जिम वालों के लिए कौन सा प्रोटीन सबसे बेस्ट! चिकन, अंडा या पनीर

punjabkesari.in Tuesday, Nov 25, 2025 - 04:21 PM (IST)

नारी डेस्क : जिम में घंटों पसीना बहाने के बावजूद अक्सर लोग शिकायत करते हैं कि मसल्स ठीक से बन नहीं रहे। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि मसल्स ग्रोथ में वर्कआउट से ज्यादा अहम रोल डाइट का होता है, खासकर प्रोटीन का। प्रोटीन ही शरीर की मसल्स को रिपेयर करता है, उन्हें मजबूत बनाता है और तेजी से ग्रोथ देता है। लेकिन सवाल यह है कि इतनी सारी प्रोटीन वाली चीज़ों में से असल में बेस्ट क्या है अंडा, चिकन या पनीर? आइए समझते हैं किस फूड में कैसी प्रोटीन मिलती है और जिम लवर्स के लिए कौन सबसे बेहतर साबित होता है।

अंडा: कंप्लीट प्रोटीन का पावरहाउसअंडे को प्रोटीन का सबसे बेहतरीन और आसान स्रोत माना जाता है, क्योंकि इसमें सभी 9 जरूरी अमीनो एसिड मौजूद होते हैं, जो सीधे मसल्स की ग्रोथ और रिकवरी में मदद करते हैं। शरीर अंडे के प्रोटीन को बेहद तेजी से अवशोषित कर लेता है, जिससे वर्कआउट के बाद मांसपेशियों की हीलिंग जल्दी होती है। इसकी जर्दी में मौजूद हेल्दी फैट्स और विटामिन B12 एनर्जी लेवल बढ़ाते हैं और शरीर को पूरे दिन एक्टिव रखते हैं। चाहे आप उबला अंडा खाएं, ऑमलेट बनाएं या स्क्रैम्बल हर रूप में अंडा मसल्स बनाने के लिए सुपर फायदेमंद है।

चिकन और लीन मीट

नॉन-वेज डाइट लेने वालों के लिए चिकन और लीन मीट मसल्स बिल्डिंग के सबसे मजबूत और भरोसेमंद प्रोटीन स्रोत माने जाते हैं। 100 ग्राम चिकन में लगभग 25–30 ग्राम हाई-क्वालिटी प्रोटीन मिलता है, जिसे शरीर बेहद आसानी से अवशोषित कर लेता है। इसमें मौजूद मिनरल्स और आवश्यक अमीनो एसिड मसल्स को तेजी से रिपेयर करते हैं और ग्रोथ को बूस्ट करते हैं। इसके साथ ही मछली और मटन जैसे अन्य मीट भी बेहतरीन विकल्प हैं। इनमें न सिर्फ क्वालिटी प्रोटीन मिलता है, बल्कि आयरन और ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे पोषक तत्व भी होते हैं, जो रिकवरी को तेज करते हैं और शरीर को ज्यादा स्ट्रॉन्ग बनाते हैं।

पनीर: वेजिटेरियन का Muscle Protector

वेजिटेरियन लोगों के लिए पनीर किसी सुपरफूड से कम नहीं। इसमें मौजूद केसिन प्रोटीन धीरे-धीरे पचता है, जिससे शरीर को लंबे समय तक लगातार प्रोटीन मिलता रहता है। खासतौर पर रात के भोजन में पनीर शामिल करना बेहद फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि यह मसल ब्रेकडाउन को रोकने में मदद करता है। सब्जी, सलाद से लेकर पनीर टिक्का तक हर फॉर्म में यह शरीर को पोषण देता है। साथ ही, यह पेट भरने के साथ हेल्दी वेट गेन में भी सहयोगी साबित होता है।

क्या सप्लीमेंट्स की जरूरत पड़ती है?

सप्लीमेंट्स तभी लेने चाहिए जब आपकी नियमित डाइट आपकी प्रोटीन या न्यूट्रिशन की जरूरत पूरी न कर पाए। ऐसे में व्हे प्रोटीन या प्लांट-बेस्ड प्रोटीन अच्छे विकल्प हो सकते हैं। हालांकि, सप्लीमेंट चुनते समय यह जरूर देखें कि उसमें कम केमिकल्स हों और अमीनो एसिड प्रोफाइल उच्च गुणवत्ता वाला हो, ताकि शरीर को अधिकतम लाभ मिल सके।

जामें प्रोटीन का असर कैसे बढ़ाएं

दिन भर थोड़ा-थोड़ा प्रोटीन खाएं। एक बार में बहुत ज्यादा प्रोटीन लेने से शरीर उसे पूरी तरह उपयोग नहीं कर पाता, और इसका फायदा भी कम हो जाता है। इसलिए बेहतर यही है कि दिन भर में छोटे-छोटे हिस्सों में प्रोटीन शामिल करें। इससे मसल्स को लगातार अमीनो एसिड मिलता रहता है और रिकवरी भी तेज होती है।

सही कॉम्बिनेशन बनाएं

सही फूड कॉम्बिनेशन मसल्स को पूरा अमीनो एसिड प्रोफाइल देने में मदद करता है। जैसे दाल+चावल, पनीर+सलाद या अंडा+ओट्स जैसे कॉम्बो शरीर में प्रोटीन की क्वालिटी को बेहतर बनाते हैं। ये संयोजन न सिर्फ डाइजेशन आसान करते हैं बल्कि मसल रिकवरी और स्ट्रेंथ बढ़ाने में भी कारगर साबित होते हैं।

वर्कआउट के 30–60 मिनट के अंदर प्रोटीन लें

वर्कआउट के बाद शरीर की मसल्स सबसे ज्यादा थकी हुई होती हैं और उसी समय उन्हें प्रोटीन की सबसे ज्यादा जरूरत पड़ती है। इसलिए एक्सरसाइज खत्म होने के 30–60 मिनट के भीतर प्रोटीन लेना बेहद फायदेमंद माना जाता है। इस टाइम विंडो में लिया गया प्रोटीन तेजी से अवशोषित होता है, जिससे मसल रिकवरी दोगुनी तेजी से होती है, soreness कम होती है और मसल ग्रोथ भी बेहतर तरीके से शुरू हो जाती है। यही वजह है कि फिटनेस एक्सपर्ट इसे गोल्डन विंडो कहते हैं।

पानी ज्यादा पिएं

जब आप हाई-प्रोटीन डाइट लेते हैं, तो शरीर को प्रोटीन को पचाने और अवशोषित करने में अधिक पानी की जरूरत होती है। पर्याप्त पानी न मिलने पर पाचन धीमा हो सकता है, कब्ज या ब्लोटिंग जैसी दिक्कतें भी बढ़ सकती हैं। इसलिए हाई-प्रोटीन भोजन के साथ पूरे दिन नियमित रूप से पानी पीना बेहद जरूरी है। अच्छी हाइड्रेशन न सिर्फ पाचन को आसान बनाती है, बल्कि मसल रिकवरी, एनर्जी लेवल और किडनी फंक्शन को भी सपोर्ट करती है। दिनभर में थोड़ा-थोड़ा पानी पीने से शरीर में प्रोटीन का अवशोषण बेहतर होता है और डाइट का फायदा भी ज्यादा मिलता है।

तो जानें आखिर बेस्ट क्या है

नॉन-वेज खाने वालों के लिए: चिकन + अंडा सबसे तेज़ और असरदार मसल-बिल्डिंग प्रोटीन।
वेजिटेरियन के लिए: पनीर + दाल + दही/दूध मसल ग्रोथ का बेस्ट कॉम्बो।
जिन्हें फैट कम और प्रोटीन ज्यादा चाहिए: अंडा और चिकन सबसे उपयुक्त।

हर फूड में प्रोटीन है, लेकिन आपका लक्ष्य, आपकी बॉडी और आपकी डाइट तय करती है कि कौन सा प्रोटीन आपके लिए सबसे बेहतर है। सही प्रोटीन चुनेंगे, तभी सही मसल्स बनेंगे।


 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Monika

Related News

static