2 शादियां की लेकिन दोनों में नहीं मिला सुख, आखिरी वक्त में सताती रही बस एक ही चिंता!
punjabkesari.in Monday, Dec 12, 2022 - 05:20 PM (IST)
बॉलीवुड इंडस्ट्री में ऐसी कई एक्ट्रेस रही हैं जिनकी प्रोफेशनल लाइफ तो बेहतर रही लेकिन पर्सनल लाइफ नहीं। उनके पास पैसा, शोहरत सब कुछ था लेकिन प्यार नहीं। इन्हीं में से एक थी विद्या सिन्हा। जिनकी बचपन में मां की मौत हो गई 2 शादियां की और दोनों में सुख नहीं मिला। अपने आखिरी वक्त में भी वो बस परेशान ही थी। चलिए आपको बताते है विद्या सिन्हा की दुख भरी कहानी।
मौसी के कहने पर रखा मॉडलिंग में कदम
विद्या सिन्हा का जन्म 15 नवंबर, 1947 को मुंबई में हुआ। विद्या को जन्म देकर उनकी मां चल बसी। विद्या की मां की मौत के बाद उनके पिता ने दूसरी शादी कर ली और विद्या अपनी मौसी और नानी के पास चली गई। वहां पर ही वो पली-बढ़ी। मौसी के कहने पर उन्होंने मॉडलिंग में कदम रखा। उन्होंने 18 साल की उम्र में मॉडलिंग करनी शुरू कर दी थी और मिस बॉम्बे’ का टाइटल भी अपने नाम किया था।
मॉडलिंग के बाद उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा। फिल्मी बैकग्राउंड से ताल्लुक रखने के बावजूद उन्होंने इंडस्ट्री में पहचान अपने दम पर बनाई। साल 1974 में आई 'रजनीगंधा' फिल्म से उन्होंने डेब्यू किया और इसके बाद से ही उनके पास फिल्मों का सिलसिला शुरू हो गया। उन्होंने ‘छोटी सी बात’, ‘पति पत्नी और वो’ जैसी सुपरहिट फिल्मों में काम किया था। पर्सनल लाइफ की बात करें तो विद्या ने पहली शादी अपने पड़ोसी से की थी। वो अपने पड़ोसी तमिल ब्राह्मण वेंकटेश्वरन अय्यर के प्यार में पड़ गई। साल 1968 में दोनों ने शादी की थी। शादी के कई साल बाद जब कपल पेरेंट्स नहीं बन पाया तो इन्होंने एक बेटी को गोद लिया जिसका नाम जाह्नवी रखा। विद्या ने 30 फिल्में करके एक्टिंग छोड़ दी। इसके बारे में एक इंटरव्यू में एक्ट्रेस ने कहा था, मैं अपने करियर को लेकर गंभीर नहीं थी। विद्या ने कहा था, जब मैंने शुरुआत की थी तो ऐसा कोई प्लान या सपना नहीं था कि मुझे टॉप पर जाना है। मैं बस एक फैमिली प्लान करना चाहती थी। वही. साल 1996 में विद्या के पति की बीमारी की वजह से मौत हो गई। जिसके बाद वो फिल्मों से दूर हो गई। पति की मौत में गम में डूबी विद्या अकेला रहना पसंद करती थी।
दूसरी शादी में भी नहीं मिला सुख
बाद में विद्या सिडनी चली गईं। जहां पर उनकी मुलाकात एक ऑस्ट्रेलियाई डॉक्टर नेताजी भीमराव सालुंके से हुई। विद्या की नेताजी भीमराव से मुलाकात ऑनलाइन हुई थी। धीरे-धीरे उन दोनों में बातचीत बढ़ने लगी और वो एक-दूसरे के प्यार में पड़ गए, जिसके बाद 2001 में उन्होंने शादी करने का फैसला किया और जल्दबाजी में मंदिर में शादी कर ली थी। हालांकि उनकी यह शादी भी लंबी नहीं चली। एक्ट्रेस ने अपने पति पर आरोप लगाया था कि वो उनपर हाथ उठाते है और उस पर मामला दर्ज किया था। साल 2011 में दोनों का तलाक हो गया। तलाक के बाद बेटी के बार-बार कहने पर विद्या ने अभिनय की दुनिया में फिर कदम रखा। इस बार शुरुआत टीवी से की। उनका पहला सीरियल तमन्ना था, इसके बाद वे बहुरानी, हम दो हैं ना, काव्यांजलि, भाभी और कुबूल है जैसे अनेक सीरियल्स में नजर आईं। उनका आखिरी सीरियल 'कुल्फी कुमार बाजेवाला' था। साल 15 अगस्त 2019 को 71 साल की उम्र में विद्या सांस ना लेने व फेफड़ों की बीमारी के चलते दुनिया को अलविदा कह गई।
एक्ट्रेस की मौत के बाद उनकी करीबी दोस्त ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वो अपने आखिरी समय में बेटी को लेकर परेशान थीं। जब उन्हें अस्पताल लाया गया तो उन्होंने यही कहा था कि मेरे बाद जाह्नवी का क्या होगा। रिपोर्ट्स की मानें तो विद्या को अपनी लगातार बिगड़ती तबीयत का अहसास हो गया था। ऐसे में उनको डर था कि उनके बाद जाह्नवी अकेली पड़ जाएगी। वही, उनकी माली हालत भी ज्यादा अच्छी नहीं थी। उनके पास पांच लाख रुपये का बैंक बैलेंस था इसलिए भी उनको जाह्नवी की फिक्र थी।
विद्या सिन्हा भले ही अब इस दुनिया में ना हो लेकिन उनकी एक्टिंग को हमेशा याद किया जाता है।