लिवर खराब होने से 44 की उम्र में एक्टर की मौत, जवानी में दिखते हैं लिवर सड़ने के 5 संकेत
punjabkesari.in Tuesday, Nov 11, 2025 - 02:11 PM (IST)
नारी डेस्क : तमिल फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर अभिनेता अभिनय किंगर का सोमवार को निधन हो गया। उनकी उम्र मात्र 44 वर्ष थी। अभिनय लंबे समय से गंभीर लिवर डिजीज से जूझ रहे थे। इलाज के बावजूद उनकी तबीयत में सुधार नहीं हुआ और हाल के महीनों में उनका शरीर काफी कमजोर हो गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनका वजन बहुत तेजी से घट गया था और शरीर सूखकर कंकाल जैसा हो गया था। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था— मुझे नहीं पता मैं और कितना समय यहां रहूंगा। जानें जवानी में दिखने वालें लिवर सड़ने के 5 संकेत।
लिवर डिजीज (Liver Disease) क्या होती है?
लिवर हमारे शरीर का एक अत्यंत महत्वपूर्ण अंग है जो खून को फिल्टर करता है, पाचन में मदद करता है और आवश्यक पोषक तत्वों को स्टोर करता है। यह शरीर को डिटॉक्स करने और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखने का काम भी करता है। लेकिन जब लिवर में सूजन या संक्रमण हो जाता है, या उसकी कोशिकाएं नष्ट होने लगती हैं, तब उसे लिवर डिजीज (Liver Disease) कहा जाता है। इसमें फैटी लिवर, हेपेटाइटिस, सिरोसिस, लिवर फेल्योर और लिवर कैंसर जैसी बीमारियां शामिल होती हैं।

लिवर डिजीज के मुख्य कारण
लिवर डिजीज के मुख्य कारणों में कई जीवनशैली और स्वास्थ्य संबंधी कारक शामिल हैं। लंबे समय तक शराब का सेवन लिवर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है, जिससे सिरोसिस जैसी गंभीर स्थिति हो सकती है। मोटापा और खराब जीवनशैली भी फैटी लिवर डिजीज का कारण बनते हैं, जिसमें लिवर में वसा जमा होने लगती है। इसके अलावा, हेपेटाइटिस A, B, और C जैसे वायरल संक्रमण लिवर को कमजोर कर सकते हैं। दर्दनाशक या रासायनिक दवाओं का अधिक सेवन भी लिवर पर विषैला असर डालता है। कुछ मामलों में, शरीर की ऑटोइम्यून बीमारी के कारण इम्यून सिस्टम खुद लिवर की कोशिकाओं पर हमला करने लगता है, जिससे उसकी कार्यक्षमता धीरे-धीरे घटने लगती है।
लिवर के सड़ने के 5 शुरुआती संकेत
लिवर की बीमारी शुरू में बिना लक्षण के बढ़ती है, लेकिन कुछ शुरुआती संकेत हैं जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
लगातार थकान और कमजोरी: शरीर जल्दी थकने लगता है, एनर्जी लेवल घटता है।
भूख में कमी और मतली : खाना खाने की इच्छा नहीं होती, पेट में भारीपन महसूस होता है।
पेट के दाहिने हिस्से में दर्द या सूजन: यह लिवर इंफ्लेमेशन का संकेत है।
पीलिया (त्वचा और आंखों का पीला होना): लिवर द्वारा बिलीरुबिन सही से प्रोसेस न होने पर यह लक्षण दिखता है।
गहरा पेशाब, हल्का मल और पैरों में सूजन: लिवर फंक्शन गड़बड़ाने के स्पष्ट संकेत हैं।
यदि ये लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं, क्योंकि शुरुआती स्टेज पर इलाज आसान होता है।

किन लोगों को होता है ज्यादा खतरा?
लिवर डिजीज का खतरा उन लोगों में ज्यादा होता है जो नियमित रूप से शराब पीते हैं या जिनका वजन अधिक है और वे डायबिटीज या हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं। बिना डॉक्टर की सलाह पर दवाएं लेना या हेपेटाइटिस B और C जैसी वायरल बीमारियों से संक्रमित होना भी जोखिम बढ़ा देता है। इसके अलावा, जो लोग जहरीले केमिकल के संपर्क में रहते हैं या जिनके परिवार में पहले से लिवर रोग का इतिहास है, उन्हें भी विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। बहुत ज्यादा मीठा या तला-भुना खाना खाने की आदत, धूम्रपान और लगातार तनाव में रहना भी लिवर की कार्यक्षमता को नुकसान पहुंचाता है और बीमारी के खतरे को कई गुना बढ़ा देता है।

लिवर को स्वस्थ रखने के घरेलू उपाय
वजन कंट्रोल में रखें। मोटापा लिवर फैट बढ़ाता है।
शराब और धूम्रपान से दूरी बनाएं।
हेपेटाइटिस A और B की वैक्सीन लगवाएं।
फल, सब्जियां, साबुत अनाज और हेल्दी फैट खाएं।
जंक फूड, मीठे पेय और तली चीज़ों से बचें।
बिना डॉक्टर की सलाह दवा न लें।
नियमित रूप से लिवर फंक्शन टेस्ट कराएं।
साफ-सफाई का ध्यान रखें और संक्रमण से बचें।
विशेषज्ञों के अनुसार, लिवर डिजीज अक्सर देर से पकड़ी जाती है क्योंकि शुरुआती लक्षण हल्के होते हैं। अगर किसी को लगातार थकान, भूख में कमी या पेट में दर्द हो रहा है, तो तुरंत लिवर टेस्ट कराना चाहिए।

