घर की छत ने भाऊसाहेब कांचन को बनाया मालामाल, अंगूर के बगीचे से कमा रहे लाखों
punjabkesari.in Wednesday, Feb 02, 2022 - 11:39 AM (IST)
जब भी हम कोई नया बिजनेस शुरू करते हैं तो जमीन या दुकान की तलाश करते हैं। लेकिन जरुरी नहीं है कि जमीन या दुकान से ही पैसा कमाया जा सकता है घर की छत भी आपको मालामाल कर सकती है। जी हां ऐसा ही कुछ कर रहे हैं 58 वर्षीय भाऊसाहेब कांचन । एक छोटी सी शुरुआत से उन्हे बड़ी कामयाबी मिल गई है।
घर बैठे हो रही लाखों की कमाई
महाराष्ट्र के पुणे सोलापुर हाइवे पर स्थित गांव उरलीकांचन में रहने वाले भाऊसाहेब कांचन ने भी कभी नहीं सोचा था कि घर बैठे मोटी कमाई कर पाएंगे। आज वह छत पर अंगूर का बगीचा लगाकर लाखों कमा रहे हैं। यूरोप स्टडी टूर के दाैरान उनके दिमाग में यह आइडिया आया और उन्होंने घर के आंगन और छत पर अंगूर की खेती करने का फैसला कर लिया।
यूरोप स्टडी टूर से आया आइडिया
भाऊसाहेब बताते हैं कि सबसे पहले उन्होंने मांजरी अंगूर संशोधन केंद्र से मांजरी मेडिका जाति के दो अंगूर के पौधे खरीदे और उन्हें घर के आंगन में लगा दिया। उसके बाद तीन साल तक उन्होंने पौधों को गोबर से बनी जैविक खाद दी, जिससे पौधे विशाल रूप लेकर जमीन से 32 फुट ऊपर तीसरे मंजिल तक फैल गए।
दवाई के लिए होता है बीजों का इस्तेमाल
अंगूर की बागवानी से भाऊसाहेब कम से कम हर महीने पांच लाख रुपये की कमाई कर रहे हैं। वह बताते हैं कि- अंगूर फल का सेवन आमतौर पर सभी लोग करते हैं। इसके बीजों का इस्तेमाल दवाई बनाने में भी किया जाता है। उन्होंने बताया कि- पहले साल उन्हें 108 अंगूर के गुच्छे मिले, दूसरे वर्ष छत पर लगाए हुए अंगूर के बगीचे में लगभग 300 बंच मिले और तीसरे साल में यह आकरा 525 अंगूर के बंच तक पहुंच गया।
सभी अंगूर हैं मीठे
कांचन बताते हैं कि- इन सभी अंगूर का स्वाद रसीले और मीठे हैं और इनमें दवाई बनाने वाले गुण बहुत ज्यादा हैं। उन्होंने बताया कि- बागवानी की नई तकनीक पर शोध करने के लिए कृषि विभाग किसानों को विदेश जाने का मौका देती है। जहां खेती के बारे में कुछ नया सीखने के लिए एवं अध्ययन करने के लिए स्टडी टूर के जरिये किसानों को बाहर भेजा जाता है। इसमें पढ़ाई का आधा खर्चा विभाग द्वारा उठाया जाता है।