अफगानी लड़की ने एंजलीना जोली से मांगी मदद, एक्ट्रेस ने कहा- 'मैं बनूंगी आपकी आवाज'
punjabkesari.in Saturday, Aug 21, 2021 - 12:36 PM (IST)
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे बाद से वहां पर शरिया कानून लागू हो गया है। जिस वजह से लोग बेहद डरे और सहमें हुए हैं। शरिया कानून इतना कठोर है कि अब वहां पर महिलाएं बिना बुर्का पहन बाहर नहीं जा सकती अगर वह ऐसा नहीं करती तो उन्हें अपनी जान गंवानी पड़ सकती हैं वहीं पुरूषों को अब लंबी दाढ़ी बढ़ानी होगी ऐसा न करने पर उन्हें सरेआम बेइज्जत कर उन्हें कोड़े और कई यातनाओं का सामने करना पड़ेगा। यही वजह है कि लोग ऐसी जकड़न भरी जिंदगी जीने से लोग अपना देश छोड़ना वाजिब समझ रहे हैं।
अब तक लाखों लोग अफगानिस्तान छोड़कर भाग गए हैं। वहीं इन बेबस और दयनीय हालातों पर दुनिया के सभी शक्तिशाली देशों ने चुप्पी साध रखी है, लेकिन अब इस बीच दुनियाभर के टाॅप स्टार तालिबान के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं।
टीनैज लड़की ने एंजलीना जोली को लेटर लिख लगाई मदद की गुहार
दरअसल, अफगानिस्तान की एक टीनैज लड़की ने हॉलीवुड एक्ट्रेस एंजलीना जोली को एक लेटर लिख मदद की गुहार लगाई है। इस लेचर में लड़की ने अफगानिस्तान के हालातों के बारे में बताया है। वहीं, एंजलीना ने भी लड़की के लेटर को अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए शेयर कर लोगों से मदद की अपील की है । इसके साथ ही एंजलीना ने अपने स्तर पर आवाज उठाने का वादा भी किया है।
मैं उनकी आवाज को पूरी दुनिया तक पहुंचाने के लिए आगे आई हूं
बता दें कि एंजलीना जोली संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी अधिकारों की ब्रांड एम्बैसडर हैं। उन्होंने लिखा है कि यह लेटर अफगानिस्तान की एक टीनैज गर्ल ने भेजा है। अब, अफगानिस्तान के लोग सोशल मीडिया पर कम्युनिकेशन खो रहा है और खुलेतौर पर अपनी बात नहीं रख पा रहा है, तो मैं इंस्टाग्राम पर उनकी स्टोरीज और आवाज को पूरी तक पहुंचाने के लिए आई हूं। ये लोग अपने सामान्य मानव अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं।
एंजलीना ने आगे लिखा है कि वह 9/11 की घटना से पहले अफगानिस्तान के बॉर्डर पर थी और तालिबान से भागे लाखों अफगान शरणार्थियों से मिली थी, ये 20 साल पहले की बात है। एक बार फिर डर और अनिश्तिताओं के चलते अफगान फिर से विस्थापित हो गए हैं।
अब मैं कभी पीछे नहीं देखुंगी और लोगों की मदद करूंगी
एंजलीना ने कहा कि दशकों से यह देखा गया है कि कैसे अफगान शरणार्थियों के साथ दुनिया के कुछ सबसे सक्षम लोगों बोझ की तरह व्यवहार किया है। यह जानते हुए कि अगर उनके पास उपकरण और सम्मान होता, तो वे उनके लिए कितना कुछ करते. उन्होंने कहा कि वह कभी पीछे नहीं मुड़ेंगी और लोगों की मदद करेगी, उन्होंने लोगों से भी उम्मीद जताई है कि वह भी उनका साथ देने के लिए आगे आए।