Uric Acid के मरीज करें ये एक्सरसाइज, मिलेगा जबरदस्त फायदा
punjabkesari.in Sunday, May 25, 2025 - 01:24 PM (IST)
नारी डेस्क: यूरिक एसिड का लेवल जब शरीर में बढ़ जाता है तो यह जोड़ों में दर्द, सूजन और गठिया (Gout) जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है। ऐसे में जरूरी है कि आप अपनी लाइफस्टाइल को सुधारें और स्वस्थ आदतें अपनाएं। यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के लिए आपको सबसे पहले प्यूरीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन कम करना चाहिए, और दूसरी ओर सही प्रकार की एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। ध्यान रखें कि आपको मध्यम तीव्रता वाली (Moderate Intensity) एक्सरसाइज ही करनी चाहिए, क्योंकि इससे यूरिक एसिड का स्तर संतुलित रहता है और मांसपेशियों पर अधिक दबाव नहीं पड़ता।
पैदल चलना: आसान और असरदार उपाय
नियमित पैदल चलना एक बहुत ही सरल लेकिन असरदार तरीका है जिससे यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल किया जा सकता है। पैदल चलने से जोड़ों में लचीलापन आता है और हड्डियों की मजबूती बनी रहती है। यह शरीर में मौजूद अतिरिक्त वजन को कम करने में मदद करता है, जो यूरिक एसिड का एक बड़ा कारण हो सकता है। चलने से शरीर की गतिशीलता (Mobility) बढ़ती है, जिससे यूरिक एसिड के क्रिस्टल जमने की संभावना कम हो जाती है। आप रोजाना 30 मिनट तक तेज़ कदमों से चलना शुरू कर सकते हैं।

तैराकी: जोड़ों पर कम दबाव वाली संपूर्ण व्यायाम
तैरना एक ऐसा व्यायाम है जिसमें शरीर की पूरी गतिविधि होती है लेकिन जोड़ों पर बहुत कम दबाव पड़ता है। यह एक Low Impact Exercise है, जो यूरिक एसिड के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद मानी जाती है। तैराकी से हृदय स्वास्थ्य में सुधार होता है और साथ ही वजन घटाने में भी मदद मिलती है। जोड़ों की गतिशीलता बढ़ती है और शरीर में सूजन कम होती है। आप सप्ताह में 3-4 बार तैराकी को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना सकते हैं।
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साइकिल चलाना: आसान और असरदार विकल्प
साइकिल चलाना भी कम से मध्यम तीव्रता वाली एक्सरसाइज में आता है और यह यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मददगार हो सकता है। यह शरीर की इंसुलिन संवेदनशीलता (Insulin Sensitivity) को बेहतर बनाता है। यह वजन प्रबंधन, मेटाबॉलिज्म सुधार और शरीर में सूजन को कम करने में सहायता करता है। साइकिल चलाने से शरीर में प्यूरिन का निर्माण संतुलित रहता है, जिससे यूरिक एसिड की मात्रा नहीं बढ़ती। रोजाना 20-30 मिनट की साइकिलिंग एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

High-Intensity वर्कआउट से बचें
यह विशेष रूप से ध्यान देने योग्य बात है कि यूरिक एसिड के मरीजों को High-Intensity वर्कआउट नहीं करने चाहिए। तीव्र व्यायाम से मांसपेशियों में अधिक तनाव आता है और मांसपेशियों के ऊतक टूटने लगते हैं, जिससे शरीर में प्यूरीन की मात्रा बढ़ जाती है। यह प्यूरीन शरीर में जाकर यूरिक एसिड में परिवर्तित हो जाते हैं, जिससे यूरेट का स्तर बढ़ने लगता है। इससे जोड़ों में दर्द, अकड़न और सूजन की समस्या और ज्यादा बढ़ सकती है। इसलिए हमेशा कम से मध्यम तीव्रता की ही एक्सरसाइज करें।
यूरिक एसिड को नियंत्रित रखना कठिन नहीं है अगर आप नियमित रूप से सही व्यायाम करें और खानपान पर ध्यान दें। याद रखें थोड़ा चलना, थोड़ा पसीना और संतुलित आहार ही यूरिक एसिड पर काबू पाने का सही तरीका है।

