Air India Plane Crash: हादसे से पहले पायलट ने की थी कॉल, ये 3 शब्द बोलते ही क्रैश हो गया प्लेन
punjabkesari.in Thursday, Jun 12, 2025 - 03:47 PM (IST)

नारी डेस्क: अहमदाबाद से लंदन जा रहा एयर इंडिया का एक विमान जिसमें 242 यात्री सवार थे, गुरुवार को अहमदाबाद हवाई अड्डे के पास मेघानीनगर इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। घटना की पुष्टि करते हुए, एयर इंडिया ने कहा कि अहमदाबाद-लंदन गैटविक का संचालन करने वाली फ्लाइट AI171 गुरुवार को एक दुर्घटना में शामिल थी। विमान के पायलट की ओर से क्रैश से ठीक पहले करीबी एटीसी को सिग्नल भेजा गया था
#WATCH | Relief and rescue efforts are underway at the site of Air India plane crash in Ahmedabad pic.twitter.com/PBnObCxEJr
— ANI (@ANI) June 12, 2025
कैप्टन ने किया था मेडे कॉल
नागरिक विमानन महानिदेशालय ने कहा कि- "12 जून, 2025 को, एयर इंडिया B787 विमान VT-ANB, अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान AI-171 का संचालन करते समय गैटविक, अहमदाबाद से उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में 2 पायलट और 10 केबिन क्रू सहित 242 लोग सवार थे,"। अधिकारी ने बताया- विमान कैप्टन सुमीत सभरवाल के नेतृत्व में था, उनके साथ फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर थे। कैप्टन सुमीत सभरवाल 8200 घंटों के अनुभव वाले एलटीसी हैं। सह-पायलट के पास 1100 घंटों का उड़ान अनुभव था। एटीसी के अनुसार, विमान ने रनवे 23 से 1339 IST (0809 UTC) पर अहमदाबाद से उड़ान भरी। इसने एटीसी को मेडे कॉल किया, लेकिन उसके बाद, एटीसी द्वारा की गई कॉल पर विमान द्वारा कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई।

क्या होती है Mayday Call
‘मेडे कॉल’ (Mayday Call) एक आपातकालीन (emergency) संदेश होता है, जो विमान या जहाज का पायलट या चालक तब देता है जब वह गंभीर संकट या खतरे में होता है। 'Mayday' शब्द फ्रेंच के "m’aider" से लिया गया है, जिसका मतलब होता है – "मदद कीजिए (Help me!)"। इसे पहली बार रेडियो कम्युनिकेशन में 1920 के दशक में इस्तेमाल किया गया था।पायलट या फ्लाइट कम्युनिकेशन स्टाफ रेडियो के ज़रिए तीन बार "Mayday, Mayday, Mayday" बोलते हैं, ताकि कंट्रोल टावर या आसपास के अन्य विमान तुरंत सावधान हो जाएं। इसके बाद वे अपनी स्थिति, विमान नंबर, समस्या और ज़रूरत बताते हैं।
मेडे कॉल के बाद क्या होता है?
एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) तुरंत सक्रिय हो जाता है। विमान को प्राथमिकता दी जाती है- जैसे तुरंत लैंडिंग की अनुमति। ज़रूरत हो तो एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड, रेस्क्यू टीम को अलर्ट किया जाता है। आसपास के विमान उस क्षेत्र से दूर कर दिए जाते हैं। वहीं अगर स्थिति गंभीर है लेकिन जान का सीधा खतरा नहीं है, तो "Pan-Pan, Pan-Pan, Pan-Pan" कॉल दी जाती है।