ये 3 योगासन कमर दर्द की जड़ से कर देंगे छुट्टी, नहीं पड़ेगी दवा की जरूरत
punjabkesari.in Monday, Jun 08, 2020 - 04:11 PM (IST)
कमर दर्द की यह समस्या आज के समय में आम बात हो गई है। सिर्फ बड़े बुजुर्ग ही नहीं बल्कि कम उम्र के लोगों को भी कमर दर्द की समस्या हो जाती है। कमर दर्द को दूर करने के लिए अक्सर लोग पेनकिलर का सहारा लेते हैं लेकिन आप योग से भी इस समस्या का समाधान कर सकते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे ही योगासनों के बारे में बताएंगे, कमर दर्द की छुट्टी कर देंगे।
पहले जानते हैं कमर दर्द के कारण...
. खराब जीवनशैली।
. घंटो कंप्यूटर व मोबाइल फोन का इस्तेमाल।
. एक ही पोजीशन में लगातार बैठे रहना।
. एक्सरसाइज ना करना।
. मांसपेशियों पर अत्यधिक तनाव
. अधिक वजन
. हमेशा ऊंची एड़ी के फुटवियर पहनना
. अधिक वजन उठाना
. अधिक नर्म गद्दों पर सोना।
अब आपको बताते हैं कमर दर्द दूर करने के लिए बेस्ट योगासन
अधोमुख श्वानासन (Downward-Facing Dog)
इस योगासन को रोजाना करने से बैक पेन से छुटकारा मिलने एक साथ-साथ आपके शरीर का बैलेंस भी बेहतर होगा और मजबूती भी बढ़ेगी। आसन करने के लिए घुटनों के बल बैठ जाएं फिर अपने हाथों को जमीन पर रखें। अब हाथों पैरों को V आकार में फैला कर शरीर को ऊपर उठाएं। इस आसन को करते हुए रीढ़ की हड्डी को एक दम सीधी रखें। हर दिन कम से कम 1 मिनट के लिए इस आसन को करें। गर्भवती महिलाएं या पीठ में चोट लगे होने पर यह आसन ना करें।
बालासन (Balasana)
बालासन करने के लिए सबसे पहले वज्रासन में बैठ जाएं। अब दोनों हाथों को आगे की ओर करें और सिर को जितना हो सके नीचे की ओर झुकाएं। अपने हाथों को सिर से लगाते हुए आगे की ओर सीधा रखें और हथेलियां जमीन रखें। शुरुआत में 15 से 20 सेकेंड इस आसन का अभ्यास करें, बाद में समय बढ़ा सकते हैं। इससे कूल्हों, जांघों ओर टखनों में खिंचाव आता है और कमर दर्द से भी छुटकारा मिलता है। दस्त या घुटने में चोट लगे होने पर यह आसन ना करें।
एक पाद राज कपोतासन (Eka Pada Rajakapotasana)
यह योगसन रीढ़ की हड्डी मजबूत करने और छाती फुलाने के काम आता है। इसे कबूतर मुद्रा भी कहा जाता है। इसके लिए दरी पर पेट के बल लेट जाएं। दोनों हाथों को फर्श पर वजन डालते हुए अपने शरीर को ऊपर उठाएं। अपना मुंह सामने की ओर रखें। अब एक पैर को आगे की ओर मोड़ते हुए छाती तक ले आएं। इसी के साथ हाथ भी मोड़ लें। जांघों को फर्श पर और दूसरा पैर सीधा रखें। इसी प्रक्रिया को दूसरे पैर से भी करें।