पति ने भी छोड़ा अकेला और प्रेमी ने भी छुड़वाया पीछा, बेहद दुखों से भरी रही मधुबाला की जिंदगी
punjabkesari.in Tuesday, Feb 15, 2022 - 04:37 PM (IST)
बॉलीवुड इंडस्ट्री में ऐसी कई अभिनेत्रियां रही हैं जिन्होंने फिल्मों में खूब नाम कमाया लेकिन उनकी पर्सनल लाइफ काफी दुखों से भरी रही। यही नहीं इनका आखिरी वक्त भी काफी दर्दभरा रहा। उन्हें संभालने के लिए कोई नहीं था और ताउम्र प्यार के लिए तरसती रही। ऐसी ही एक एक्ट्रेस रहीं मधुबाला। खूबसूरत आंखें, दिलकश मुस्कान और कातिल अदाओं से फैंस को कायल करने वाली मधुबाला ने अपनी जिंदगी में बहुत कुछ झेला। एक वक्त में उनके पास अपने पिता के कफन के लिए पैसे नहीं थे और यही नहीं जब वो खुद जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही थी तो उनका ख्याल रखने वाला कोई नहीं था। तड़पती हुई मधुबाला 36 साल की उम्र में ही दुनिया को अलविदा कह गई। चलिए आज के इस पैकेज में हम आपको मधुबाला की जिंदगी से जुड़ी बातें बताते हैं।
9 साल की उम्र में मधुबाला ने रखा फिल्मी दुनिया में कदम
14 फरवरी 1933 को दिल्ली में जन्मी मधुबाला का असली नाम ‘बेगम मुमताज जेहन देहलवी’ था। एक्ट्रेस के पिता का नाम अताउल्लाह खान और मां का नाम बेगम आइशा था। मधुबाला 11 भाई-बहन थे, जिनमें 4 भाई और एक्ट्रेस को मिलाकर 7 बहने थीं। मधुबाला पांचवें नंबर पर थीं। एक्ट्रेस के पिता दिल्ली की इंपीरियल तंबाकू कंपनी में काम करते थे लेकिन 40 दशक में उनकी नौकरी चली गई और वो अपने परिवार को लेकर मुंबई आ गए। मधुबाला बचपन से ही एक्ट्रेस बनने के सपने देखती थी और इस मेहनत के साथ पूरा भी किया। 9 साल की उम्र में मधुबाला ने इंडस्ट्री में कदम रखा लेकिन उन्हें लीड रोल 14 साल की उम्र में मिला। फिल्म ‘महल’ से उनकी किस्मत चमकी। 15 साल की उम्र में वो बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेस बन गई। इसके बाद उन्होंने बैक टू बैक कई सुपरहिट फिल्में दीं और कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
लेकिन फिल्मों में काम पाना मधुबाला के लिए आसान नहीं था। मधुबाला की बहन मधुर भूषण ने एक नामी वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में कहा था कि, ‘मेरे माता-पिता ने बहुत ज्यादा गरीबी देखी है। मेरे पिता मेरी बहन मधुबाला को लेकर एक स्टूडियो से दूसरे स्टूडियो काम के सिलसिले में दौड़ते-भागते रहते थे। इसके अलावा, मेरे कोई भी भाई अपने पैरों पर खड़े नहीं थे। एक वक्त ऐसा आ गया था कि हमारे पास इतने भी पैसे नहीं थे कि हम अपने पिता के लिए कफन भी खरीद सकें।
रिलेशनशिप को लेकर चर्चा में रही मधुबाला
वही, मधुबाला एक ऐसी हीरोइन रहीं जिनके चर्चे बॉलीवुड ही नहीं बल्कि विदेशों और हॉलीवुड में भी फैले हुए थे। मधुबाला ने अपने करियर में उस समय के सफल अभिनेता अशोक कुमार, रहमान, दिलीप कुमार और देवानंद जैसे दिग्गज कलाकारों के साथ काम किया था और कईयों के साथ उनका नाम भी जुड़ा लेकिन वो सिर्फ दिलीप कुमार को प्यार करती थी। उस जमाने में मधुबाला और दिलीप कुमार ने 9 साल एक दूसरे से प्यार किया लेकिन एक नहीं हो पाए। कहा तो ये भी जाता है कि दिलीप कुमार और मधुबाला की सगाई भी हो चुकी थी। कहा जाता है कि दिलीप कुमार और मधुबाला एक्ट्रेस के पिता की वजह से अलग हुए लेकिन इसे झूठा करार दिया था मधुबाला की बहन मधुर भूषण ने। मधुर के मुताबिक, ये रिश्ता उनके पिता की वजह से नहीं, बल्कि खुद दिलीप कुमार की जिद्द की वजह से टूटा था।
मधुर के मुताबिक, फिल्म 'नया दौर' के वक्त दिलीप और मधुबाला के रिश्ते बिगड़े। नामी वेबसाइट ईटाइम्स को दिए इंटरव्यू में मधुर भूषण ने 'नया दौर' वाला किस्सा बताते हुए कहा, 'मेरे पिता नहीं चाहते थे कि बीआर चोपड़ा ग्वालियर के पहाड़ी इलाके में फिल्म शूट करें। दरअसल शूटिंग से कुछ दिन पहले वहां कुछ महिलाओं को असॉल्ट किया गया था। मेरे पिता चाहते थे कि मधुबाला सुरक्षित रहें। मेरे पिता इस बात से नाराज थे कि दिलीप कुमार ने इस केस में बीआर चोपड़ा का पक्ष लिया और उन्होंने हमारे खिलाफ केस फाइल कर दिया। मधुबाला चाहती थीं कि दिलीप साहब हमारे पिता से माफी मांगें।' लेकिन दिलीप कुमार ने माफी मांगने से इंकार कर दिया। यही नहीं दिलीप साहब ने मधुबाला के आगे शर्त रखी कि वे फिल्में छोड़कर उनसे शादी कर लें हालांकि, दिलीप अपनी जिद्द पर अड़े रहे और दो प्यार करने वाले हमेशा के लिए जुदा हो गए।
जल्दबादी में मधुबाला ने की किशोर कुमार से शादी
दिलीप कुमार से अलग होने के बाद मधुबाला ने जल्दबाजी में शादीशुदा किशोर कुमार से शादी कर ली। दरअसल, किशोर कुमार पहले से ही मधुबाला को चाहते थे और उन्होंने एक्ट्रेस का प्रपोजल असेप्ट कर लिया। लेकिन इस शादी में भी उन्हें प्यार नहीं मिला। कहा जाता है कि मधुबाला किशोर कुमार से खुश नहीं था। दरअसल, उन दिनों मधुबाला अपनी जन्मजात बीमारी से परेशान थीं। बचपन से ही उनके दिल में छेद था। इसके अलावा उनके शरीर में आवश्यक मात्रा से ज्यादा खून बनने लगता था और ये खून उनकी नाक और मुंह से बाहर आता था।
हालत इतनी खराब थी कि रोज डॉक्टर घर आते और मधुबाला के शरीर से कई बोतल खून निकालकर ले जाते ताकि खून निकलना बंद हो जाए लेकिन लगातार मधुबाला की हालत बिगड़ती गई। मधुबाला की बहन मधुर ने बताया था कि उनकी हालत ऐसी हो गई थी कि जब वह पानी पीती थीं तो गले में पानी भी दिखाई देता था। जब डॉक्टर्स ने किशोर कुमार को बताया कि मधुबाला के पास कुछ ही समय बचा है तो उन्होंने बिना देर किए अपनी बीवी के लिए मुंबई के कार्टर रोड में एक घर खरीदकर दे दिया था और उन्हें एक नर्स के साथ वहीं छोड़ दिया था। 4 महीने में सिर्फ एक बार ही किशोर कुमार मधुबाला से मिलने जाया करते थे। कहा तो ये भी जाता है कि एक वक्त में किशोर कुमार ने मधुबाला का फोन तक उठाना बंद कर दिया था। मधुबाला की बहन मधुर भूषण ने कहा था, 'किशोर दा के पास टाइम नहीं था। वह बहुत ट्रैवल करते थे। वह अपने शोज और रिकॉर्डिंग में बहुत बिजी रहते थे। वह अकेलेपन में खूब रोती थीं।'
आखिरी दिनों में बेहद अकेले हो गई मधुबाला
ऐसे में आखिरी दिनों में मधुबाला बिल्कुल अकेले हो गई थी। पति होने के बावजूद बीमार मधुबाला अकेले ही जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही थी। आलम ये था कि एक्ट्रेस ने धीरे धीरे सजना-धजना भी छोड़ दिया था, क्योंकि कोई उनसे मिलने नहीं जाता था। मधुबाला अपने आखिरी दिनों में सिर्फ हड्डियों का ढांचा भर रह गई थी। 36 साल की उम्र में बीमारियों और अकेलेपन से तड़प रही मधुबाला इस दुनिया को अलविदा कह गई। मधुबाला को आखिरी बार देखने दिलीप कुमार आए थे लेकिन उन्होंने एक्ट्रेस के अंतिम संस्कार में पहुंचने में देर कर दी। जब तक वह कब्रिस्तान आए तब तक मधुबाला को दफना दिया गया था।
मधुबाला की आखिरी ख्वाहिश भी अधूरी रह गई। मधुबाला की एक ख्वाहिश थी कि वह रोटी कपड़ा और मकान के डायरेक्टर बिमल रॉय की फिल्म बिराज बहू में काम करें, जिसके लिए उन्होंने ऑफिस के कई चक्कर भी काटे थे। हालांकि बिमल रॉय किसी कारण से उन्हें कास्ट नहीं कर पाए। इस बात का अफसोस मधुबाला को आखिरी दम तक रहा। भले ही अब मधुबाला हमारे बीच में नहीं हैं लेकिन उनकी एक्टिंग और खूबसूरती के लिए लोग उन्हें आज भी याद करते हैं।