पाकिस्तान वायुसेना ने अपने ही लोगों पर एयर स्ट्राइक कर छीनी 30 मासूमों की जान
punjabkesari.in Tuesday, Sep 23, 2025 - 09:48 AM (IST)

नारी डेस्क: पाकिस्तान में एक बड़े सैन्य हमले के बाद गुस्से की लहर दौड़ गई है। यह एयर स्ट्राइक तिराह घाटी के एक गांव मात्रे दरे में रविवार देर रात करीब 2 बजे की गई थी। इस हमले में पाकिस्तानी वायुसेना ने JF-17 फाइटर जेट्स से 8 चीनी लेजर गाइडेड बम गिराए, जिससे गांव में कई घर तबाह हो गए। मलबे में दबकर कम से कम 30 महिलाओं और बच्चों की मौत हो गई है।
लोगों में भारी गुस्सा, सेना और सरकार पर सवाल
इस घटना के बाद इलाके में जबरदस्त गुस्सा देखा जा रहा है। लोग सेना और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं। अफरीदी पश्तून समुदाय के नेताओं ने भी विरोध में उतरने की बात कही है। लोगों का कहना है कि बिना किसी चेतावनी के गांव पर बमबारी की गई, जबकि वहां आम नागरिक और परिवार रह रहे थे।
पिता ने उठाया सवाल: "मेरे मासूम की क्या गलती थी?"
एक पिता ने अपने बच्चे का शव गोद में उठाकर मीडिया से बात करते हुए पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर से सवाल पूछा – "मेरे बच्चे की क्या गलती थी?" इस मार्मिक दृश्य ने लोगों की भावनाओं को और भड़का दिया है।
पाकिस्तानी वायुसेना ने अपने ही राज्य ख़ैबर पख़्तूनख़्वा में चीनी JF-17 विमानों से बमबारी कर अपने ही 30 नागरिक मार डाले जिसमें महिलाएँ और बच्चे शामिल हैं
— ANUPAM MISHRA (@scribe9104) September 22, 2025
ग़ाज़ा पर छाती पीटने वाला एक भी व्यक्ति इसका विरोध नहीं कर रहा क्योंकि यहाँ मारने वाले भी उसी मज़हब से हैं
मुनीर की सेना का… pic.twitter.com/L7esKG4sdX
सरकार ने दी सफाई, कहा- TTP ठिकानों पर हमला था
सोमवार रात को जब पूरे गांव में गुस्सा बढ़ता गया, तो सरकारी बयान जारी किया गया। सेना ने कहा कि उन्होंने बम आम लोगों पर नहीं, बल्कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के आतंकियों के ठिकानों पर गिराए थे।
उनका दावा है कि उन्हें जानकारी मिली थी कि TTP के दो कमांडर – अमान गुल और मसूद खान – गांव में छिपे हैं और बम बना रहे हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप: आम लोगों को बिना सूचना निशाना बनाया गया
हालांकि, स्थानीय लोगों ने सेना के दावों को खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि गांव में कोई आतंकी नहीं था, और बिना किसी चेतावनी के आम लोगों के घरों पर बम गिरा दिए गए। कई लोगों ने कहा कि अगर वाकई आतंकी थे, तो सेना को ऑपरेशन से पहले लोगों को सुरक्षित निकालना चाहिए था। पाकिस्तान मानवाधिकार आयोग (HRCP) ने भी इस हमले की निंदा करते हुए इसकी जांच की मांग की है। आयोग ने कहा कि सरकार का काम अपने लोगों की रक्षा करना है, न कि उन पर हमला करना। खैबर पख्तूनख्वा के सांसद मोहम्मद इकबाल खान अफरीदी ने भी इस घटना पर दुख जताया और कहा कि वह इस मामले को पार्लियामेंट में उठाएंगे और सरकार से जवाब मांगेंगे।
🚨पाकिस्तान ने अपने देश में ही किया एयर स्ट्राइक
— Ramesh Tiwari (@rameshofficial0) September 22, 2025
Pak army द्वारा खैबर पख्तूनख्वा में नरसंहार
रात 2 बजे, पाकिस्तानी वायु सेना के JF-17 विमानों ने तिराह घाटी के मत्रे दारा गाँव पर बमबारी की
30 नागरिक मारे गए - मृतकों में महिलाएँ और बच्चे भी शामिल हैं
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पाकिस्तान में इस समय हालात काफी तनावपूर्ण हैं। मासूमों की मौत से लोग आहत हैं और सेना व सरकार के खिलाफ गुस्से में हैं। आने वाले दिनों में विरोध-प्रदर्शन तेज हो सकते हैं और यह मामला राजनीतिक रूप से भी बड़ा मुद्दा बन सकता है।