दिमाग में सुन्नपन रहने पर ये लक्षण दिखते हैं ? ऐसा होने के बड़े कारण भी जानिए
punjabkesari.in Monday, Oct 27, 2025 - 09:17 PM (IST)
नारी डेस्कः ब्रेन यानि की हमारी दिमाग शरीर के सेंसेटिव अंगों में से एक है। ब्रेन काम करना बंद कर दें तो व्यक्ति जिंदा लाश की तरह बन जाता है। इसलिए ब्रेन से जुड़ी छोटी सी समस्या को भी जल्द पकड़ने की जरूरत रहती है ताकि समय पर इसे रोका जा सकें। बहुत से लोगों को आपने ये कहते सुना होगा कि उन्हें सिर के कुछ हिस्से में सुन्नपन महसूस होता है लेकिन ये सुन्नपन गंभीर हो सकता है। जी हां, दिमाग के किसी हिस्से का सुन्न या काम न करना गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है। यह अचानक स्ट्रोक, नसों में दबाव, विटामिन की कमी, न्यूरोपैथी या सिर की चोट जैसी विभिन्न वजहों से हो सकता है। अक्सर हाथ-पैर में कमजोरी, झुनझुनी, संतुलन में समस्या या बोलने-समझने में दिक्कत के रूप में महसूस होता है। शुरुआती पहचान और समय पर इलाज से गंभीर परिणाम टाले जा सकते हैं, इसलिए किसी भी असामान्य सुन्नपन को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। जब दिमाग का कुछ हिस्सा सुन्न (numb) या काम करना बंद सा लगने लगता है, तो यह एक गंभीर स्थिति भी हो सकती है। इसे neurological symptom यानी तंत्रिका संबंधी लक्षण माना जाता है। चलिए इसके कारणों और बचाव के बारे में विस्तार से समझते हैं।
दिमाग के कुछ हिस्से का सुन्न होना के बड़े कारण | Brain Sun Hone ke Karan
1. तंत्रिका और रक्त संचार संबंधी कारण
स्ट्रोक (Stroke): दिमाग के किसी हिस्से में रक्त का बहाव अचानक रुक जाना। इससे शरीर के किसी हिस्से में सुन्नपन, कमजोरी या बोलने में दिक्कत आ सकती है। ज्यादा गंभीर होने पर चेतना पर असर भी पड़ता है।
ट्रांसिएंट इस्केमिक अटैक (TIA / Mini Stroke): यह अस्थायी स्ट्रोक होता है। लक्षण कुछ मिनटों या घंटों में ठीक हो सकते हैं। चेतावनी संकेत है कि भविष्य में बड़ा स्ट्रोक हो सकता है। सिर की चोट या चोट के बाद मस्तिष्क की सूजन।
2. न्यूरोलॉजिकल (तंत्रिका) कारण
मल्टीपल स्केलेरोसिस (Multiple Sclerosis): दिमाग और रीढ़ की हड्डी की नसों में इम्यून सिस्टम की वजह से नुकसान। हाथ-पैर या शरीर के हिस्सों में सुन्नपन और कमजोरी।
नर्व दबाव (Nerve Compression): गर्दन या रीढ़ की हड्डी में चोट या डिस्क की समस्या। दिमाग तक संदेश सही नहीं पहुँच पाते, जिससे शरीर में सुन्नपन।
3. कुछ और कारण
माइग्रेन (Migraine) के साथ aura: कभी-कभी सिरदर्द से पहले या दौरान शरीर का कुछ हिस्सा सुन्न लग सकता है।
न्यूरोपैथी (Peripheral Neuropathy): शुगर, विटामिन की कमी (B12), शराब, दवाइयों की वजह से नसों को नुकसान। हाथ-पैर में झुनझुनी या सुन्नपन। सिर की ट्यूमर या संक्रमण।
तंत्रिका पर दबाव: लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठने या बार-बार चलने से तंत्रिकाओं पर दबाव पड़ सकता है।
संक्रमण: लाइम रोग या HIV जैसे संक्रमण मस्तिष्क और तंत्रिकाओं को प्रभावित कर सकते हैं।
विटामिन B12 की कमी: शरीर में पर्याप्त मात्रा में विटामिन B12 न होने से सुन्नता हो सकती है।
कुछ दवाइयाँ: कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट के रूप में सुन्नता महसूस हो सकती है।
गलत मुद्रा: सोने या बैठने की गलत मुद्रा से अस्थायी सुन्नता हो सकती है, जो आमतौर पर बिना इलाज के ठीक हो जाती है।

ब्रेन में सुन्नपन होने के लक्षण
शरीर के किसी हिस्से में सुन्नपन या झुनझुनी।
अचानक कमजोरी, चलने या हाथ-पैर उठाने में दिक्कत।
बोलने या समझने में कठिनाई।
सिरदर्द, चक्कर, दृष्टि या संतुलन में समस्या।
हाथ-पैर की संवेदना कम होना।
अगर ये लक्षण अचानक आए हों, तो तुरंत इमरजेंसी में जाना चाहिए क्योंकि यह स्ट्रोक का संकेत हो सकता है।
3. ब्रेन में सुन्नपन होने का इलाज (Treatment / Management)
(A) तत्काल उपायः स्ट्रोक या अचानक सुन्नपन में तुरंत एम्बुलेंस/ अस्पताल जाएं। रक्त जांच और MRI/CT स्कैन से स्थिति का पता लगाया जाता है।
(B) चिकित्सा उपचारः दवा (Medication): स्ट्रोक, टीआईए या ब्लड क्लॉट के लिए ब्लड थिनर। न्यूरोपैथी में विटामिन B12, दर्द और सूजन कम करने वाली दवा।
फिजियोथेरेपी / रीहैबिलिटेशन: कमजोरी और सुन्नपन वाले हिस्सों की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए। लाइफस्टाइल में करें कुछ बदलाव
शुगर, ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण।
हेल्दी डायट, एक्सरसाइज, धूम्रपान और शराब से बचाव।
सर्जरी: अगर दिमाग या रीढ़ की हड्डी में ट्यूमर या डिस्क की समस्या है।
सबसे बड़ी और अहम सलाह
सावधानी: अगर सुन्नपन अचानक आया है, और हाथ-पैर, चेहरे या बोलने में दिक्कत है तुरंत अस्पताल जाएं।
नियमित जांच: डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और विटामिन लेवल को नियमित चेक कराएं।

