53 वर्षीय ब्रिटिश महिला ने कसरत से घटाई मेटाबॉलिक उम्र
punjabkesari.in Tuesday, Aug 20, 2024 - 12:05 PM (IST)
नारी डेस्क : ब्रिटेन की 53 वर्षीय लेबी आयर्स ने नियमित कसरत के जरिए अपनी मेटाबॉलिक उम्र (पाचन क्षमता की उम्र) को कम कर दिया है। आयर्स ने रोजाना 1100 कैलोरी अतिरिक्त खर्च कर अपना मेटाबॉलिज्म 37 साल की युवती जैसा बना लिया है। डॉक्टरों के अनुसार, आयर्स की मेटाबॉलिक उम्र 49 साल की उम्र में 58 साल की हो गई थी। अब, 53 साल की आयर्स की मेटाबॉलिक उम्र 37 साल हो गई है।इस परिवर्तन ने आयर्स की सेहत को काफी बेहतर किया है और यह उनके अनुशासित प्रयासों का प्रतीक है।
लाइफस्टाइल में बदलाव की शुरुआत
लेबी आयर्स पहले एक आरामदायक जीवन जी रही थीं, जिससे उन्हें हाई ब्लड प्रेशर और बैड कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याएं हो गई थीं। डॉक्टरों ने भविष्यवाणी की थी कि अगर उनका लाइफस्टाइल नहीं बदला, तो वे जल्द ही शुगर और हार्ट की समस्याओं का सामना कर सकती हैं। इसके बाद, उन्होंने अपने लाइफस्टाइल में बड़े बदलाव किए और रोजाना कसरत करने लगीं। पहले वे रोजाना लगभग 1400 कैलोरी खर्च करती थीं, जिसे बढ़ाकर 2500 कैलोरी कर दिया।
रोजाना रोइंग से मिली मदद
लेबी आयर्स ने मोटापा कम करने के लिए झील में रोजाना डेढ़ घंटे तक रोइंग करना शुरू किया। कॉलेज के दिनों में वे रोइंग करती थीं, इसलिए उन्होंने इसे फिर से अपनाया। धीरे-धीरे, उनके शरीर का फैट बर्न होने लगा और मांसपेशियां मजबूत होने लगीं। उन्होंने हफ्ते में 6 दिन 1 से डेढ़ घंटे रोइंग की। रोइंग के बाद वे आधे घंटे तेज कदमों से टहला करती थीं और रात 10 बजे सो जाती थीं ताकि 8 घंटे की नींद पूरी हो सके। उन्होंने खानपान में प्रोटीन की मात्रा भी बढ़ा दी, जिससे उनकी सेहत में सुधार हुआ।
महिलाओं पर व्यायाम का तेजी से असर
जर्नल ऑफ द अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी की रिपोर्ट के अनुसार, महिलाओं पर व्यायाम का असर पुरुषों की तुलना में तेजी से होता है। रिपोर्ट के अनुसार, यदि महिला और पुरुष एक जैसे व्यायाम करें, तो महिलाओं के स्वास्थ्य पर उस व्यायाम का असर पुरुषों की तुलना में अधिक होगा। हफ्ते भर में 140 मिनट व्यायाम से जो फायदा महिलाओं को होता है, उसके लिए पुरुषों को 300 मिनट व्यायाम की आवश्यकता होती है।
लेबी आयर्स की कहानी यह दिखाती है कि सही लाइफस्टाइल और नियमित व्यायाम के जरिए किस तरह से मेटाबॉलिक उम्र में सुधार किया जा सकता है और सेहत में महत्वपूर्ण बदलाव लाया जा सकता है।