भाई दूज 2024: कार्तिक महीने में कब है भाई दूज?नोट करें शुभ समय
punjabkesari.in Monday, Oct 28, 2024 - 03:27 PM (IST)
नारी डेस्क: भाई दूज का पर्व हर साल भाई-बहन के बीच के अटूट रिश्ते और प्रेम को मनाने का अवसर प्रदान करता है। यह त्यौहार कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। इस साल भाई दूज का पर्व 3 नवंबर 2024 को मनाया जाएगा।
कब है भाई दूज 2024?
इस साल भाई दूज का पर्व 2 नवंबर 2024 की रात 8:22 बजे से प्रारंभ होगा और यह 3 नवंबर 2024 की रात 10:06 बजे तक चलेगा। हालांकि, उदयातिथि के अनुसार, भाई दूज का पर्व 3 नवंबर को मनाया जाएगा। इस दिन सुबह 11:39 बजे तक सौभाग्य योग रहेगा, जिसके बाद शोभन योग का आरंभ होगा। पूजा के लिए सबसे उत्तम मुहूर्त 3 नवंबर को सुबह 11:45 बजे तक रहेगा।
भाई दूज का महत्व
भाई दूज हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्यौहार है, जो भाई-बहन के संबंध को मजबूत बनाने का काम करता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं, वहीं भाई भी अपनी बहनों की रक्षा का वचन देते हैं।
ये भी पढ़ें: रमा एकादशी 2024: भगवान कृष्ण की सुनाई गई कथा से जानें इस व्रत का महत्व!
पौराणिक कथा
भाई दूज की एक प्रमुख पौराणिक कथा के अनुसार, यमराज अपनी बहन यमुनाजी के घर गए थे। यमुनाजी ने अपने भाई का बहुत अच्छे से स्वागत किया और उन्हें खाने के लिए विशिष्ट व्यंजन पेश किए। यमराज ने अपनी बहन की सेवा से प्रसन्न होकर यह वरदान दिया कि जो भी भाई-बहन इस दिन यमुना में स्नान करके यम की पूजा करेंगे, वे मृत्यु के बाद यमलोक नहीं जाएंगे।
एक अन्य कथा के अनुसार, जब भगवान कृष्ण ने नरकासुर का वध किया और द्वारका लौटे, तो उनकी बहन सुभद्रा ने उनका भव्य स्वागत किया। उन्होंने भगवान कृष्ण के माथे पर टीका लगाकर उनकी लंबी आयु की कामना की। तभी से भाई दूज मनाने की परंपरा शुरू हुई।
उत्सव की तैयारी
भाई दूज के दिन, बहनें अपने भाइयों के लिए खास पकवान तैयार करती हैं और उन्हें टीका करती हैं। भाई भी अपनी बहनों को उपहार देकर उनकी रक्षा का वचन देते हैं। इस दिन विशेष रूप से मिठाइयाँ और स्नैक्स बनाए जाते हैं, जिससे त्योहार का माहौल और भी खुशनुमा बनता है।
भाई दूज का पर्व न केवल रिश्तों को मजबूत करता है, बल्कि परिवार में प्रेम और समर्पण का एक अनोखा बंधन भी स्थापित करता है। इस भाई दूज पर, अपने भाई-बहन के साथ मिलकर इस परंपरा को मनाएं और एक-दूसरे के लिए अपने प्रेम और स्नेह को प्रकट करें।