बच्चों की ये 5 आदतें करती हैं बुरी संगत की ओर इशारा, जल्दी पहचानें और सुधारें
punjabkesari.in Wednesday, Feb 19, 2025 - 01:15 PM (IST)
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नारी डेस्क: बच्चे जब छोटे होते हैं, तो वे पानी की तरह होते हैं, जिन्हें जिस बर्तन में डाला जाए, वही आकार ले लेते हैं। इस उम्र में बच्चे जल्दी-जल्दी अच्छे और बुरे दोनों तरह की बातें सीख जाते हैं। इस कारण से यह महत्वपूर्ण होता है कि बच्चों में केवल अच्छी आदतें ही डाली जाएं। हालांकि, कभी-कभी बच्चे बुरी संगति में पड़कर बुरी आदतें सीख लेते हैं। ये बुरी संगति बच्चों के स्कूल के दोस्तों, मोहल्ले के दोस्तों या ट्यूशन क्लासेस में मिलने वाले दोस्तों से भी हो सकती है। बच्चों को यह आदतें, कभी बड़े बच्चों को देखकर भी लग सकती हैं, जो सही नहीं होती हैं। ऐसे में माता-पिता का कर्तव्य है कि वे समय रहते बच्चों को बुरी संगति से निकालने का प्रयास करें।
झूठ बोलने की आदत
माता-पिता कभी नहीं चाहते कि उनका बच्चा झूठ बोले, लेकिन छोटे बच्चों में यह आदत हो सकती है कि वे सफेद झूठ बोलने लगें। जैसे घर देरी से आने का झूठ या फिर किसी काम को समय पर न करने का झूठ। यह आदत बच्चों के दोस्तों की वजह से पड़ सकती है, जिनके प्रभाव में बच्चे यह व्यवहार सीखते हैं। यह एक बुरी संगति का संकेत हो सकता है।
दूसरों की चीजें अपने पास ले आना
यदि आपके बच्चे के पास हर दिन कोई नई चीज दिखने लगे, तो आपको इस पर ध्यान देना चाहिए। अगर वह चीजें बिना किसी कारण के आ रही हैं या बिना पैसों के आई हैं, तो इसका मतलब हो सकता है कि आपका बच्चा किसी और से यह चीज़ें ले रहा है, या फिर वह किसी से चोरी कर रहा है। ऐसे में माता-पिता को यह समझने की जरूरत होती है कि बच्चे के पास ये चीजें कहां से आ रही हैं और उन्हें इस बारे में सही तरीके से पूछना चाहिए।
बर्ताव में बदलाव
अगर आपका बच्चा जो पहले हमेशा हंसता-खेलता रहता था, अचानक से चिड़चिड़ा और लड़ाई-झगड़ा करने वाला बनने लगे, तो यह एक बुरी संगति का संकेत हो सकता है। इसका मतलब हो सकता है कि बच्चा अब उन दोस्तों के साथ समय बिता रहा है, जो झगड़ा करते हैं या फिर उसे लड़ाई करते हुए देखते हैं। यह बच्चों में मानसिक बदलाव की वजह बन सकता है, जिसे माता-पिता को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
हर समय पैसे मांगना
बच्चे अपने दोस्तों के साथ मेलजोल करने में चाहते हैं, लेकिन यदि बच्चा लगातार किसी नई चीज के लिए पैसे मांगने लगे और पैसे न मिलने पर गुस्से में आ जाए, तो यह संकेत हो सकता है कि उसके नए दोस्त उसकी तुलना अपनी चीज़ों से कर रहे हैं। यह तुलना बच्चों में नई और महंगी चीजों की इच्छा पैदा कर सकती है, जिससे वह हर समय पैसे मांगने लगे। यदि ऐसा हो रहा है, तो माता-पिता को इस बदलाव पर ध्यान देना चाहिए और बच्चे को समझाना चाहिए।
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गाली देने की आदत
अगर आपका बच्चा अचानक गाली देना शुरू कर देता है, तो यह एक स्पष्ट संकेत है कि वह बुरी संगति में है। बच्चों के आसपास अगर लोग गालियां देते हैं, तो बच्चा भी जल्दी ही यह भाषा पकड़ लेता है। इस स्थिति में माता-पिता को बच्चे को समझाने की आवश्यकता होती है, ताकि वह ऐसे शब्दों का इस्तेमाल न करे और अच्छे संस्कारों को अपनाए।
बच्चों के लिए सही संगति का चुनाव बहुत जरूरी होता है क्योंकि वे जल्दी-जल्दी अपनी आदतें और व्यवहार दूसरों से अपनाते हैं। अगर बच्चों में बुरी संगति के कोई भी संकेत दिखें, तो माता-पिता को समय रहते उनकी मदद करनी चाहिए और उन्हें सही मार्गदर्शन देना चाहिए।