घृणा, असहिष्णुता, दिखावटी देशभक्ति और दमन को भारत में 2014 में आजादी मिली। उन्होंने कहा, ‘‘यह हैरानी की बात नहीं है कि ऐसे बयान उस कार्यक्रम में दिए गए, जिसमें प्रधानमंत्री भी शामिल हुए। आखिरकार आज पीएमओ नफरत का झरना बन गया है जो प्रचुर मात्रा में हमारे देश में बहता है।

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राजस्थान के कई शहरों में शिकायत दर्ज 

जोधपुर महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष मनीषा पंवार ने शिकायत में कहा कि कंगना रनौत ने अपने बयान के माध्यम से स्वतंत्रता सेनानियों और देश के लोगों का अपमान किया, जो “देशद्रोह की श्रेणी” के अंतर्गत आता है। वहीं इंदौर में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के वंशजों नेअभिनेत्री का पुतला फूंका।  इस दौरान उन्होंने ‘‘वीर शहीदों का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान’’, ‘‘कंगना रनौत मुर्दाबाद’’ और ‘‘कंगना रनौत को देश से बाहर करो’’ जैसे नारे भी लगाए।

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पद्मश्री पुरस्कार वापस लेने की उठी मांग 

दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने कंगना की आलोचना करते हुए कहा कि- ‘भगत सिंह, आजाद और गांधी की आजादी इन्हें भीख लगती है और सत्ता की गुलामी का मजा ले उसे असल आजादी बताती हैं। ऐसी सोच के लिए ही राष्ट्र पुरस्कार मिला है?’’ उन्होंने रनौत की एक वीडियो क्लिप भी साझा की, जिसमें उन्होंने ये टिप्पणियां की हैं। महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि रनौत को प्रदान किया गया पद्मश्री पुरस्कार स्वतंत्रता पर उनकी विवादास्पद टिप्पणी के लिए वापस ले लिया जाए और स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करने के लिए अभिनेत्री के खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए।


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Content Writer

vasudha

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