Best Baby Food: 1 रेसिपी से बढ़ाएं बच्चे की मोटाई और लंबाई
punjabkesari.in Thursday, Sep 02, 2021 - 02:15 PM (IST)
जन्म से 6 महीने तक बच्चे के लिए मां का दूध ही संपूर्ण आहार माना जाता है। इससे उसे सभी जरूरी तत्व मिलते हैं। ऐसे में बच्चा का बेहतर तरीके से शारीरिक व मानसिक विकास होती है। वहीं शिशु के 7 सातवें महीने का होने पर उसे ठोस चीजों खिलाई जाती है। इस दौरान बच्चे का हाजमा मजबूत होने लगता है। ऐसे में वह खाने को जल्दी ही पचाने लगता है। मगर कई बच्चे 6 महीने के बाद भी चीजों को सही से पचा नहीं पाते हैं। इसके कारण उन्हें जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं। ऐसे में उनकी लंबाई व मोटाई ठीक से ना होने में रूकावटें आने लगती है।
ऐसे में अगर आपका बच्चा 6 महीने का हो गया है या इससे बड़ा है तो आप उसके लिए घर पर दही-चावल से बेबी फूड तैयार कर सकती है। चलिए आज हम आपको बेबी फूड बनाने का तरीका व इसे खाने के फायदे बताते हैं...
ऐसे बनाएं हेल्दी दही-चावल रेसिपी
सामग्री
घी- 1 बड़ा चम्मच
जीरी- 1/4 छोटा चम्मच
हींग- चुटकीभर
करी पत्ता- 2-3
चावल- 1/2 कटोरी (साफ व धुले हुए)
काली मिर्च- चुटकीभर
तुलसी के पत्ते- 2
पुदीने के पत्ते- 2
पान- जरूरत अनुसार
ताजी दही- 2-3 बड़े चम्मच
विधि
. सबसे पहले कुकर में घी गर्म करें।
. अब इसमें जीरा भूनें।
. जीरा चटकने पर इसमें हींग, करी पत्ता भूनें।
. इसके बाद चावल व इससे तीन गुना पानी मिलाकर 2-3 सीटी बजवाएं।
. अब कुकर को खोलकर चैक करें की चावल पीस गए है नहीं।
. इसके बाद थोड़े से चावल, दही, काली मिर्च पाउडर, तुलसी और पुदीना पत्ती को मिक्सी में डालकर पीस लें।
. इसे बाउल में निकालें।
. मिश्रण ज्यादा गाढ़ा लगे तो इसमें गुनगुना पानी या दही डालकर मिलाएं और बच्चे को खिलाएं।
दही-चावल खाने के फायदे
. शिशु के 6 महीने का होने पर भी उसका पेट नाजुक होता है। ऐसे में उसे खाना पचाने में दिक्कते आते हैं। इसके कारण बच्चे को कब्ज, गैस, पेट फूलना आदि की भी परेशानी रहती है। ऐसे में दही-चावल का मिश्रण खाने से शिशु का पेट ठीक रहता है।
. यह फूड रेसिपी बच्चा आसानी से पचाता है। ऐसे में उसका पाचन तंत्र सही रहता है।
. शिशु को सही पोषण मिलने से गैस, कब्ज, पेट फूलना, एसिडिटी आदि पेट संबंधी समस्याओं से आराम मिलता है।
. बच्चे को पूरा पोषण मिलने से उसका शारीरिक व मानसिक विकास बेहतर तरीके से होता है। इससे शिशु को सही वजन व लंबाई पाने में मदद मिलती है।
. चावल विटामिन बी कॉम्प्लेक्स का मुख्य स्त्रोत माना जाता है। इसके सेवन से बच्चे का शारीरिक व मानसिक विकास होने में मदद मिलती है।
. चालव में मौजूद प्रोटीन शिशु की मांसपेशियों व हड्डियों में मजबूती लाता है।
. दही-चावल का यह मिश्रण खाने में हल्का होता है। ऐसे में शिशु को इसे पचाने में आसानी होती है। साथ ही बच्चे को पेट में भारीपन महसूस नहीं होता है।
. चावल में अधिक कैलोरी होने से बच्चे को थकान, कमजोरी की परेशानी दूर होती है। ऐसे में बच्चा दिनभर एनर्जेटिक महसूस करता है।