ये तीन बातें अपने पार्टनर से कभी न बोलना, रिश्ते में घोल देती हैं जहर
punjabkesari.in Thursday, Jul 03, 2025 - 05:26 PM (IST)

नारी डेस्क: जब इंसान अपनी जिंदगी में किसी रिश्ते की शुरुआत करता है तो वह अपने जीवन के सबसे अच्छे और खुशहाल दौर में होता है। लेकिन समय के साथ, कभी-कभी हम अपने पार्टनर से कुछ ऐसे शब्द कह देते हैं जो हमें खुद भी पसंद नहीं आते। ये बातें न केवल रिश्ते को कमजोर करती हैं बल्कि आपसी समझ और प्यार में दरार भी डालती हैं। आज हम आपको ये तीन ऐसी बातें बताएंगे, जिन्हें आपको कभी भी अपने पार्टनर से नहीं कहना चाहिए।
"तुम ज्यादा रिएक्ट कर रहे हो" — यह मत कहें
सबसे पहले, अपने पार्टनर से कभी यह मत कहें कि "तुम ज्यादा रिएक्ट कर रहे हो।" यह बात सुनने में भले ही छोटी लगती हो लेकिन रिश्ते के लिए बहुत जहर बन सकती है। जब आप अपने पार्टनर की भावनाओं को इस तरह कमतर आंकते हैं तो वे खुद को अनसुना और कम अहम महसूस करने लगते हैं। इससे आपके बीच की दूरी बढ़ती है और समझदारी कम हो जाती है। इसलिए अपने पार्टनर की भावनाओं को स्वीकार करें और उन्हें सर्मथन दें, न कि उनकी फीलिंग्स को छोटा समझें।
"यह कोई बड़ी बात नहीं है" — मदद के बाद कभी न कहें
कई बार जब आपका पार्टनर आपके लिए कोई काम करता है या आपकी मदद करता है, तो गलती से हम कह देते हैं, "यह कोई बड़ी बात नहीं है।" यह बात भी रिश्ते में दरार डाल सकती है। जब आपका पार्टनर आपकी मदद की कद्र न महसूस करे, तो वह अपने प्रयासों को निरर्थक समझने लगता है। ऐसे शब्द उनके मन में शंका और सवाल पैदा करते हैं कि क्या उनका योगदान वाकई मायने रखता है या नहीं। इसलिए हमेशा अपने पार्टनर के सहयोग की सराहना करें और उन्हें महसूस कराएं कि उनकी मदद आपके लिए खास है।
"तुम बहुत सेंसिटिव हो" — कहने से बचें
तीसरी महत्वपूर्ण बात जो एक्सपर्ट ने बताई है, वह यह है कि कभी भी अपने पार्टनर से "तुम बहुत सेंसिटिव हो" जैसी बात न कहें। यह शब्द सुनकर पार्टनर को ऐसा महसूस हो सकता है कि उनकी भावनाएं गलत हैं या उन्हें समझने की कोशिश नहीं की जा रही। इससे रिश्ते में दूरी आ सकती है और पार्टनर आपकी बातों को समझने या आपकी भावनाओं को लेकर संवेदनशील बनने की कोशिश छोड़ सकता है। इसलिए एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान करें और धैर्य से बात करें।
ये भी पढ़े: इस मूलांक की महिलाएं अपने पति के जीवन में में खींच लाती है धन, सुख और समृद्धि
रिश्ते में "स्कोर न रखने" की सलाह
इसके अलावा, एक्सपर्ट्स ने यह भी कहा है कि रिश्ते में “स्कोर न रखें।” इसका मतलब है कि आप यह न गिनें कि आखिरी बार माफी किसने मांगी, कौन घर के काम करता है, या रिश्ता शुरू करने की पहल किसने की। अगर आप ऐसी बातें गिनते रहेंगे, तो रिश्ते में असंतोष बढ़ेगा और आपके बीच दूरियां पैदा होंगी। इसलिए, छोटी-छोटी बातों को लेकर अंकगणित न करें, बल्कि अपने पार्टनर के साथ प्यार और समझदारी बनाए रखें।
गलत शब्द रिश्ते को कैसे प्रभावित करते हैं?
जब आप अपने रिश्ते में उपर बताई गई किसी भी बात का इस्तेमाल करते हैं, तो यह आपके पार्टनर को यह महसूस करा सकता है कि वे कम महत्वपूर्ण हैं या उनकी बातों का कोई महत्व नहीं। ये बातें गुस्सा, झगड़ा और मन-मुटाव को बढ़ावा देती हैं। और जो लोग अपनी भावनाओं को सही तरीके से व्यक्त नहीं कर पाते, वे अक्सर इन शब्दों का गलत इस्तेमाल करते हैं, जिससे रिश्ता टूटने के कगार पर पहुंच सकता है।
रिश्ते को मजबूत बनाने का तरीका
अगर आप अपने रिश्ते को प्यार भरा और मजबूत रखना चाहते हैं, तो इन गलत शब्दों से बचें। अपनी बातों को सोच-समझ कर रखें और अपने पार्टनर की भावनाओं को समझने की कोशिश करें। अपने रिश्ते में खुलकर बातचीत करें, एक-दूसरे की बात सुनें और जरूरत पड़ने पर माफी मांगने में हिचकिचाएं नहीं। यह सभी बातें आपके रिश्ते को टिकाऊ और खुशहाल बनाएंगी।
रिश्ते में सही भाषा और सही शब्दों का उपयोग बेहद जरूरी होता है। “तुम ज्यादा रिएक्ट कर रहे हो,” “यह कोई बड़ी बात नहीं है,” और “तुम बहुत सेंसिटिव हो” जैसी बातें रिश्ते को कमजोर कर सकती हैं। इसके अलावा, रिश्ते में स्कोर न रखने का सिद्धांत अपनाएं और प्यार, सम्मान व समझदारी के साथ अपने रिश्ते को आगे बढ़ाएं। ऐसा करने से न केवल आपके रिश्ते मजबूत होंगे, बल्कि दोनों का मन भी खुश रहेगा।