सूर्य नमस्कार इन 10 बीमारियों का है काल

punjabkesari.in Tuesday, Jun 02, 2020 - 07:22 PM (IST)

 

सूर्य नमस्कार के मंत्र : सूर्य नमस्कार का अर्थ है सूरज को अर्पन या नमस्कार करना। सूर्य नमस्कार से रोजाना दिन की शुरूआत करने पर आपका तन और मन दोनों ही स्वस्थ रहते हैं। इसे करते समय सूरज की किरणों का सीधा प्रभाव शरीर पर पड़ने से आपके कई रोग भी दूर हो जाते हैं। इसके अलावा सभी योगासनों से सर्वश्रेष्ठ माना गया सूर्य नमस्कार करने से शरीर को उचित मात्रा में विटामिन डी मिलता है, जिससे कि आप मानसिक तनाव और मोटापा जैसी समस्या को भी दूर कर सकते हैं। रोज 5-10 मिनट सूर्य नमस्कार करने के बाद आपको कोई आसन करने की भी आवश्यकता नहीं होगी। तो चलिए जानते है रोजाना सूर्य नमस्कार करने से आप किन बीमारियों को दूर करके स्वस्थ रह सकते हैं।

सूर्य नमस्कार करने की विधि

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1. सबसे पहले खड़े होकर एड़िया मिला लें और पंजो को खुला छोड़ दें। इसके बाद जांघों को सीधा रखें और नमस्कार की मुद्रा बना लें। अब कोहनियां शरीर के साथ, हथेलियां को तिरछा और अंगूठे हृदय के नीचे डायफ्राम पर करके ध्यान भौंहों के बीच केंद्रित करें।
 

2. अपने दोनों हाथों को ऊपर की ओर सीधा करके सांस भर लें। अपनी बाजुओं को सीधा करके हथेलियों को सामने की ओर करें। इसके बाद बाजुओं को कानों के साथ जोड़कर हाथों को गर्दन के पीछे ले जाएं। इस स्थिति में कुछ देर रूकें।
 

3. हाथों को वापस लाते हुए और सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें। हाथों को दाएं-बाएं हिलाकर और घुटने बिल्कुल सीधा रखते हुए हाथों को जमीन के साथ लगाएं। अपने सिर को घुटनों के साथ लगाकर ध्यान नाभि पर रखें।
 

4. शरीर को थोड़-सा आगे करके सांस भरकर हाथ सीधे करें और गर्दन के पीछें ले जाएं। अब पंजों को मिलाकर एड़ियां ऊपर की ओर करें। इसके बाद कमर नीचे झुकाकर सूर्य नमस्कार करें।
 

5. सांस छोड़ते हुए शरीर को वापल की ओर उठाएं और एड़ियों को जमीन से लगा लें। इसके बाद कमर का हिस्सा ऊपर की तरफ रखकर सिर को नीचे की तरफ झुकाएं और जितनी देर हो सके इस स्थिति में रूकें। अब वापस सामान्य स्थिति में आ जाएं।
 

सूर्य नमस्कार के फायदे (Benefits Of Surya Namaskar)

हाई ब्लड प्रैशर और मोटापा

सूर्य नमस्कार करने से आपके शरीर में रक्त प्रवाह की प्रक्रिया तेज होती है, जोकि तेजी से मोटापा घटाने के साथ-साथ हाई ब्लड प्रैशर को भी कंट्रोल करता हैं।

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ऊर्जा का संचार
रोजाना 10-15 मिनट सूर्य नमस्कार करने से शरीर में कार्बन डाई ऑक्साइड का उत्सर्जन बढ़ता हैं। इससे आपके शरीर को ऊर्जा मिलती है,जोकि आपको बीमारियों से बचाती हैं।
 

मजबूत हड्डियां
रोजाना इस योग को करने से आपकी मांसपेशियां और हड्डियां भी मजबूत होती है।
 

शरीर में पानी की मात्रा
5-10 मिनट नियमित रूप से सूर्य नमस्कार करने पर आपके शरीर में पानी की मात्रा संतुलित रहती हैं। इसके अलावा इससे शरीर के अनावश्यक तत्व भी बाहर निकल जाते हैं।
 

 भूख लगना
इस योग को करने से आपको भूख न लगने की समस्या दूर होती हैं। इसके अलावा इससे स्मरण-शक्ति भी बढ़ती है।

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त्वचा के लिए फायदेमंद
सूर्य नमस्कार करने से शरीर को प्रयाप्त मात्रा में विटामिन डी मिलता हैं, जोकि त्वचा को निखरी और बेदाग बनाता हैं। इसके अलावा इससे सिर के बाल भी स्वस्थ और मजबूत होते हैं।
 

 बेहतर पाचन तंत्र
सूर्य नमस्कार के दौरान शरीर के अंदर के अंगों की स्ट्रेचिंग होती है जिससे पाचन तंत्र ठीक रहता हैं। सुबह खाली पेट सूर्य नमस्कार करने से कब्ज, अपच या पेट में जलन की शिकायत दूर हो जाती है।
 

 तनाव
सूर्य नमस्कार करने से नर्वस सिस्टम शांत होता है। इसके अलावा सूर्य नमस्कार से एंडोक्राइन ग्लैंड्स खासकर थॉयरायड ग्लैंड की क्रिया नॉर्मल होती है। इससे आपके मानसिक तनाव की समस्या दूर हो जाती है।
 

मासिक-धर्म रेगुलर
अनियमित मासिक चक्र की समस्या होने पर महिलाओं को सूर्य नमस्कार के आसन करने चाहिए। इससे आपके मासिक-धर्म रेगुलर हो जाते है।
 

शरीर को डिटॉक्स करना
सूर्य नमस्कार के समय आप सांस खींचते और छोड़ते हैं, जिससे हवा आपके फेफड़ों तक और ऑक्सीजन खून तक पहुंचती है। इससे आपके शरीर से कार्बन डाइऑक्साइड और बाकी जहरीली गैस निकल जाती है और आपकी बॉडी डिटॉक्स हो जाती है।

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सूर्य नमस्कार करने की सावधानियां


ध्यान रहे कि सूर्य नमस्कार उचित समय और धीमी गति से करें। एक स्थिति में सांस सामान्य होने के बाद ही दूसरी स्थिति शुरू करें। कोमल, अधिक गद्देदार मैट या बिस्तर पर यह आसन न करें। इससे आपकी रीढ़ की हड्डी में बल पड़ सकता है। इसके अलावा स्लिप डिस्क और हाई ब्लड प्रैशर के मरीजों को भी यह योग नहीं करना चाहिए।


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Content Writer

Anjali Rajput

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