प्रेग्नेंसी में ऐसे रखें बेबी का ख्याल, इन चीजों से बनाएं खास दूरी
punjabkesari.in Friday, Jun 17, 2022 - 01:21 PM (IST)
प्रेग्नेंसी के दौरान बेबी की सुरक्षा के लिए स्पेशल केयर की जरूरत होती है। कई बार ऐसा होता है कि नासमझी की वजह से बच्चे को नुक्सान पहुंच सकता है। आज आपको बताते हैं प्रेग्नेंसी के दौरान ऐसी क्या सावधानी बरतें जिससे आप और बच्चा पूरी तरह सुरक्षित रहें।
एक्स-रे
प्रेग्नेंसी के दौरान एक्स रे न करवाएं तो बेहतर है। डैंटल एक्स-रे भी भ्रूण को नुक्सान पहुंचा सकता है।
लेड
गर्भावस्था में लेड से जितना दूर रहें अच्छा है क्योंकि इससे ब्रेन डैमेज होने तथा नर्व डिवैल्पमैंट रुकने का डर रहता है। यह भी कहा जाता है कि लेड के चलते बच्चे में बिहेवियरल प्रॉब्लम आ सकती है। बौद्धिक विकास कम होता है तथा बीमारियां बनी रहती हैं। इससे मिसकैरेज की भी संभावना रहती है। इसके अलावा लेड से प्रिमैच्योर डिलिवरी अथवा वजन कम हो सकता है। पैट्रोल का धुआं, ऐसे पेंट जिनमें लेड मिला हो तथा बिजी हाईवे से दूर ही रहें तो बेहतर होगा।
तनाव
स्ट्रैस का लैवल जरूरत से ज्यादा होने पर कंसीव करने में काफी समस्या आती है। इससे हार्मोनल इम्बैलेंस हो जाता है तथा मिसकैरेज की संभावना बनी रहती है।
एरोमाथैरेपी
एरोमा थैरेपी के लिए एसैंशियल ऑयल प्रयोग में लाए जाते हैं। एसैंशियल ऑयल ऑयल के कारण मेंस्ट्रुअल ब्लीडिंग हो सकती है। इसलिए प्रेग्नेंसी के दौरान एरोमाथेरेपी लेने से बचें। रिचर्स के मुताबिक नेर ऑयल (ऑरेंज ब्लॉसम फ्लॉवर) तथा मैनड्रेन, ये दो ऐसे ऑयल हैं जो सबसे ज्यादा आराम देने वाले तथा सेफ हैं। इन्हें गर्भावस्था में प्रयोग में लाया जा सकता है। लेवेंडर ऑयल प्रेग्नेंसी के शुरूआती दिनों में प्रयोग में न लाएं। इसे तीन महीने बाद यूज किया जा सकता है।
एंटीपर्सपिरेंट और डिओडोरेंट्स
कई महिलाएं प्रेग्नेंसी के दौरान परफ्यूम तथा डिओड़ोरेंट्स का प्रयोग करती हैं। ऐसा करना सही नहीं। केवल एल्यूमिनियम फ्री डिओड़रेंट्स सेफ होते हैं। ये प्रेग्नेंसी में बच्चे को नुक्सान नहीं पहुंचाते।
विटामिन ए
विटामिन ए का जरूरत से ज्यादा सेवन बच्चे में बर्थ डिफैक्ट पैदा कर सकता है। इसलिए प्रेग्नेंसी के दौरान विटामिन ए का सप्लीमैंट न लें। अगर आप मल्टी विटामिन ले रही हैं तो चैक करें कि उसमें विटामिन ए न हो।