पूरी जिंदगी नहीं होगा Cancer अगर डॉक्टर की ये 4 बातें मान ली!
punjabkesari.in Monday, Mar 03, 2025 - 08:10 PM (IST)

नारी डेस्कः कैंसर जैसी बीमारी आज लाखों लोगों को मौत के नींद सुला रही है। हर कोई इस बीमारी से बचे रहना चाहता है लेकिन यहां बड़ा सवाल है कि कैंसर से बचा कैसे जा सकता है तो जवाब है हमारा डिफेंसिव सिस्टम। हमारा डिफेंसिव सिस्टम ही इन कोशिकाओं को मार देता है लेकिन तब जब हमारा डिफेंसिव सिस्टम ही मजबूत होगा। चलिए, आपको पूरा विस्तार से समझाते हैं कि आप इस बड़ी बीमारी को मात कैसे दे सकते हैं।
कई मीडिया रिपोर्ट में कैंसर एक्सपर्ट द्वारा दी गई जानाकरी के मुताबिक, कैंसर का आंकड़ा बहुत डरावना है और यह साल 2050 में बहुत अधिक हो जाएगा। हर किसी व्यक्ति के शरीर में कैंसर के तत्व मौजूद होते हैं। रोजाना ही शरीर में हजारों कैंसर कोशिकाएं बनती हैं और हमारा डिफेंसिव सिस्टम, इन कोशिकाओं को मार देता है लेकिन अगर डिफेंस सिस्टम ही कमजोर हो तो कैंसर कोशिकाएं ग्रोथ कर जाती है। अगर कैंसर की शुरुआती स्टेज में पता चल जाए तो इसे वहीं रोक दिया जाता है लेकिन बावजूद इसके यह शरीर से पूरी तरह से गायब नहीं होता है लेकिन अगर शरीर का डिफेंसिव मैकेनिज्म बढ़िया है तो यह बाद में उभर नहीं पाता जबकि शरीर का डिफेंसिव सिस्टम कमजोर होगा तो कैंसर दोबारा होने का खतरा बना रहेगा।
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कैंसर होता क्यों है?
जब डिफेंस सिस्टम कमजोर होता है तो यहीं कोशिकाएं धीरे-धीरे बढ़ने लगती हैं और कई सालों बाद पूरी तरह से कैंसर कोशिकाओं में बदल जाती है। कुछ मामलों में कैंसर के लिए हम खुद भी जिम्मेदार हैं जैसे गलत खान-पान, अनहैल्दी बिगड़ा लाइफस्टाइल आदि जो इन कोशिकाओं की संरचना को बदलने लगती है। अगर स्थिति और लाइफस्टाइल ना बदला जाए तो यहीं कोशिकाएं कैंसर का रूप ले लेती है।
MMMS का फार्मूला फॉलो किया तो कैंसर को मिलेगी मात
कैंसर कोशिकाओं को बढ़ाने में बिगड़े लाइफस्टाइल-अनहैल्दी डाइट जिम्मेदार रहती है जबकि कुछ मामलों में जीन और पर्यावरण जिम्मेदार हो सकते हैं लेकिन शरीर में कैंसर कोशिकाएं न पनपे इसके लिए MMMS यानी थ्री एम और एस को फॉलो किया जा सकता है।
MMMS यानी थ्री एम और एस को समझें
पहले एम का मतलब है Meal यानी हेल्दी भोजन
दूसरे एम का मतलब है Movement यानी शरीर को फिजिकली एक्टिव रखना।
तीसरे एम का मतलब है Mind यानी मन को खुश रखना
अंत में एस का मतलब है कि Sleep यानी अच्छी नींद।
अब इन्हें विस्तार से समझते हैं...
M (Meal)-हेल्दी मील
अपनी डाइट से रिफाइंड, प्रोसेस्ड, ऑयली, पैकेट, फास्ट फूड, जंक फूड बाहर कर दें। एल्कोहल और सिगरेट का सेवन ना करें क्योंकि यह शरीर की कोशिकाओं को कैंसर कोशिकाओं में बदलने से रोकने वाले डिफेंसिव मैकेनिज्म को कमजोर करता है।
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क्या खाएं
जो भी खाए हैल्दी और ताजा खाएं। हरी सब्जियां, साबुत अनाज, चावल, दाल, गेंहू खाए जो हल्का पक्का हो। हरी सब्जियों-फलों का सेवन ज्यादा करें और खाने से पहले फाइबर भरपूर आहार खाए ताकि अगर कुछ खराब खाना भी है तो उसका असर ना हो। फाइबर के लिए भरपूर सलाद, चोकर के आटा से बनी रोटियां खाएं। रात में न खाएं तो यह ज्यादा बेहतर है। डाइट से मीठे को बाहर कर दें। इससे कैंसर तो दूर रहेगा ही रहेगा, साथ ही में बीपी, डायबिटीज और मोटापा भी कंट्रोल में रहेगा।
M(Movement)-मूवमेंट
मूवमेंट यानि फिजिकल एक्टिविटी। शरीर को एक्टिव रखे। इसके लिए जरूरी है योग, सैर और हल्की-फुल्की एक्सरसाइज। मेडिटेशनल का सहारा भी लिया जा सकता है। खाने के बाद 10 मिनट जरूर वॉक करें।
M(Mind)-मन को शांत और खुश रखें
मन को शांत और खुश रखें । नकारात्मक विचारों को दिमाग में ना आने दें। परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं और अपने लिए समय निकालें। मन को शांत रखने के लिए योग और मेडिटेशन बहुत फायदेमंद है।
S(Sleep) -सुकून भरी नींद
नींद कई बीमारियों से शरीर का बचाव करती है क्योंकि नींद से पूरी बॉडी रिलेक्स करती है। किसी भी तरह का स्क्रीन टाइम सोने से दो घंटा पहले बंद करें। सुकून से सोएंगे तो अधिकांश बीमारियां आपके शरीर को छू भी नहीं पाएंगी।
डिस्कलेमरः हमारा उद्देश्य सिर्फ जानकारी उपलब्ध करवाना है। कैंसर से बचाव के लिए लाइफस्टाइल और खानपान का हैल्दी होना बहुत जरूरी है।